विज्ञापन
This Article is From Oct 12, 2018

विश्व आर्थराइटिस दिवस: क्या है गठिया, किसे हो सकता है और क्या आती हैं इलाज में समस्याएं...

World Arthritis Day 2018: मेथोट्रेक्जेट के इस्तेमाल से तेजी से सूजन घटता है, जो शुरुआती रुमेटोइड गठिया के इलाज का जरूरी लक्ष्य है.

विश्व आर्थराइटिस दिवस: क्या है गठिया, किसे हो सकता है और क्या आती हैं इलाज में समस्याएं...
World Arthritis Day 2018: ज्यादा मोटापा होने से महिलाओं में सुधार नहीं होने की संभावना दोगुनी हो जाती है.
टोरंटो:

World Arthritis Day In Hindi: रुमेटाइड गठिया एक पुरानी सूजन की बीमारी है, जो किसी के जोड़ों को प्रभावित करती है. इससे जोड़ों में दर्द होता है और चलने में मुश्किल होती है. गठिया (Arthritis in Hindi) में शरीर में रोगों से लड़ने वाला तंत्र अपने ही ऊतकों पर हमला करने लगता है. यह जोड़ों को ही नहीं शरीर के आंतरिक अंगों पर भी असर ड़ालता है. रूमेटाइड गठिया का इलाज तकरीबन संभव नहीं है, लेकिन फ़िज़ियोथेरेपी और दवा से इसे बढ़ने से रोका जा सकता है. 

 

मीनोपॉज या ओस्टियोआर्थराइटिस में है क्या संबंध, कैसे निपटें

 

 

सेक्शुअल हेल्थ: सेक्स से पहले जरूर पूछें ये 5 सवाल...


शकरकंदी के फायदे: डायबिटीज को करे कंट्रोल, ब्लड शुगर को रखे सही...

 

विश्व आर्थराइटिस दिवस 2018 - World Arthritis Day 2018

 

किसे हो सकता है- What Is Arthritis in Hindi

रुमेटाइड गठिया (Arthritis) किसी को भी हो सकता है. महिलाओं में यह एस्ट्रोजन की कमी के चलते, आयरन, कैल्शियम के ज्यादा होने से भी हो सकता है. इसके अलावा शरीर के मिलने वाले जरूरी तत्वों की कमी, शराब का ज्यादा सेवन, ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याओं और किडनी से जुड़ी परेशानियों के चलते भी रुमेटाइड गठिया (Arthritis)  हो सकता है.

 

Zika Virus: क्या है और कैसे फैलता है जीका वायरस, इसके लक्षण, बचाव के उपाय और इलाज

 

arthritis

Arthritis: फ़िज़ियोथेरेपी और दवा से इसे बढ़ने से रोका जा सकता है. 
Photo Credit: iStock

 

टालना चाहती हैं पीरियड्स, तो अपनाएं ये 5 घरेलू नुस्‍खे

 

डायबिटीज रहेगी आपसे कोसों दूर......अगर करेंगे ये 9 काम

 

Shatavari: क्या हैं सेक्स पावर बढ़ाने के लि‍ए मशहूर शतावरी के फायदे और नुकसान...


क्या होती हैं समस्याएं - Arthritis symptoms in Hindi

महिलाओं में मोटापा और पुरुषों में धूम्रपान रुमेटोइड गठिया में शुरुआती इलाज के बावजूद सुधार नहीं होने के प्रमुख कारक हो सकते हैं. शोध से पता चलता है कि शुरुआती पहचान व तत्परता से इलाज के जरिए गठिया के नतीजे में सुधार आता है. लेकिन दिशानिर्देशों के अनुसार, देखभाल के बावजूद पहले साल में छह फीसदी महिलाओं व 38 फीसदी पुरुषों में सुधार नहीं होता है.

 

फीमेल कॉन्‍डोम इस्‍तेमाल करते वक्‍त ध्‍यान रखें ये बातें...

 

इन 4 चीजों से पल में हवा होगी एसिडिटी, यहां हैं घरेलू नुस्खे...

 

डिलीवरी के बाद रखें ब्लड प्रेशर पर नजर, हो सकता है दिल को खतरा...


कनाडा में मैकगिल विश्वविद्यालय के मेडिसिन के प्रोफेसर सुसान बार्टलेट ने कहा, "हमारा शोध बताता है कि जीवनशैली में बदलाव (पुरुषों में धूम्रपान बंद करना व महिलाओं में वजन में कमी) साथ ही साथ मेथोट्रेक्जेट के इस्तेमाल से तेजी से सूजन घटता है, जो शुरुआती रुमेटोइड गठिया के इलाज का जरूरी लक्ष्य है."


गर्मी की छुट्टियों में भी रुकने न पाएं बच्चों की शैतानियां, यूं रखें सेहत का ख्याल...

 


इस शोध का प्रकाशन एनल्स ऑफ रुमेटिक डिजिजेस नामक पत्रिका में किया गया है. इसमें 1628 वयस्कों को शामिल किया गया, जिनकी औसत आयु 55 साल है.

इसमें विश्लेषण से पता चला कि ज्यादा मोटापा होने से महिलाओं में सुधार नहीं होने की संभावना दोगुनी हो जाती है.

और खबरों के लिए क्लिक करें. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: