बेंगलुरु में पुराने नोट मिलने का सिलसिला लगातार जारी है (फाइल फोटो)
बेंगलुरु:
नोटबंदी को लेकर तमाम बातें अब खत्म हो चुकी हैं, लेकिन पुराने नोटों का मिलना अभी भी जारी है. पुलिस ने दस लोगों को तीन करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अमान्य करार दिए जा चुके नोटों के साथ गिरफ्तार किया है. यह लोग पांच सौ और एक हजार के पुराने नोटों को नए नोटों में बदलने का प्रयास कर रहे थे.
बेंगलुरु दक्षिण के पुलिस उपायुक्त एस.डी. शरणप्पा ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर बसवानगुडी के एक मंदिर के पास पार्क की गई एक कार की तलाशी ली गई और नोटबंदी के 500 व 1000 रुपये के नोटों में 3.25 करोड़ रुपये की राशि बरामद की गई. आरोपी इस राशि को नए नोटों से बदलने की कोशिश कर रहे थे.
आरोपियों की पहचान वी. श्रीनिवास, एम महेश, पी. करुणाकरन, अब्दुल मुजीब, एस. नीलाकांत, एचजी जम्बाने गौडा, ए. नारायण, के. उदय कुमार, एस. कार्तिक और पी. रुद्रकुमार के रूप में हुई है. इनके खिलाफ विशेषीकृत बैंक नोट (देयताओं की समाप्ति) अधिनियम, 2017 की धारा 5 व 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है. शरणप्पा ने बताया कि इसमें तीन लोग अभी लोग फरार हैं. उनकी तलाशी के लिए पुलिस ने खास दल गठित किया है.
पुलिस ने 14 अप्रैल को पूर्व बेंगलुरु शहर निगम के पार्षद वी. नागराज के आवास पर छापेमारी की थी और नोटबंदी वाले नोटों में 14.8 करोड़ रुपये की रकम जब्त की थी. नागराज को 10 मई को उसके दो बेटों के साथ गिरफ्तार किया गया और धन शोधन मामले में 22 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बेंगलुरु दक्षिण के पुलिस उपायुक्त एस.डी. शरणप्पा ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर बसवानगुडी के एक मंदिर के पास पार्क की गई एक कार की तलाशी ली गई और नोटबंदी के 500 व 1000 रुपये के नोटों में 3.25 करोड़ रुपये की राशि बरामद की गई. आरोपी इस राशि को नए नोटों से बदलने की कोशिश कर रहे थे.
आरोपियों की पहचान वी. श्रीनिवास, एम महेश, पी. करुणाकरन, अब्दुल मुजीब, एस. नीलाकांत, एचजी जम्बाने गौडा, ए. नारायण, के. उदय कुमार, एस. कार्तिक और पी. रुद्रकुमार के रूप में हुई है. इनके खिलाफ विशेषीकृत बैंक नोट (देयताओं की समाप्ति) अधिनियम, 2017 की धारा 5 व 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है. शरणप्पा ने बताया कि इसमें तीन लोग अभी लोग फरार हैं. उनकी तलाशी के लिए पुलिस ने खास दल गठित किया है.
पुलिस ने 14 अप्रैल को पूर्व बेंगलुरु शहर निगम के पार्षद वी. नागराज के आवास पर छापेमारी की थी और नोटबंदी वाले नोटों में 14.8 करोड़ रुपये की रकम जब्त की थी. नागराज को 10 मई को उसके दो बेटों के साथ गिरफ्तार किया गया और धन शोधन मामले में 22 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं