टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन (फाइल फोटो).
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन, जिन्हें पिछले हफ्ते राज्यसभा से उनके व्यवहार के चलते निलंबित कर दिया गया था क्योंकि संसद ने विवादास्पद कृषि बिलों को मंजूरी दे दी थी, ने आज शाम NDA छोड़ने के लिए शिरोमणि अकाली दल के फैसले का समर्थन किया. भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने शनिवार को कहा कि तीन विवादास्पद कृषि बिलों पर तीखे मतभेदों और व्यापक किसान विरोध के बीच उसने सत्तारूढ़ भाजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को छोड़ दिया है.
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तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने एक ट्वीट में लिखा,"हम अकाली दल के रुख का समर्थन करते हैं. किसानों के लिए लड़ना तृणमूल के डीएनए का हिस्सा है. 2006 में ममता बनर्जी ने किसानों के अधिकारों के लिए 26 दिन के उपवास पर अपना जीवन जोखिम में डाल दिया था. हम कृषि विधेयक 2020 का विरोध करते हैं."
अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इसका तुरंत जवाब दिया: "डेरेक संसद में आपने कृषि विधेयक का विरोध किया था. आपके समर्थन की सराहना करते हैं." पिछले हफ्ते, डेरेक ओ ब्रायन पर राज्यसभा में नियम पुस्तिका को फाड़ने और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण के माइक्रोफोन को छीनने का आरोप लगाया गया था.
इसके बाद डेरेक ओ ब्रायन सहित आठ राज्यसभा सांसदों को निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने सरकार के खिलाफ संसद के बाहर रात भर विरोध प्रदर्शन किया.
शनिवार को SAD,शिवसेना और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के बाद NDA से बाहर निकलने वाला तीसरा दल बन गया है. अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने करीब दो हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.
किसान बिल मामले में अकाली दल ने NDA छोड़ा