खेलती कूदती और चहकती आरिशा के लिए जिंदगी इतनी आसान नहीं। करीब दो साल की इस बच्ची को रेड सेल एप्लेशिया नाम की गंभीर बीमारी है जिसका असर भी अब दिखने लगा है। अगले कुछ महीनों में एक बड़ी सर्जरी की जरूरत है जिसके लिए मदद की उम्मीद लिये घरवाले उड़ीसा से दिल्ली आए हैं। आरिशा की मां अमरीन अख्तर लोगों से अपील कर रही हैं कि सरकार और आम लोग उनकी बच्ची की मदद के लिए आगे आए क्योंकि बच्ची की जिंदगी खतरे में है।
आरिशा के माता-पिता के मुताबिक फरवरी 2013 में बीमारी का पता चलते ही बेंगलुरु के मजूमदार शॅा कैंसर सेंटर लेकर गए, जहां
डॉक्टरों ने कहा कि अगली फरवरी में बोन मैरो ट्रांस्प्लांट कराना होगा और इस पर 20 लाख से ज्यादा का खर्च आ सकता है।
मजूमदार शॅा कैंसर सेंटर के डॉ सुनील भट्ट का कहना है कि इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को लंबे समय तक हर महीने ब्लड देना होता है। दरअसल, शरीर में मौजूद बोन मैरो में रेड सेल, व्हाइट सेल और प्लेटलेट्स बनते हैं। इस बीमारी में रेड सेल बनना बंद हो जाता है जिससे आगे चलकर गंभीर नतीजे देखने को मिलते हैं।
वहीं, एक ऑटो पार्ट्स की दुकान में नौकरी से बमुश्किल 50 हजार सालाना कमाने वाले इम्तियाज़ के लिए अपने बूते 20 लाख रुपये जुटाना बस में नहीं।
इसीलिए बच्ची के पिता इम्तियाज अली हर किसी की मदद चाहते हैं। आरिशा के घरवालों ने उड़ीसा से मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थय मंत्री डॉ हर्षवर्धन से भी मदद की गुहार लगाई है।
बेबी आरिशा की मदद करें -
नारायण हृदयालय के कैनरा बैंक में
करंट अकाउंट नंबर− 3021201010001
नारायण हृदयालय एक्सटेंशन
बोमासंद्रा ब्रांच
बेंगलुरु− 560099
कर्नाटक
RTGS−नंबर− CNRB0003021
स्विफ़्ट कोड− CNRBINBBLSD
मदद करने के बाद punith.yvnhhospitals.org पर मेल ज़रूर करें।
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