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This Article is From May 30, 2012

पेट्रोल मूल्यवृद्धि पर भारत बंद का मिलाजुला असर

पेट्रोल मूल्यवृद्धि पर भारत बंद का मिलाजुला असर
नई दिल्ली: पेट्रोल की कीमतों में हुए इजाफे के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और वामदलों की ओर से आहूत बंद का मिलाजुला असर देखा गया। कर्नाटक, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में पथराव, आगजनी और सड़क जाम किए जाने की खबर है।

राष्ट्रीय राजधानी में बंद का ज्यादा असर तो नहीं हुआ, लेकिन बंद समर्थकों ने शहर में कई जगहों पर यातायात जाम किया। सुबह के वक्त कई इलाकों में छोटी दुकानें खुली देखी गईं, जबकि लोगों की शिकायत थी कि सड़कों पर बहुत कम तादाद में ऑटो हैं।

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बंद समर्थकों ने शहर के दो उपनगरीय इलाकों में बसों पर पथराव किया। महाराष्ट्र के पुणे में 13, नागपुर और ठाणे में 10 बसों पर पथराव किया गया। सतारा जिले में सड़क जाम कर कई बसें रोक ली गईं। हालांकि, मुंबई की लोकल ट्रेनें और बसें ज्यादातर हिस्सों में आम दिनों की तरह चलती रही।

कर्नाटक में बंद की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ। यहां बंद समर्थकों ने तीन बसों को आग के हवाले कर दिया और दर्जनों अन्य बसों पर पथराव किया, जिसकी वजह से अधिकारियों को शहर में बस सेवाएं बंद करनी पड़ी। कर्नाटक के कई हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन प्रभावित हुआ। दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे।

केरल में बंद का कोई असर नहीं हुआ। तमिलनाडु में भी इसका कोई खास असर नहीं देखा गया। बिहार में एनडीए संयोजक एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन सहित 800 कार्यकर्ताओं को बंद के दौरान हिरासत में लिया गया। करीब 700 समर्थकों के साथ सहरसा में जुलूस निकालने वाले यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हुसैन और कई अन्य नेताओं को भागलपुर शहर में हिरासत में लिया गया।

शरद यादव ने मांग की कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पेट्रोलियम उत्पादों और अन्य जरूरी चीजों की कीमतों में तेजी से हो रहे इजाफे पर काबू पाने में नाकाम रहने के कारण अपने पद से इस्तीफा दें। पश्चिम बंगाल में बंद समर्थकों ने कुछ इलाकों में सड़कें जाम कर दी और रेल की पटरियों पर ही धरना दिया। बंद समर्थकों ने हावड़ा पुल जाम कर दिया। यह पुल कोलकाता को हावड़ा जिले से जोड़ता है। बहरहाल, बसें, कारें, टैक्सियां और ट्राम कोलकाता में कम तादाद में नजर आ रहे थे।

हड़ताल की वजह से पंजाब में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ। लुधियाना, जालंधर, बटाला, कपूरथला, पठानकोट और अमृतसर में वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे। हालांकि, कारखाने और दूसरी औद्योगिक इकाइयां चालू थीं। निजी बसों सहित दूसरे वाहन सड़कों से नदारद रहने के कारण सार्वजनिक परिवहन भी प्रभावित हुआ। इससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा। बहरहाल, चंडीगढ़ में दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान खुले रहे और बसें भी आम दिनों की तरह चलती रहीं।

दिल्ली में बीजेपी के साथ-साथ ज्यादातर विपक्षी पार्टियां पेट्रोल-सीएनजी की बढ़ी कीमतों और महंगाई के विरोध में जगह−जगह प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं इस बंद में ऑटो−टैक्सी और दिल्ली ट्रांसपोर्ट फेडरेशन भी शामिल हो गई हैं। इससे रेलवे स्टेशन और बस अड्डे जाने वालों यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं हालांकि इस बंद के दौरान सार्वजनिक वाहन और मेट्रो चल रही हैं।

उधर, बिहार में बंद का असर सुबह से ही देखने को मिला। पटना के राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस और साहेबगंज एक्सप्रेस को एनडीए के कार्यकर्ताओं ने रोककर प्रदर्शन किया। वही इलाहाबाद स्टेशन पर सपा के लोगों ने मुंबई से फैजाबाद जाने वाली साकेत एक्सप्रेस को रोक लिया। बढ़ी पेट्रोल कीमतों के विरोध मे सपा ने आज पूरे राज्य में प्रदर्शन का ऐलान किया है।

कोलकाता में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट के पास रोड ब्लॉक करने की कोशिश की लेकिन पुलिस के जवानों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। महाराष्ट्र के ठाणे में बीती रात एक बस में तोड़फोड़ की गई। हालांकि मुंबई में अभी तक सब कुछ सामान्य दिख रहा है। शहर में जगह−जगह पुलिस तैनात है। राजनीतिक दलों के भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर आज मुंबई में सभी पुलिस स्टेशनों को अलर्ट पर रखा गया है शहर को 3100 अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी मुहैया कराए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एसआरपीएफ की 25 प्लाटून, 3 प्लाटून राइट कंट्रोल और रैपिड एक्शन फोर्स की 3 प्लाटून को भी तैनात किया है।

गौरतलब है कि महंगाई के खिलाफ कई राजनीतिक दलों के भारत बंद को मुंबई के डिब्बावालों ने भी अपना समर्थन दिया है उन्होंने ऐलान किया है कि आज वह कहीं भी खाने का डिब्बा नहीं पहुंचाएंगे। शहर के लगभग पांच हजार डिब्बावाले मुंबई के दफ्तरों में करीब 2 लाख लोगों को घर का टिफिन पहुंचाते हैं।

वैसे, भारत बंद के लिए मुंबई में विपक्षी दलों ने जोर-आजमाइश शुरू कर दी है। शिवसेना ने साफ कर दिया है कि वह अपने स्टाइल में बंद कराएगी हालांकि राज ठाकरे की एमएनएस ने खुद को बंद से दूर रखा है। समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है।

उल्लेखनीय है कि बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के शहर नागपुर में बीजेपी समर्थकों ने बंद से एक दिन पहले ही सड़क पर उतरकर सरकारी बसों को निशाना बनाया। उन्होंने राज्य परिवहन की आठ बसों में तोड़फोड़ की, चलती बसों पर पथराव किया और भाग गए। शहर के गणेश पेठ इलाके में हुई इस घटना के पीछे बीजेपी युवा मोर्चा के हाथ होने का शक है।

बीजेपी ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में मशाल जुलूस निकाला। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोशियारी की अगुवाई में बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बीजेपी ने राज्य सरकार से कांग्रेस के घोषणा पत्र में पेट्रोल और डीजल पर वैट हटाए जाने की बात का जिक्र करते हुए जनता से किया वादा निभाने को कहा।  

फरीदाबाद में पेट्रोल की बढ़ी कीमतों का विरोध लोगों ने बैलगाड़ी पर बैठकर किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली इस रैली में आम जनता ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन लोगों का आरोप है कि जब से केंद्र में कांग्रेस की सरकार आई है तब से लगातार महंगाई बढ़ रही है और सरकार उस पर काबू पाने में नाकाम है। वहीं इस रैली को नेतृत्व कर रहे बीजेपी के नेताओं का कहना था पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में उन्होंने बैलगाड़ियों पर बैठकर लोगों को यह बताने की कोशिश की है कि किस तरह से केंद्र सरकार ने देश को 21वीं सदी से 16वीं सदी पर ला खड़ा कर दिया है।

(इनपुट एजेंसियों से भी)

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