विज्ञापन
img

रविकांत ओझा

वरिष्ठ सहायक संपादक
Follow

लौहनगरी जमशेदपुर से निकला. पठन-पाठन से प्यार था लिहाजा पत्रकारिता से बेहतर पेशा कोई और लगा नहीं. अखबार से शुरु हुआ सफर टीवी से होते हुए डिजिटल माध्यम में जारी है. इस दौरान करीब ढाई दशक गुजर गए पता ही नहीं चला. किसी विषय विशेष में दक्षता तो नहीं है पर अध्ययन के शौक की वजह से हर विषय में दखल जरूर है. 

  • img

    बिहार में NDA की 'डबल इंजन' दहाड़: ये हैं जीत की वो 10 बड़ी वजहें जिन्होंने पलट दिया पासा !

    Bihar Election Results 2025: बिहार चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. एक बार फिर NDA ने साबित कर दिया है कि उसकी पकड़ ज़मीन पर मजबूत है. इस जीत के पीछे सिर्फ बड़े वादे नहीं, बल्कि कई छोटी-बड़ी रणनीतियों ने काम किया है. NDA की जीत महज़ संयोग नहीं बल्कि कुशल राजनीतिक इंजीनियरिंग भी है. इस रिपोर्ट में जानने की कोशिश करते हैं कि कौन सी वे 10 वजहें रहीं जिन्होंने पासा पलट दिया.

  • img

    मोहरे नहीं, 'वज़ीर' बने नीतीश-चिराग ! क्यों निकले ये दोनों चुनाव के 'असली विनर'?

    Bihar Election Results 2025: बिहार चुनाव परिणाम भले ही NDA के पक्ष में एक और विजय की कहानी कहते हों, लेकिन राजनीतिक पंडिंतों के लिए इस चुनाव का सबसे गहरा सबक दो नेताओं की 'अस्तित्व की जंग' और 'रणनीति की पराकाष्ठा' है: नीतीश कुमार और चिराग पासवान. दोनों ने पिछले चुनाव की अपनी कमजोरियों को इस बार सबसे बड़ी ताकत में बदल दिया और बन गए असली विनर

  • img

    ज्ञान का नौ-मंजिला महल और एक क्रूर ख़िलजी: क्या है नालंदा के उत्थान और पतन की पूरी कहानी

    नालंदा दुनिया का पहला ज्ञात आवासीय विश्वविद्यालय था, जहां गुरु और शिष्य एक ही परिसर में रहते थे. इसकी अहमियत बस इतनी समझिए कि जब यूरोप की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी, जैसे इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ बोलोग्ना (1088 ई.) और पेरिस यूनिवर्सिटी (1150 ई.) की नींव रखी जा रही थी.

  • img

    एक ही कमरे में 95 बच्चे, 5 ब्लैकबोर्ड ! सवाल- सतना में ऐसे कैसे पढ़ पाते हैं बच्चे?

    शिक्षा का अधिकार कानून तो कहता है हर बच्चे को मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए, लेकिन मध्यप्रदेश के स्कूलों का हाल बेहाल है. सतना जिले के उचेहरा विकासखंड में एक सरकारी स्कूल ऐसा है जहां कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चे एक ही कमरे में साथ पढ़ते हैं. इन्हें अलग-अलग शिक्षक अलग-अलग विषय पढ़ाते हैं.

  • img

    रायपुर सेंट्रल जेल ब्रेक: बिश्नोई गैंग सहित कई कुख्यात नक्सली भी हैं बंद, सुरक्षा इंतजामों की खुली पोल

    रायपुर सेंट्रल जेल से एक कैदी के फरार हो जाने से न सिर्फ जेल प्रशासन में खलबली मची हुई है बल्कि जेल में सुरक्षा इंतजामों की पोल भी खुल गई है. ये मामला इसलिए भी संवेदनशील है क्योंकि रायपुर जेल में न सिर्फ कई नक्सली बल्कि लॉरेंस विश्वोई गैंग के गुर्गे भी बंद हैं. इसी जेल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल भी बंद हैं.

  • img

    84 बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना परोसने पर HC सख्त, कहा- सभी को 25-25 हजार मुआवजा दे सरकार

    छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के सरकारी स्कूल में गजब की लापरवाही हुई है जिस पर हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. दरअसल यहां मिड डे मिल में बच्चों को कुत्तों का जूठा भोजन परोस दिया गया था. इसी घटना को बिलासपुर हाईकोर्ट ने गंभीर मामला माना और न सिर्फ राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई बल्कि सभी प्रभावित 84 बच्चों को 25-25 हजार रुपये बतौर मुआवजा देने के आदेश भी जारी किए

  • img

    आखिर कहां गईं अर्चना तिवारी ? 12 दिनों बाद भी सुराग तक नहीं, मिडघाट के जंगलों में तलाश तेज

    इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही छात्रा अर्चना तिवारी का 12 वें दिन भी कोई सुराग नहीं लगा है.अब आशंका जताई जा रही है कि अर्चना मिडघाट के जंगलों में कहीं गिर गई हैं. इसी वजह से GRP और वन विभाग की टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. मिडघाट जंगल का हिस्सा बुधनी से बरखेड़ा के बीच में है.

