पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि शुक्रवार की बैठक में शामिल हुए सभी दल अगले महीने शिमला में फिर से मिलेंगे. जिसमें 2024 चुनाव के मद्देनजर एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने का रोडमैप तैयार किया जाएगा.
हर राज्य में अलग तरह से काम करेंगे: खड़गे
दरअसल पटना में शुक्रवार को विपक्षी दलों के 30 नेता जुटे और करीब 4 घंटे तक मैराथन बैठक की. इसके बाद बिहार के CM नीतीश कुमार की अगुवाई में साझा प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन हुआ. इसी में मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया हम सभी एक साथ लड़ने के लिए एक आम एजेंडे पर आने की कोशिश कर रहे हैं. हम अगली बार 10 या 12 जुलाई को शिमला में फिर मिलेंगे. 2024 के लोकसभा चुनावों को एक साथ लड़ने के लिए साझा एजेंडे को अगली बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा. हमें हर राज्य में अलग-अलग तरह से काम करना पड़ेगा.
धमकी के बावजूद साथ बैठे आप-कांग्रेस
अहम ये भी रहा कि बैठक के पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच मतभेद सामने आ गए थे लेकिन इसके बावजूद दोनों पार्टियां बैठक में शामिल हुई. मालूम हो कि केजरीवाल के बैठक से पहले ही साफ कर दिया था कि जब तक कांग्रेस पार्टी दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश की निंदा नहीं करती, तब तक उसके लिए गठबंधन का हिस्सा बनना 'बहुत मुश्किल' होगा. विपक्षी दलों की इस बहुचर्चिक बैठक को जनता दल यूनाइटेड के नेता और बिहार के CM नीतीश कुमार ने बुलाया था. इस बैठक में बीजेपी का विरोध कर रही सभी पार्टियां मौजूद रहीं. बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, सांसद संजय राउत बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शामिल हुए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं