1. त्रिकोणासन (Triangle Pose)
त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं. इस मुद्रा में त्रिभुज की आकृति बनाई जाती है इसलिए इसे त्रिकोणासन कहा जाता है. यह योगासन प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए सबसे अच्छे योग में से एक माना जाता है. इस योगासन को सुबह उठकर करना फायदेमंद माना जाता है.
Yoga And Immunity: त्रिकोणासन करने से आप इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं.त्रिकोणासन करने का तरीका
1. सीधे खड़े हो जाएं, दोनों पैरों के बीच में 3.5 से लेकर 4 फीट तक गैप कर लें.
2. अपनी दाहिने एड़ी के केंद्र बिंदु को बाएं पैर के आर्च के केंद्र की सीध में रखें.
3. गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ते जाएं.
4. सांस छोड़ते हुए शरीर को हिप्स के नीचे से दाहिनी तरफ मोड़ें.
5. बाएं हाथ को ऊपर उठाएं और दाहिने हाथ से जमीन को स्पर्श करें.
6. दोनों हाथ मिलकर एक सीधी लाइन बनाएंगे.
7. दाहिने हाथ को पिंडली, टखने या जमीन पर टिके दाहिने पैर पर रखें.
8. सांस छोड़ने के साथ ही शरीर को ज्यादा रिलेक्स महसूस करें।
9. गहरी सांस भीतर खींचते हुए शरीर को ढीला छोड़ दें.
10. हाथों को साइड्स में गिराएं और पैरों को सीधा करें.
2. पादंगुष्ठासन (Big Toe Pose)
इम्यून सिस्टम के लिए एक और आसन को फायदेमंद माना जाता है वह है पादंगुष्ठासन. इस आसन को बिग टो पोज़ भी कहा जाता है, आपकी मांसपेशियों को आपके पैरों, आपकी रीढ़ और गर्दन के पीछे खींचने में मदद करता है. यह बेसिक लेवल का हठ योग सुबह खाली पेट कम से कम 30 सेकंड के लिए करें.
Yoga To Boost Immunity: इस योगासन से भी आप इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं.पादंगुष्ठासन का तरीका
1. पादंगुष्ठासन योग को करने के लिए आप सबसे पहले एक योगा मैट को फर्श पर बिछा के उस पर सीधे खड़े हो जाएं.
2. इस आसन को करने के लिए आप ताड़ासन की मुद्रा में भी खड़े हो सकते हैं.
3. अपने दोनों हाथों और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपने दोनों पैरों के बीच कम से कम 6 इंच की दूरी रखें.
4. अब साँस को छोड़ते हुए अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को सीधा रखें हुए कूल्हों के जोड़ से नीचे की ओर झुकें.
5. सांस लें और धड़ को ऊपर उठाएं और अपने हाथों को कोहनी से सीधा करें.
6. इस आसन में आप 30 से 90 सेकंड तक रुक सकते हैं.
3. भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन, जिसे कोबरा पोज़ भी कहा जाता है, एक कोबरा के उभरे हुड जैसा दिखता है. भुजंगासन सूर्यनमस्कार अभ्यास का हिस्सा है. 15-30 सेकंड या 5-10 सांस के लिए इस बेसिक लेवल अष्टांग योग मुद्रा को करें. यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद हो सकता है.
How To Boost Immunity: भुजंगासन का नियमित अभ्यास कर आप इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैंभुजंगासन करने का तरीका
1. सबसे पहले योग मेट पर पेट के बल लेट जाएं, हाथों को सिर के दोनों तरफ रखें और माथे को जमीन से टिकाएं.
2. इस दौरान अपने पैरों को तना हुआ और इनके बीच थोड़ी दूरी रखें.
3. अब अपनी हथेलियों को अपने कंधों के बराबर में लाएं. फिर लंबी गहरी सांस भरते हुए हाथों से जमीन की ओर दबाव डालते हुए, नाभि तक शरीर को ऊपर उठाने का प्रयास करें.
4. इस पोजीशन में रहकर आसमान की ओर देखने की कोशिश करें और इस पोजीशन में कुछ देर ठहरें.
5. इस दौरान अपने शरीर का भार दोनों हाथों पर बराबर बनाएं रखें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें.
6. अब धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं.
4. ताड़ासन (Mountain Pose)
नियमित रूप से ताड़ासन करने से आप इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं. यह एक ऐसा योगासन है जिससे न सिर्फ बेहतर स्वास्थ्य मिल सकता है बल्कि यह शरीर को स्ट्रेच करने में भी मददगार हो सकता है. ताड़ासन को माउंटेन पोज़ भी कहा जाता है. इस योगासन को दिन में किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि जब भी आप इस योग को करें आपका पेट खाली होना चाहिए. ऐसे में सलाह यही दी जाती है कि इसे सुबह उठने के बाद खाली पेट किया जाए.
Yoga For Boosting Immunity: योग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नेचुरल उपाय हो सकता है
ताड़ासन करने का तरीका
1. सबसे पहले किसी साफ और खुली जगह का चुनाव करें और योग मैट बिछाएं.
2. अब पैर और कमर को सीधा करके योग मैट पर खड़े हो जाएं.
3. इस दौरान एड़ियों को एक दूसरे से मिला कर रखें.
4. अपने दोनों हाथों को बगल में सीधा रखें.
5. अगले चरण में हथेलियों को आपस में फंसाकर ऊपर उठाएं. हथेलियों की दिशा आकाश की तरफ होनी चाहिए.
6. अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए, पंजों के बल खड़े होते हुए शरीर को ऊपर की ओर खीचें.
7. जब शरीर पूरी तरह तन जाए तो इस मुद्रा में कुछ देर बने रहने की कोशिश करें. साथ ही सामान्य रूप से सांस लेते रहें.
8. इस अवस्था में शरीर का पूरा भार पंजों पर होगा.
9. फिर सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं.
10. इस पूरी प्रक्रिया को लगभग 8 से 10 बार दोहराएं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है).