  • img

    आजादी का शुभ मुहूर्त उज्जैन से निकला था ! जानिए पं. सूर्यनारायण और राजेन्द्र प्रसाद की वो कहानी

    देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है पर एक दिलचस्प सवाल ये है कि भारत 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाता है? इसके जवाब में कई राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय समीकरणों का जिक्र हो सकता है लेकिन आप ये जानकर चौंक जाएंगे कि इससे इतर एक वजह धार्मिक भी है. जी हां आजादी का ऐलान किस शुभ मुहूर्त में हो इसके लिए बकायदा पंचाग से तिथि निकाली गई थी.

  • img

    जबलपुर: 15 करोड़ के लूट कांड में नया खुलासा, 5 नहीं कुल 6 बदमाश थे वारदात में शामिल

    जबलपुर के सिहोरा में 15 करोड़ की डकैती की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. बुधवार को ही पुलिस ने आरोपियों के उस ठिकाने पर भी छापा मारा जहां वे बीते 20 दिनों ठहरे थे. इसके बाद अब खुलासा हुआ है कि ESAF माइक्रो फाइनेंस बैंक में डकैतों की संख्या पांच नहीं छह थी. अब तक ये माना जा रहा था कि सभी आरोपी दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए लेकिन अब पता चला है कि वे तीन बाइक पर सवार होकर आए थे.

  • img

    नदी में बहा डॉगी को नहलाने लाया युवक, 48 घंटे तक मालिक के इंतजार में वहीं बैठा रहा कुत्ता

    छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां एक युवक अपने पालतू डॉगी को नदी में नहलाने के लिए लाया था. इसी दौरान युवक तेज बहाव में बह गया. लेकिन मालिक के इंतजार में उसका डॉगी 48 घंटे तक वहीं नदी किनारे बैठा रहा.

  • img

    ईरान के शीर्ष नेता अयातुल्ला खामेनेई का क्या है भारत कनेक्शन? यहां जानिए

    ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई और उनके परिवार का भारत से क्या है गहरा ऐतिहासिक संबंध है, आइए जानते हैं.

  • img

    रिपोर्टर की आंखों देखी- राजौरी-पुंछ में आप घूम आइए, पता चलेगा- वे धर्म पर नहीं, देश पर हमला करते हैं

    कश्मीर में LoC और उसके आसपास के गांवों-शहरों में अब शांति लौट रही है. पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के पेशकश हुई और भारत ने उसे स्वीकार कर लिया..इसी बदौलत अमन की बहाली हुई है लेकिन इस पूरे ऑपरेशन सिंदूर को कवर करने गए NDTV के वरिष्ठ संवाददाता अनुराग द्वारी ने जो चीजें वहां देखी को पाक के पाप को तो बयान करती ही है साथ ही राजौरी-पुंछ के लोगों के दर्द को भी बयां करती हैं.

  • img

    सीजफायर के बाद सवाल पूछ रहा है राजौरी-पुंछ, क्या हम तब भी लौटेंगे, जब यहां कोई जंग न हो?

    LoC पर पाकिस्तान की गोलीबारी थम गई है. बीते करीब दो दिनों से शांति है. ऑपरेशन सिंदूर को कवर करने गए मीडिया वाले भी लौटने लगे हैं लेकिन पाकिस्तान के पाप का शिकार हुए राजौरी-पूंछ के लोगों के पास कई गहरे सवाल हैं..जिनके जवाब वो मीडिया वालों के साथ-साथ देश से भी मांग रहे हैं. इन्हीं सवालों को बता रहे हैं NDTV के वरिष्ठ संवाददाता अनुराग द्वारी जिन्होंने उनकी परेशानी को करीब से देखा

  • img

    रिपोर्टर की डायरी: हमें तो बस ज़िंदा रहना है...गोलाबारी के बीच पुंछ से लौट रहे प्रवासी मजदूरों का दर्द

    India Pakistan attack: मैंने संघर्ष पहले भी कवर किया है...मैंने उस नाज़ुक रेखा पर चलना सीखा है — जहां शांति और संकट एक-दूसरे की सांसों में घुलते हैं.लेकिन राजौरी में बीते कुछ दिनों में जो देखा, वह मेरी स्मृति में गोली की आवाज़ या पहाड़ियों में उठते धुएं के लिए नहीं बस गया...बल्कि उन लोगों की चुप्पी के लिए — जो बेआवाज़ निकलते जा रहे थे. पढ़िए पुंछ से रिपोर्टर की डायरी...अनुराग द्वारी की कलम से

  • img

    राजौरी में ना-PAK गोलीबारी के बीच डटे हैं बाशिंदे, बोले- बंदूकें थमेंगी, गेहूं फिर उगेगा

    भारत के'ऑपरेशन सिंदूर'से बौखलाया पाकिस्तान LoC पर लगातार गोलीबारी कर रहा है. राजौरी में खासकर सीमा से सटे इलाकों में इस गोलीबारी के कारण आम लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है और कुछ लोग घायल भी हुए हैं. इसी गोलीबारी के बीच NDTV के वरिष्ठ संवाददाता अनुराग द्वारी और उनकी टीम ने सीधे ग्राउंड पर जाकर हालात को समझा. पढ़िए इस विशेष रिपोर्ट को