
राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
लखनऊ में पुलिसकर्मियों की गोली से एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक की हुई हत्या की आंच अब केंद्र सरकार तक पहुंच गई है. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और इस मामले में प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए. लखनऊ के गोमती नगर में चेकिंग के दौरान कार नहीं रोकने पर शनिवार तड़के एक पुलिसकर्मी ने 38 वर्षीय विवेक तिवारी को गोली मार दी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता हुई है. मैंने मुख्यमंत्री को इस प्रकरण में प्रभावी एवं न्यायोचित कारवाई करने के लिए कहा है.” गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि टेलीफोन पर बातचीत के दौरान सिंह ने मामले में मुख्यमंत्री से सख्त कदम उठाने को कहा. गृह मंत्री लोकसभा में लखनऊ का प्रतिनिधित्व करते हैं. एप्पल में काम करने वाले विवेक तिवारी की सहयोगी सना खान की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के आधार पर दो कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है.
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बता दें कि घटना के वक्त सना खान उनके साथ ही थीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो मामले की सीबीआई जांच भी करायी जाएगी. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं था. इस घटना की जांच की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच के आदेश भी दिए जाएंगे. वहीं विवेक तिवारी की कल्पना ने सीएम योगी आदित्यनाथ को सीबीआई जांच की मांग के लिए पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपये और पुलिस विभाग में एक नौकरी की भी मांग की है. कल्पना का कहना है कि गोली मारकर हत्या करने के बाद लखनऊ पुलिस पति को चरित्रहीन साबित करने में लगी है. कल्पना ने सवाल उठाया कि गाड़ी न रोकने पर गोली चलाने का अधिकार पुलिस को किसने दिया. उन्होंने योगी सरकार से न्याय की मांग की है.
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बताया जा रहा है कि पुलिस ने विवेक को गोली इसलिए मारी क्योंकि चेकिंग के दौरान उसने अपनी SUV कार रोकने से पर इनकार कर दिया था. घटना रात के 1.30 बजे लखनऊ के गोमती नगर एक्सटेंशन इलाके की है. पुलिस का कहना है कि विवेक तिवारी अपनी एक महिला साथी के साथ एसयूवी कार चला रहा था. गश्त पर मौजूद दो पुलिसकर्मियों ने उसे इशारा कर गाड़ी रोकने को कहा था. इस संबंध में पुलिस ने कहा कि तिवारी ने वहां से कथित तौर पर भागने का प्रयास किया. इसी क्रम में पहले उसने पहले पुलिस की पेट्रोलिंग वाली बाइक में और फिर बाद में दिवार को भी टक्कर मारी.
VIDEO: लखनऊ: चेकिंग के दौरान कार नहीं रोकने पर एप्पल के एरिया मैनेजर को मारी गोली
ख़बर ये भी है कि पुलिस ने विवेक की महिला मित्र को उसके घर में ही नज़रबंद कर दिया है. पुलिस की गोली लगने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. हालांकि, अब आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या मामाला दर्ज किया गया है और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. एसपी क्राइम की निगरानी में एसआईटी गठित कर दी गई है.
(इनपुट भाषा से)
लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath से वार्ता हुई है। मैंने मुख्यमंत्री जी को इस प्रकरण में प्रभावी एवं न्यायोचित कारवाई करने के लिए कहा है।
— राजनाथ सिंह (@rajnathsingh) September 29, 2018
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बता दें कि घटना के वक्त सना खान उनके साथ ही थीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जरूरत पड़ी तो मामले की सीबीआई जांच भी करायी जाएगी. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं था. इस घटना की जांच की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच के आदेश भी दिए जाएंगे. वहीं विवेक तिवारी की कल्पना ने सीएम योगी आदित्यनाथ को सीबीआई जांच की मांग के लिए पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपये और पुलिस विभाग में एक नौकरी की भी मांग की है. कल्पना का कहना है कि गोली मारकर हत्या करने के बाद लखनऊ पुलिस पति को चरित्रहीन साबित करने में लगी है. कल्पना ने सवाल उठाया कि गाड़ी न रोकने पर गोली चलाने का अधिकार पुलिस को किसने दिया. उन्होंने योगी सरकार से न्याय की मांग की है.
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बताया जा रहा है कि पुलिस ने विवेक को गोली इसलिए मारी क्योंकि चेकिंग के दौरान उसने अपनी SUV कार रोकने से पर इनकार कर दिया था. घटना रात के 1.30 बजे लखनऊ के गोमती नगर एक्सटेंशन इलाके की है. पुलिस का कहना है कि विवेक तिवारी अपनी एक महिला साथी के साथ एसयूवी कार चला रहा था. गश्त पर मौजूद दो पुलिसकर्मियों ने उसे इशारा कर गाड़ी रोकने को कहा था. इस संबंध में पुलिस ने कहा कि तिवारी ने वहां से कथित तौर पर भागने का प्रयास किया. इसी क्रम में पहले उसने पहले पुलिस की पेट्रोलिंग वाली बाइक में और फिर बाद में दिवार को भी टक्कर मारी.
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ख़बर ये भी है कि पुलिस ने विवेक की महिला मित्र को उसके घर में ही नज़रबंद कर दिया है. पुलिस की गोली लगने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. हालांकि, अब आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या मामाला दर्ज किया गया है और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. एसपी क्राइम की निगरानी में एसआईटी गठित कर दी गई है.
(इनपुट भाषा से)
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