World Hypertension Day 2024 : उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर आजकल सेहत से जुड़ी बड़ी समस्या बनता जा रहा है. ये हमारे शरीर की धमनियों को प्रभावित करता है, आमतौर पर ये किसी बात को लेकर तनाव या घबराहट के समय बढ़ जाता है. जिन लोगों का हमेशा हाई ब्लड प्रेशर (High BLood Pressure) रहता है उस समस्या को हाइपरटेंशन कहा जाता है. हाई ब्लड प्रेशर (High BP) में धमनी की वॉल पर रक्त का दबाव लगातार बढ़ता रहता है. ऐसे में ब्लड को पंप करने के लिए हमारे हार्ट (Heart) को और अधिक मेहनत करनी पड़ती है. इसे कंट्रोल रखना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसके बिगड़ने पर व्यक्ति को कई तरह की शारीरिक परेशानियां घेर सकती है. अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर से स्ट्रोक, दिल का दौरा, किडनी रोग का खतरा बढ़ सकता है.
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण और कारण (High Blood Pressure Symptoms And Causes)
क्या है हाई ब्लड प्रेशर?
हाई ब्लड प्रेशर में हार्ट को ब्लड को पंप करने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है. आजकल की जीवनशैली इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण बनती जा रही है. जिसमें तनाव के साथ-साथ ड्रिंक, स्मोक के आदि युवा अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर रहे. जिसका नतीजा गंभीर बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर का होना है.
ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
वैसे तो हर शरीर अलग है, तो बीपी में हल्का ऊपर नीचे दिखने वाला बदलाव उतना मायने नहीं रखता. लेकिन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) के मुताबिक, वयस्कों में सामान्य ब्लड प्रेशर (बीपी) 120/80 मिमी एचजी माना गया है. ताजा दिशानिर्देशों के अनुसार वयस्कों के का बीपी 130/80 मिमी एचजी से कम होना चाहिए. अगर सिस्टोलिक प्रेशर जिसे आम भाषा में ऊपर का बीपी कहते हैं 120-129 मिमी एचजी और डायस्टोलिक प्रेशर जिसे आम भाषा में नीचे का बीपी कहा जाता है, 80 मिमी एचजी हो, तो इसे बॉर्डर लाइन ब्लड प्रेशर माना जाता है.
बीपी कब खतरनाक हो सकता है?
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि वयस्कों में सामान्य ब्लड प्रेशर (बीपी) 120/80 मिमी एचजी माना गया है. ऐसे में इससे ऊपर या नीचे जाए तो ध्यान दें. अब सवाल उठता है कि हाई बीपी में कौन सा स्तर खतरनाक है, तो बीपी अगर 200/120 मिमी एचजी से ज़्यादा हो जाए, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है. इस स्तर पर पहुंचने पर दिल और स्ट्रोक की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
समय पर कराएं इलाज
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखा जा सकता है. इसके लिए सही समय पर इलाज, जांच और दवाइयों की अहम भूमिका है. इसके साथ ही एक हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाकर इस गंभीर समस्या से निजात पाया जा सकता है और आने वाले खतरे से बचा जा सकता है.
हाई बीपी के लक्षण क्या होते हैं?
अक्सर देखा गया है, कि हाई ब्लड प्रेशर के कोई लक्षण शुरुआत में नजर नहीं आते. एक रिपोर्ट में भी इस बात को बताया गया है कि अधिकतर लोगों को यह पता ही नहीं चलता है कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर है. क्योंकि शुरुआत में इसके लक्षण व्यक्ति को समझ नहीं आते. ऐसे में व्यक्ति लंबे समय तक इस समस्या का इलाज नहीं कर पाता और बाद में गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाता है. लेकिन शरीर में कुछ बदलाव होने पर इसे नजरअंदाज न करें तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें जैसे- लगातार सिरदर्द बना रहना, सांस लेने में तकलीफ या सास फूलना, साफ दिखाई न देना, आंखों के सामने अंधेरा छाना, नींद की समस्या, भूलने की परेशानी, सीने में दर्द, नाक से खून आना.
हाई ब्लड प्रेशर के कारण क्या हैं?
शुरुआत में ब्लड प्रेशर का कारण आपकी बिगड़ी हुई दिनचर्या होती है. इसमें गलत खान-पान, अल्कोहल का ज्यादा सेवन, स्मोकिंग, शारीरिक गतिविधि न होना, बढ़ता वजन, तनाव इसलिए सेहतमंद जिंदगी के लिए लाइफस्टाइल में उचित बदलाव करने की जरूरत होती है, ताकि इन बीमारियों से बचकर रहा जा सके.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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