
World Athletics Championship : वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में भारत ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई. भारत को इस क्षेत्र में एक नया बाहुबली मिल गया है. भारत के सचिन यादव चौथे स्थान पर रहे. हालांकि, सचिन मेडल नहीं जीत पाए, लेकिन यह भी अपने आप में कमाल रहा. कमाल ऐसे कि सचिन का फाइनल में बेस्ट थ्रो 86.27 मीटर रहा, जिसके बाद सचिन यादव ने फाइनल में नीरज चोपड़ा और ओलंपिक मेडलिस्ट अरशद नदीम का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया. अक्सर जब हम इस तरह की खबरें देखते हैं, तो दिमाग में सवाल आता है कि आखिर ये एथलीट खाते क्या हैं, जो इनमें इतनी ताकत आती है. तो चलिए आज इसी बात को डीकोड करते हैं.
एथलेटिक के लिए क्यों जरूरी है डाइट प्लान
सभी लोगों को पोषण का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन खेलों में भाग लेने वाले लोगों के शरीर की जरूरतें अलग-अलग तरह से बदल सकती हैं. यह पूरी तरह से खेल पर निर्भर करता है कि किस खेल के खिलाड़ी या एथलीट को किस तरह के आहार की जरूरत होगी. इसका सीधा सा मतलब यह है कि हर एथलीट की पोषण जरूरतें अलग होंगी और हर एथलीट के लिए अलग डाइट होगी. लेकिन यहां हम आम जरूरतों और खानपान का जिक्र कर रहे हैं, जिनका ध्यान एक एथलीट के लिए रखना बेहद जरूरी है.
क्या खाते हैं एथलीट? वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियन्स की डाइट कैसी होती है
प्रतियोगिता से कुछ हफ़्ते पहले
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्टूडेंट हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की आहार विशेषज्ञ , रेवन नायरन, एमएस, आरडी, एलडी ने हॉपकिंस मेडिसिन्स की वेबसाइट पर लिखे अपने लेख में इससे जुड़ी जानकारी दी है. वे बताती हैं कि
प्रतियोगिता के लिए प्रशिक्षण के दौरान, एथलीटों को लगभग 60% कार्बोहाइड्रेट, 20% प्रोटीन और 20% वसा युक्त संतुलित आहार दिया जाता है. हालांकि यह खेल और जरूरत के हिसाब से अलग हो सकता है.
डाइट में अलग- अलग तरह के खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं, जैसे कि साबुत अनाज वाली ब्रेड और अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, लीन मीट और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, समग्र प्रदर्शन के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
हाइड्रेटेड रहना है जरूरी : पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब सारे तरल पदार्थ दिए जाते हैं. यह आहार एथलीट को प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पर्याप्त ऊर्जा देने, सही शारीरिक वजन और संरचना पाने में मददगार हो सकता है.
प्रतियोगिता से पहले किन चीजों से किया जाता है परहेज
हालांकि कई खाद्य पदार्थ आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं, वहीं कुछ एक एथलीट के प्रदर्शन को नुकसान पहुंचा सकते हैं. प्रतियोगिता से पहले एथलीट अपनी डाइट से इन चीज़ों को निकाल देते हैं -
वसायुक्त खाद्य पदार्थ : ये खाद्य पदार्थ शरीर को सुस्त महसूस करा सकते हैं क्योंकि वसा को पचने में लंबा समय लगता है. मेवे, तले हुए खाद्य पदार्थ, पूरे दूध से बने डेयरी उत्पाद और लाल मांस वसायुक्त माने जाते हैं. ये खाद्य पदार्थ आपको पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट, जो आपको ऊर्जा स्रोत के रूप में जरूरी हैं, का सेवन करने से पहले ही पेट भरा हुआ महसूस करा सकते हैं.
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लैक्टोज़ युक्त खाद्य पदार्थ : जैसे दूध, दही और पनीर, क्योंकि लैक्टोज़ मतली या पेट खराब कर सकता है.
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ : फाइबर को पाचन तंत्र से गुजरने के लिए बहुत ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है, जिससे गैस, सूजन, पेट में ऐंठन या दस्त हो सकते हैं. फाइबर को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए रक्त आंत में पहुंचता है. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में बीन्स, बेरी और ब्रोकली शामिल हैं.
कैफीन : कैफीन निर्जलीकरण का कारण बन सकता है, जिससे ऐंठन हो सकती है, इसलिए प्रतियोगिता के दिन कैफीन युक्त पेय पदार्थों से बचना ही बेहतर है - जब तक कि आप नियमित रूप से कैफीन का सेवन न करते हों, क्योंकि प्रतियोगिता के दिन कैफीन का सेवन बंद करने से सिरदर्द हो सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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