How To Relieve Migraine Headache: माइग्रेन होने पर सिर में धड़कते हुए दर्द महसूस होता है. हम इस दर्द से बचने के लिए कई पेनकिलर लेते हैं, जो हो सकता है थोड़ी देर के लिए आराम दे, लेकिन ये माइग्रेन का इलाज नहीं हो सकती हैं. माइग्रेन से राहत पाने के उपाय के तौर पर लोग कई घरेलू नुस्खे भी अपनाते हैं, लेकिन सही तरीका पता होने की वजह से बेअसर ही रहते हैं. हालांकि आपकी रसोई में कुछ चीजें हैं जो माइग्रेन को मैनेज करने में आपकी मदद कर सकती हैं. यहां हम बता रहे हैं कि आपको किचन में मौजूद इन चीजों का इस्तेमाल कैसे करना है. बाहर निकल गया है पेट, दिखने लगा है अब मोटापा, तो गेहूं नहीं बल्कि रोज खाएं इस आटे की रोटियां, घटने लगेगा फैट
1. माइग्रेन के लिए जीरा और इलायची की चाय
जीरा और इलायची रसोई में पाए जाने वाले दो मसाले हैं जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने सहित कई लाभ देते हैं. वे पाचन को बढ़ावा देते हैं और वजन घटाने में भी मदद करते हैं.
आपको चाय बनाने के लिए चाहिए इलायची दरदरी कुटी हुई, अजवायन, पानी, पुदीने की पत्तियां, जीरा, धनिये के बीज. इन सामग्रियों को पानी में डालें और मध्यम आंच पर 3-5 मिनट तक उबालें. मिश्रण को छान लें और दोपहर या रात के खाने के एक घंटे बाद चाय का आनंद लें. जब आप माइग्रेन का अनुभव कर रहे हों तब भी आप इसका सेवन कर सकते हैं. ये चाय मतली से राहत दिलाने में भी अच्छा काम करती है. नींद में सुधार के लिए आप इसे सोने से पहले भी ले सकते हैं. बचपन से ही बच्चों में डालें ये आदतें, फिर सफल होने से कोई नहीं रोक सकता, फ्यूचर में बड़ा आदमी कहकर खुसर-फुसर करेंगे लोग
2. माइग्रेन के लिए भीगी हुई किशमिश
आपको कम से कम 10-15 किशमिश रात भर भिगोकर रखनी है और सुबह सबसे पहले इनका सेवन करना है. यह शरीर को मतली, एसिडिटी, जलन और एक तरफा सिरदर्द से निपटने में भी मदद करता है. इसके अलावा, भीगी हुई किशमिश का पानी आपके स्वास्थ्य के लिए अन्य लाभ भी रखता है, जिसमें लिवर को डिटॉक्स करना, इम्यूनिटी को बढ़ावा देना, अपच में सहायता करना, वजन घटाने में मदद करना, हड्डियों की ताकत में सुधार करना, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना और हार्ट हेल्थ को मैनेज करना शामिल है.
3. माइग्रेन के लिए गाय का घी
जब मन और शरीर के बीच संतुलन बनाने की बात आती है, तो कोई भी किचन इंग्रीडिएंट्स गाय के घी की तरह काम नहीं करता है. आप इसे कुछ तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
- दो बूंदें अपनी नाक में डालें
- रोटी में डालें या घी में सब्ज़ियां पकाएं
- इसे सोने से पहले दूध के साथ लें.
यह विटामिन ए से भरपूर है, जो इम्यूनिटी और रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए जरूरी है. यह हेल्दी सेल्स को बढ़ावा देता है और इसे कीटो-फ्रेंडली माना जाता है. गाय के घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को हटाता है. इसमें डेयरी फैट और अमीनो एसिड होते हैं.
Frequent urination Causes in Hindi : क्यों आ रहा है बार-बार पेशाब, ये 4 बीमारियां हो सकती हैं वजह
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं