गले में कुछ अटकने से घुटने लगा है दम, तो ऐसे करें फर्स्ट एड, जान बचाने में काम आएंगे ये टिप्स

First aid for Choking: छोटे बच्चे अक्सर छोटी-छोटी चीजों को गले में अटका लेते हैं. दम घुटना जीवन के लिए खतरा होता है, क्योंकि यह ब्रेन को ऑक्सीजन देना बंद कर देता है.

गले में कुछ अटकने से घुटने लगा है दम, तो ऐसे करें फर्स्ट एड, जान बचाने में काम आएंगे ये टिप्स

छोटे बच्चे अक्सर छोटी-छोटी चीजों को गले में अटका लेते हैं.

घुटन तब होती है जब कोई चीज गले में या सांस की नली में फंस जाती है, जिससे हवा का प्रवाह रुक जाता है. आमतौर पर खाना खाते वक्त कोई टुकड़ा गले में फंस जाए तो ऐसा होता है. छोटे बच्चे अक्सर छोटी-छोटी चीजों को गले में अटका लेते हैं. दम घुटना जीवन के लिए खतरा होता है, क्योंकि यह ब्रेन को ऑक्सीजन देना बंद कर देता है. अगर आपका या किसी अन्य का दम घुट रहा है तो जल्द से जल्द आपको फर्स्ट एड यानी प्राथमिक उपचार करना चाहिए.

दम घुटने के इन लक्षणों को पहचानें (Watch for these signs of choking)

  • घबराहट, सदमा या भ्रम की स्थिति
  • बात करने में इनेबिलिटी
  • तनावपूर्ण या शोर भरी सांस लेना
  • सांस लेने की कोशिश करते समय चरमराने की आवाज आना
  • खांसी, जो या तो कमजोर या जोरदार हो सकती है.
  • त्वचा, होंठ और नाखून जिनका रंग बदल जाता है और वे नीले या भूरे हो जाते हैं.
  • होश खो देना

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दम घुटने के लिए फर्स्ट एड | first aid for choking

  • एक दम घुट रहे व्यक्ति के ठीक पीछे एक तरफ खड़े हो जाएं. एक बच्चे के लिए, पीछे घुटने टेकें, व्यक्ति के शरीर को सहारा देने के लिए अपना हाथ उसकी छाती पर रखें. व्यक्ति को कमर के बल ज़मीन की ओर झुकाएं. अपने हथेली से व्यक्ति के कंधे के ब्लेड के बीच पांच अलग-अलग बार वार करें.
  • अगर पीछे से मारने पर अटकी हुई चीज नहीं निकलती, तो पेट पर पांच बार जोर लगाएं.
  • जब तक अटकी हुई चीज बाहर नहीं आ जाती, ऐसा करते रहें.

बेहोश व्यक्ति का एयरवे साफ करने का तरीका

  • कुछ अटकने से अगर कोई बेहोश हुआ है को उसका वायुमार्ग यानी एयरवे साफ़ करने से ही वह होश में आ सकता है.
  • इसके लिए व्यक्ति को फर्श पर पीठ के बल लिटा दें और भुजाएं बगल में रखें.
  • अगर आप वस्तु देख सकते हैं, तो वस्तु को बाहर निकालने के लिए मुंह में उंगली डालें. अगर आप वस्तु नहीं देख पा रहे हैं तो कभी भी उंगली से न हिलाएं. इससे परेशानी पढ़ सकती है.
  • अगर व्यक्ति फिर भी प्रतिक्रिया नहीं देता है तो सीपीआर शुरू करें.

छोटे बच्चों के लिए करें ये उपाय

  • बैठ जाएं और शिशु को अपनी आर्म पर नीचे की ओर मुंह करके पकड़ें. अपनी बांह को अपनी जांघ पर टिकाएं. सिर को सहारा देने के लिए शिशु की ठुड्डी और जबड़े को पकड़ें. सिर को धड़ से नीचे रखें.
  • शिशु को पीठ के बीच में पांच बार धीरे से लेकिन मजबूती से थपथपाएं.
  • अगर बच्चा अब भी सांस नहीं ले रहा तो उसे अपने फोरआर्म पर घुमाएं. अपने हाथ को अपनी जांघ पर टिकाएं. शिशु के सिर को धड़ से नीचे रखें.
  • अपनी उंगलियों से उसकी छाती पर पांच हल्के लेकिन मजबूत दबाव दें. दो अंगुलियों को निपल लाइन के ठीक नीचे रखें. लगभग 1 1/2 इंच नीचे दबाएं. प्रत्येक दबाव के बीच छाती को ऊपर उठने दें.
  • अगर सांस लेना शुरू नहीं होता है तो पीठ थपथपाएं और छाती को दबाएं. एमरजेंसी मेडिकल हेल्प के लिए कॉल करें.
  • अगर वायुमार्ग साफ है लेकिन शिशु सांस लेना शुरू नहीं करता है तो शिशु सीपीआर शुरू करें.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.