भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ से ग्राहकों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं...
नई दिल्ली:
अच्छा काम करने वाले चाहे निजी क्षेत्र में हों या फिर सरकारी कर्मचारी, हमेशा उम्मीद रहती है कि अच्छे काम की वजह से उनके वार्षिक वेतन वृद्धि में फर्क पड़ेगा. निजी क्षेत्र में यह होता रहा है, लेकिन सरकारी नौकरियों में यह नहीं हो रहा था. पिछले एक दशक से सरकारी कर्मचारियों में भी ऐसी ही मांग होने लगी थी. लेकिन कम से कम रेलवे के विभाग को लेकर जो बात हुई उससे तो यही लगता है.
वित्तमंत्रालय ने साफ कर दिया है कि बेहतरीन काम करने वाले रेलवे के कर्मचारियों को किसी भी प्रकार से हाई परफॉर्मेंस इनसेंटिव नहीं दिया जाएगा.
संसद में हाल ही में इस संबंध में एक सवाल पूछा गया था और मंत्रालय ने लिखित जवाब में साफ कहा कि इस प्रकार का कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है. 16 नवंबर को सरकार की ओर से रेल राज्यमंत्री राजेन गोहांई ने सदन को इस संबंध में लिखित जवाब दिया.
जानकारी के लिए बता दें कि सांसद टी राधाकृष्णन ने पूछा कि क्या भारतीय रेलवे के पास मेहनत से काम (उच्च कार्य निष्पादन) करने वाले रेलवे के कर्मचारियों को इनसेवटिव देने पर कोई विचार कर रहा है.
उन्होंने पूछा, यदि रेलमंत्रालय विचार कर रहा था तो क्या (ख) इस संबंध में सरकार द्वारा तय किए गए मापदंड/कार्य विधियों सहित उक्त परियोजना के लक्ष्य और उद्देश्य क्या हैं... राधाकृष्णन ने संसद में रेलमंत्री से पूछा कि योग्य कर्मचारियों को प्रोत्साहन देते समय भेदभाव से बचने के लिे लिये सरकार द्वारा क्या उपाय किए गए हैं.
साथ ही इस संबंध में सरकार द्वारा कब तक निर्णय लिए जाने की संभावना है. इसके अलावा सांसद राधाकृष्णन ने पूछा कि क्या सरकार के पास रेलवे कर्मचारियों की दक्षता और प्रोत्साहन स्तर को सुधारने हेतु क्या अन्य कदम उठाए गए हैं.
सांसद के लिखित प्रश्न के जवाब में रेल राज्यमंत्री राजेन गोहांई ने जवाब में कहा कि सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. मंत्री ने कहा, दूसरे, तीसरे और चौथे (खंड) प्रश्न का जवाब नहीं बनता.
मंत्री ने साफ कहा कि वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करने की एक प्रणाली है, जिसमें कर्मचारियों का मूल्यांकन किया जाता है और ऐसे में मूल्यांकन का इस्तेमाल पदोन्नति आदि का निर्णय करते समय किया जाता है. इसके अलावा, कुशलता और प्रेरणा के स्तर में सुधार लाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल/ रेलवे सुरक्षा विशेष बल के कर्मियों, जिन्हे तदर्थ बोनस दिया जाता है, के अलावा अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों को उत्पादकता सम्बद्ध बोनस भी दिया जाता है.
जानकारी के लिए बता दें कि सातवां वेतन आयोग की रिपोर्ट में भी यही कहा गया था कि अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को वेतनवृद्धि और प्रमोशन में लाभ मिलना चाहिए, लेकिन कई कर्मचारी संगठनों ने इसके जरिए कर्मचारियों के उत्पीड़न की बात कही थी.
वित्तमंत्रालय ने साफ कर दिया है कि बेहतरीन काम करने वाले रेलवे के कर्मचारियों को किसी भी प्रकार से हाई परफॉर्मेंस इनसेंटिव नहीं दिया जाएगा.
संसद में हाल ही में इस संबंध में एक सवाल पूछा गया था और मंत्रालय ने लिखित जवाब में साफ कहा कि इस प्रकार का कोई प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं है. 16 नवंबर को सरकार की ओर से रेल राज्यमंत्री राजेन गोहांई ने सदन को इस संबंध में लिखित जवाब दिया.
जानकारी के लिए बता दें कि सांसद टी राधाकृष्णन ने पूछा कि क्या भारतीय रेलवे के पास मेहनत से काम (उच्च कार्य निष्पादन) करने वाले रेलवे के कर्मचारियों को इनसेवटिव देने पर कोई विचार कर रहा है.
उन्होंने पूछा, यदि रेलमंत्रालय विचार कर रहा था तो क्या (ख) इस संबंध में सरकार द्वारा तय किए गए मापदंड/कार्य विधियों सहित उक्त परियोजना के लक्ष्य और उद्देश्य क्या हैं... राधाकृष्णन ने संसद में रेलमंत्री से पूछा कि योग्य कर्मचारियों को प्रोत्साहन देते समय भेदभाव से बचने के लिे लिये सरकार द्वारा क्या उपाय किए गए हैं.
साथ ही इस संबंध में सरकार द्वारा कब तक निर्णय लिए जाने की संभावना है. इसके अलावा सांसद राधाकृष्णन ने पूछा कि क्या सरकार के पास रेलवे कर्मचारियों की दक्षता और प्रोत्साहन स्तर को सुधारने हेतु क्या अन्य कदम उठाए गए हैं.
सांसद के लिखित प्रश्न के जवाब में रेल राज्यमंत्री राजेन गोहांई ने जवाब में कहा कि सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. मंत्री ने कहा, दूसरे, तीसरे और चौथे (खंड) प्रश्न का जवाब नहीं बनता.
मंत्री ने साफ कहा कि वार्षिक कार्य निष्पादन मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करने की एक प्रणाली है, जिसमें कर्मचारियों का मूल्यांकन किया जाता है और ऐसे में मूल्यांकन का इस्तेमाल पदोन्नति आदि का निर्णय करते समय किया जाता है. इसके अलावा, कुशलता और प्रेरणा के स्तर में सुधार लाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल/ रेलवे सुरक्षा विशेष बल के कर्मियों, जिन्हे तदर्थ बोनस दिया जाता है, के अलावा अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों को उत्पादकता सम्बद्ध बोनस भी दिया जाता है.
जानकारी के लिए बता दें कि सातवां वेतन आयोग की रिपोर्ट में भी यही कहा गया था कि अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को वेतनवृद्धि और प्रमोशन में लाभ मिलना चाहिए, लेकिन कई कर्मचारी संगठनों ने इसके जरिए कर्मचारियों के उत्पीड़न की बात कही थी.
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