Biggest Food Scam: 2025 साल ने हमारे खाने-पीने की चीजों पर एक जबरदस्त सवाल खड़ा कर दिया. क्या जो अनाज, नमक और आटा हम रोज खाते हैं, वह सुरक्षित है? इस साल पूरे देश में कई किस्म की शिकायतें, छापे और जांचें सामने आईं. ऐसे कई खुलासे हुए कि कहीं सरकारी राशन का चावल गायब हो रहा है, कहीं नकली ब्रांडेड नमक बिक रहा था और कहीं आटे में मिलावट पकड़ी गई. ये घटनाएं सिर्फ आर्थिक धोखाधड़ी नहीं थीं, इनके असर सीधे हमारी सेहत पर पड़ते हैं.
सरकार-केंद्रित राशन सप्लाई में गड़बड़ियां और जानकारी के अभाव ने कुछ चालबाज़ों को बड़ा मौका दे दिया. PDS (पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम) के चावल का कुछ हिस्सा बाजार में मिलाकर बेचा गया, जिससे असल लाभार्थियों को अनाज नहीं मिला. साथ ही, बाजार में नकली या कम क्वालिटी का नमक और आटा मिलने की खबरें थीं और कई जगहों पर फ़ूड सेफ्टी टीमों ने छापेमारी कर सामग्री जब्त की. ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या और दोषियों पर कार्रवाई, 2025 में फूड सेफ्टी पर गंभीर चिंता दिखाती है.
2025 के फूड स्कैम और मिलावट के मामले | Food Scams and Adulteration Cases in 2025
1. राशन में मिलावट का वीडियो वायरल
शामली के वीडियो में सरकारी राशन में पानी मिलाने के दृश्य ने देशभर में चर्चा छेड़ दी. फूड डिपार्टमेंट ने यह मामला संज्ञान में लिया और जांच शुरू की.
2. पानी मिलाकर राशन की क्वालिटी घटाई गयी
यह घटना दर्शाती है कि किस तरह अनाज की मात्रा बढ़ाने के लिए पानी मिलाया गया, जिससे असल लाभार्थियों को सही राशन नहीं मिला.
ये भी पढ़ें: सर्दियों में गला, नाक और पेट साफ रखने के लिए वरदान है ये घरेलू ड्रिंक, पॉल्यूशन और वायरल से भी करेगी बचाव
3. बुलंदशहर में मिलावटी आटा पकड़ा गया
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में फूड डिपार्टमेंट ने गेहूं में चावल मिलाकर बनाया गया मिलावटी आटा पकड़ा, जो दिल्ली-NCR में सप्लाई हो रहा था. जांच में करीब 58 क्विंटल मिलावटी आटा बरामद हुआ.
4. नमक-चावल से जुड़ी अफवाह और सरकारी जवाब
हिमाचल प्रदेश के फूड कंट्रोल ऑफिसर ने कई शिकायतों पर कहा कि कुछ की रिपोर्टों में दिख रहे काले कण फोर्टिफ़ाइड (पोषित) चावल और नमक के आयरन कण हैं, जो मिलावट नहीं बल्कि पोषण सुधार का हिस्सा हैं.
5. अन्य मिलावटखोरी के मामले भी बढ़े
त्योहारों और सामान्य समय में भी मिलावट के कई उदाहरण सामने आए, जैसे पनीर, मसाले, दूध और बेसन जैसी चीजों में मिलावट. कई व्यापारियों पर उत्पाद सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाया गया.
ये भी पढ़ें: 5 मिनट में बिना गाजर कद्दूकस किए शादीवाला स्वादिष्ट गाजर का हलवा कैसे बनाएं, ऐसी रेसिपी कि रोज ताजा हलवा बनाओगे
क्यों खतरनाक है यह स्कैम, मुख्य कारण:
1. सीधा स्वास्थ्य जोखिम: मिलावट से फूड टॉक्सिन, भारी धातुएं या हानिकारक केमिकल खाने में आ सकते हैं, लिवर, किडनी और पाचन प्रणाली पर असर.
2. निर्धन वर्ग पर सबसे ज्यादा असर: जो लोग राशन पर निर्भर हैं, उन्हें कम मात्रा या घटिया अनाज पड़ा.
3. विश्वास का टूटना: ब्रांड और मार्केट पर भरोसा घटा, लोग असुरक्षित महसूस करते हैं.
सरकार और संस्था क्या कर रही हैं?
इस साल कई राज्यों ने जांच बढ़ाई, एफएसएसएआई और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग छापेमारी कर रहे हैं और अभियोग चला रहे हैं. कुछ जगहों पर दोषी पकड़े गए और सजाएं भी सुनाई गईं, पर मामलों की संख्या अभी भी चिंता बढ़ाती है.
आपको क्या करना चाहिए?
- पैकेट पर लेबल और मैन्युफैक्चरर चेक करें. हमेशा सीलिंग जांचें.
- राशन लेते समय वजन और कागजात ठीक देखें, किसी भी असामान्य गंध/रंग पर सामग्री वापिस करें.
- घर पर नमक, आटा या चावल के नमूनों की छोटी जांच करें, तेज आग में जलने या गंध बदलने पर सतर्क हों.
- लोकल फ़ूड सेफ़्टी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं अगर संदेह हो.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं