अमेरिकी रक्षा विभाग ‘पेंटागन' एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ अमेरिका के संबंध रक्षा क्षेत्र में सहयोग के जबरदस्त अवसर प्रदान करते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ वार्ता के लिए अमेरिका पहुंचे हैं. विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने सोमवार को कहा था कि भारत और अमेरिका रक्षा क्षेत्र में उद्योगों के लिए सह-उत्पादन, सह-विकास और आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए एक रोडमैप का अनावरण करने के लिए तैयार हैं.
पेंटागन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि यह अमेरिका-भारत रक्षा भागीदारी में एक परिवर्तनकारी क्षण है. मुझे पता है कि कुछ लोग कहेंगे कि शायद यह महत्वाकांक्षी होने का क्षण नहीं है, शायद यह वह रिश्ता नहीं है जहां आपको महत्वाकांक्षी होना चाहिए. और क्या आप सही दांव लगा रहे हैं . जब अमेरिका-भारत भागीदारी की बात आती है तो हमें लगता है कि हम कर सकते हैं.'' पत्रकारों के एक समूह से बातचीत में अधिकारी ने कहा कि यह एक ऐसा रिश्ता है जो जबरदस्त अवसरों से भरा है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, जहां नवोन्मेषी कर्मचारी और कंपनियां सामरिक प्रौद्योगिकियों पर एक साथ अधिक निकटता से काम कर रहे हैं. सुरक्षा के लिए हम उनका लाभ कैसे उठा सकते हैं, इस संबंध में यह स्वाभाविक रूप से अगला कदम है.'' पहचान जाहिर नहीं करने का अनुरोध करते हुए अधिकारी ने कहा कि रक्षा भागीदारी के संदर्भ में अमेरिका और भारत अब एक साथ काम कर रहे हैं, जिसके बारे में लोग कहते हैं कि 20 साल पहले यह संभव नहीं था.
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