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This Article is From Apr 07, 2021

एस्ट्राजेनेका ने कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति में देरी को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट को भेजा लीगल नोटिस : सूत्र

सीरम हर माह 6 से 6.5 करोड़ वैक्सीन प्रति माह तैयार कर रही है. अब तक 10 करोड़ कोविशील्ड वैक्सीन केंद्र सरकार को और 6 करोड़ वैक्सीन का निर्यात किया जा चुका है.

एस्ट्राजेनेका ने कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति में देरी को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट को भेजा लीगल नोटिस : सूत्र
AstraZeneca की Covishield वैक्सीन तैयार हो रही है सीरम में
नई दिल्ली:

एस्ट्राजेनेका ने कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति में देरी को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट को लीगल नोटिस भेजा है.सूत्रों का कहना है कि एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति में देरी को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India)  को कानूनी नोटिस भेजा है. सीरम के एसईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा कि भारत सरकार ने कोविशील्ड की दूसरे देशों की बड़ी आपूर्ति पर रोक लगा दी है  और भारत के पहले दावे की बात दूसरे देशों को समझाना कठिन है. उन देशों में कोविड वैक्सीन ज्यादा ऊंचे दामों पर बेची जा रही है.

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पूनावाला पहले ही कह चुके हैं कि कोविशील्ड (Covishield) के उत्पादन की मौजूदा क्षमता पर पहले ही काफी दबाव बना हुआ है. पूनावाला ने कहा कि दुनिया भर को वैक्सीन की जरूरत है और हम भारत की जरूरतों को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन हम अभी भी आपूर्ति का संकट झेल रहे हैं.केंद्र ने पिछले हफ्ते कहा था कि वैक्सीन के निर्यात पर पूरी तरह कोई पाबंदी नहीं है. पूनावाला ने कहा कि सीरम हर माह 6 से 6.5 करोड़ वैक्सीन प्रति माह तैयार कर रही है. अब तक 10 करोड़ कोविशील्ड वैक्सीन केंद्र सरकार को और 6 करोड़ वैक्सीन का निर्यात किया जा चुका है.

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वहीं Covishield वैक्‍सीन निर्माता सीरम को अपना उत्‍पादन बढ़ाने के लिए करीब 3000 करोड़ रुपये की जरूरत है. सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ (CEO) अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने ये जानकारी दी. पूनावाला ने इससे पहले कहा था कि SII काफी रियायती दर पर शुरुआती 10 करोड़ खुराक की आपूर्ति को सहमत हुई है, लेकिन अब उन्होंने कहा है कि कंपनी को अब इसकी तुलना में बड़ा मुनाफा कमाना चाहिए था ताकि इस राशि को उत्‍पादन और सुविधाओं के लिए दोबारा निवेश किया जा सकता और वैक्‍सीन की अधिक डोज उपलब्‍ध कराई जा सकतीं.

पूनावाला ने NDTV से बातचीत में कहा, 'हम भारतीय बाजार में वैक्‍सीन करीब 150-160 रुपये की दर से सप्‍लाई कर रहे हैं जबकि वैक्‍सीन की औसत कीमत लगभग 20 डॉलर (1,500 रुपये) है. नरेंद्र मोदी सरकार के अनुरोध पर हम रियायती रेट पर वैक्‍सीन उपलब्‍ध करा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि हम मुनाफा नहीं कमा रहे लेकिन हम सुपर प्रॉफिट नहीं बना रहे जो पुर्नर्निवेश (re-invest) के लिहाज से अहम है.

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