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बच्चों के लिए क्यों खेलना है जरूरी? मिलते हैं सेहत से जुड़े ये फायदे, स्किल डेवलपमेंट में भी मिलती है मदद

विशेषज्ञों की मानें तो हर 5-12 वर्ष की आयु के बच्चे को हर दिन कम से कम 60 मिनट की फिजिकल एक्टिविटीज जरूर करना चाहिए. कुछ स्कूल में तो बच्चों को स्पोर्ट्स पीरियड मिलता ही है, साथ ही घर में भी उन्हें खेलने की छूट होनी चाहिए.

बच्चों के लिए क्यों खेलना है जरूरी? मिलते हैं सेहत से जुड़े ये फायदे, स्किल डेवलपमेंट में भी मिलती है मदद
बच्चों को खेलने से होते हैं ये फायदे

Benefits of sports: बच्चों के लिए खेलना (Sports) बेहद जरूरी होता है. खेल एक फिजिकल एक्टिविटी है जो केवल उनके मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि ये उन्हें फिजिकली एक्टिव बनाता है. खेल से बच्चों को फिजिकल बेनेफिट्स के साथ ही सेहत से जुड़े लाभ भी होते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो हर 5-12 वर्ष की आयु के बच्चे को हर दिन कम से कम 60 मिनट की फिजिकल एक्टिविटीज जरूर करना चाहिए. कुछ स्कूल में तो बच्चों को स्पोर्ट्स पीरियड मिलता ही है, साथ ही घर में भी उन्हें खेलने की छूट होनी चाहिए.

खेल के शारीरिक लाभ (Physical benefits of sports)

शारीरिक गतिविधि और खेल के जरिए सक्रिय रहने से शरीर को कई फायदे होते हैं. इससे हार्ट तो हेल्दी रहता ही है, हड्डियों का स्वास्थ्य, मोटापे का कम जोखिम, बेहतर नींद के साथ ही बेहतर बैलेंस बनाए रखने में मदद मिलती है.

टीवी देखने या कंप्यूटर गेम खेलने जैसी एक्टिविटीज में बिताए गए समय को कम करने की भी सिफारिश की जाती है और यह शारीरिक गतिविधि बढ़ाने की सलाह दी जाती है. अगर बच्चा टीवी या कंप्यूटर या मोबाइल पर वक्त बिताना चाहता है तो जरूरी है कि आम इसका टाइम निर्धारित कर दें.

स्किल डेवलपमेंट

खेल में शामिल होना केवल शारीरिक फिटनेस से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है. खेल खेलने का मतलब अक्सर एक टीम का हिस्सा होना होता है और यह अलग-अलग क्षेत्रों में कौशल विकसित करने में मददगार होता है. खेल में शामिल सभी तकनीकों को सीखने के साथ-साथ, बच्चे लाइफ स्किल्स भी विकसित कर सकते हैं. टीम वर्क  से सहयोग और कोऑपरेशन, फ्लेक्सिबिलिटी, लक्ष्य निर्धारण और संबंध बनाने जैसे स्किल्स को बढ़ावा मिलता है. हारना सीखना भी एक अहम कौशल है जो बच्चे खेल के जरिए सीख सकते हैं.

बड़े होकर भी रहेंगे फिजिकली फिट

एक्टिव रहना जीवन का एक कौशल है. एक्टिव बच्चों के एक्टिव एडल्ट बनने की संभावना अधिक होती है, इसलिए अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही शारीरिक गतिविधि और खेल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें और सुनिश्चित करें कि जब खेल की बात आती है तो आप एक रोल मॉडल बनें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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