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प्रीमैच्योर मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को होता है डिप्रेशन, एंग्जायटी, रिसर्च में सामने आए कारण

Premature Menopause Depression: प्रीमैच्योर मेनोपॉज को मेडिकल भाषा में प्रीमैच्योर ओवेरियन इन्सफीशियन्सी (पीओआई) कहा जाता है. इसमें अंडाशय जल्दी काम करना बंद कर देते हैं, जिससे महिला के शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है.

प्रीमैच्योर मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को होता है डिप्रेशन, एंग्जायटी, रिसर्च में सामने आए कारण
इस अध्ययन में 345 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जो पीओआई से पीड़ित हैं.

Premature Menopause Depression: कुछ महिलाओं ने प्रीमैच्योर मेनोपॉज के दौरान डिप्रेशन का अनुभव किया है. इस पर वैज्ञानिकों ने एक स्टडी की और पाया कि मेनोपॉज के लक्षणों का गंभीर होना और भावनात्मक सहारे की कमी के चलते कई महिलाओं को मेनोपॉज की शुरुआत में डिप्रेशन हो सकता है. प्रीमैच्योर मेनोपॉज को मेडिकल भाषा में प्रीमैच्योर ओवेरियन इन्सफीशियन्सी (पीओआई) कहा जाता है. इसमें अंडाशय जल्दी काम करना बंद कर देते हैं, जिससे महिला के शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है. स्टडी में पाया गया है कि जिन महिलाओं को यह समस्या होती है, उनमें पूरी जिंदगी में डिप्रेशन और एंग्जायटी होने का खतरा ज्यादा होता है.

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मेनोपॉज से जूझ रही महिलाओं को एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के साथ-साथ प्रजनन क्षमता की कमी को भी झेलना होता है. शरीर में यह बदलाव अचानक होता है, जिसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है.

प्रीमैच्योर मेनोपॉज में डिप्रेशन और एंग्जायटी का खतरा ज्यादा

मेनोपॉज पत्रिका में ऑनलाइन प्रकाशित इस अध्ययन से पता चलता है कि कुछ कारणों से महिलाओं को प्रीमैच्योर मेनोपॉज में डिप्रेशन और एंग्जायटी होने का खतरा ज्यादा होता है. इन कारणों में कम उम्र में बीमारी का पता लगना, मेनोपॉज के लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर होना, भावनात्मक सहारे की कमी होना और प्रजनन क्षमता की कमी आना शामिल है.

नियमित जांच बहुत जरूरी

मेनोपॉज सोसाइटी की एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डॉ. मोनिका क्रिसमस ने कहा, "जिन महिलाओं को पीओआई होता है, उनमें डिप्रेशन बहुत आम है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि इन महिलाओं की नियमित जांच की जाए ताकि उनकी मानसिक स्थिति को जल्दी पहचाना जा सके और उन्हें ठीक किया जा सके."

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कैसे किया गया अध्ययन?

इस अध्ययन में 345 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जो पीओआई से पीड़ित हैं. उनमें से लगभग 29.9 प्रतिशत महिलाओं को डिप्रेशन के लक्षण दिखे. जिन महिलाओं ने हार्मोन थेरेपी एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टोजन ली थी और जिन महिलाओं ने ये थेरेपी नहीं ली थी, उनके डिप्रेशन के लक्षणों में कोई खास फर्क सामने नहीं आया.

डॉ. क्रिसमस ने कहा, "हार्मोन थेरेपी पीओआई पीड़ित महिलाओं के लिए मेनोपॉज से जुड़ी कुछ समस्याओं को कम करने और उनकी सेहत बचाने के लिए सामान्य इलाज है। लेकिन, डिप्रेशन के इलाज के लिए हार्मोन थेरेपी प्राथमिक विकल्प नहीं है."

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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