उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने और बिजली गिरने के कारण गुरुवार को कम से कम 13 लोगों की मौत और 21 घायल हो गए हैं. यह जानकारी राज्य राहत आयुक्त कार्यालय प्राप्त हुई है. सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रभारी मंत्रियों को आपदा प्रभावित जिलों में तत्काल जाकर राहत मुहैया कराने का निर्देश दिया दिया. शुक्रवार की सुबह से मौसम के तेवर तल्ख बने हुए हैं. मौसम के साफ रहने से तेज धूप खिली है, जिससे हुई उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. उत्तर भारत में भीषण लू का प्रकोप गुरुवार को भी जारी रहा. राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर पारा 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा. इन क्षेत्रों में कुछ जगह हल्की फुल्की बारिश हुई, लेकिन इससे तापमान पर कोई असर नहीं पड़ा.
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उत्तर प्रदेश में उमस भरी गर्मी के बीच गुरुवार रात हुई बारिश से राजधानी लखनऊ समेत आस-पास के क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया है. हालांकि, सुबह से धूप तेज निकली हुई है. शुक्रवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम विभाग की मानें तो मौसम में यह बदलाव पशिचमी विक्षोभ के कारण हुआ है. 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं के बाद भी आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट के संकेत नहीं है.
उत्तर प्रदेश का झांसी जिला गुरुवार को सबसे गर्म रहा. वहां का अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि लखनऊ में अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
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वहीं बात करें मध्य प्रदेश की तो राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई अन्य हिस्सों में चल रही लू ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है. राज्य के 19 जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है. मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं ने राज्य में गर्मी बढ़ाई है. मध्य प्रदेश के 20 जिले लू की मार झेल रहे हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
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