"हर महीने 100 करोड़ रुपये चाहते थे गृह मंत्री" : मुंबई के पूर्व कमिश्नर ने अपने खत में लगाए ये 5 गंभीर आरोप

मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने यह आरोप लगाया है.

परमबीर सिंह ने गृह मंत्री पर लगाए गंभीर आरोप (फाइल फोटो)

मुंबई: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने यह आरोप लगाया है. परमबीर सिंह के हटाये जाने पर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि मुकेश अंबानी धमकी मामले में कुछ खामियां पाई गई थीं, जो नजरअंदाज करने योग्य नहीं थीं. अब पुलिस अधिकारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है, जिसमें आरोप लगाया कि गृह मंत्री ने हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूलने का टारगेट रखा था.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. पत्र में परमबीर सिंह ने कहा है कि मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट की जिम्मेदारी संभालने वाले सचिन वाजे (Sachin Vaze) को गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अपने आधिकारिक आवास पर कई बार बुलाया था. वाजे को बार-बार गृह मंत्री के लिए पैसा इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया था.

  2. गृह मंत्री ने सचिन वाजे से कहा था कि उन्हें हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया गया है. इसे हासिल करने के लिए गृह मंत्री ने वाजे से कहा था कि यहां 1,750 बार, रेस्टोरेंट और अन्य प्रतिष्ठान हैं. अगर हर एक से 2-3 लाख रुपये आ जाते हैं, तो 40-50 करोड़ रुपये हासिल हो जाएंगे. गृह मंत्री ने आगे कहा कि बाकी का पैसा अन्य स्त्रोतों से जुटाना होगा. 

  3. पुलिस अधिकारी ने कहा, "सचिन वाजे उसे दिन मेरे कार्यालय आए और जो कुछ हुआ उसकी जानकारी दी. मैं दोनों के बीच हुई बातचीत को सुनकर हैरान रह गया और सोचने लगा कि इस स्थिति से कैसे निपटा जाए."

  4. कुछ दिन बाद, सोशल सर्विस ब्रांच के एसीपी संजय पाटिल को गृह मंत्री ने अपने आधिकारिक आवास पर मुंबई में हुक्का पार्लरों पर बात करने के लिए बुलाया. बैठक में गृह मंत्री के निजी सचिव पलांडे और अन्य अधिकारी मौजूद थे. दो दिन बाद, पाटिल के साथ डीसीपी भुजबल को बैठक के लिए गृह मंत्री के घर पर बुलाया गया. जब पाटिल और डीसीपी भुजबल गृह मंत्री के केबिन के बाहर इंतजार कर रहे थे, तो पलांडे चैंबर के अंदर गए और बाहर आने के बाद एसीपी पाटिल और डीसीपी भुजबल से कहा कि गृह मंत्री ने 40-50 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट रखा है, जो मुंबई में चल रहे बार, रेस्टोरेंट और अन्य प्रतिष्ठानों के जरिये मुमकीन है.

  5. मार्च के मध्य में एंटीलिया केस के सिलसिले में जब मुझे वर्षा बुलाकर आपको ब्रीफिंग देने के लिए कहा गया था तो, मैंने गृह मंत्री द्वारा किए जा रहे गलत कार्यों के बारे में इशारा किया था. मैंने इसी प्रकार महाराष्ट्र के डिप्टी उप मुख्यमंत्री, राकंपा के अध्यक्ष शरद पवार और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को भी गलत कार्यों की जानकारी दी है.