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हंसाने वाला 'इंद्रवदन' रुला गया: एक्टर सतीश शाह की Kidney failure से मौत, आप इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

सतीश शाह का जाना सिर्फ सिनेमा जगत के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी के लिए एक बड़ी क्षति है, जिन्होंने उन्हें स्क्रीन पर देखकर हंसना सीखा. लेकिन उनकी मौत एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या की ओर भी हमारा ध्यान खींचती है, और वो है किडनी का फेल होना. यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर में पनपती है और अक्सर इसके शुरुआती लक्षणों को हम नजरअंदाज कर देते हैं, जिसका नतीजा जानलेवा हो सकता है.

हंसाने वाला 'इंद्रवदन' रुला गया: एक्टर सतीश शाह की Kidney failure से मौत, आप इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
दिग्गज एक्टर सतीश शाह की किडनी फेलियर से हुई मौत. जानें क्या हैं किडनी फेलियर के शुरुआती लक्षण, कारण और इससे बचने के आसान तरीके.

kidney failure symptoms : 'साराभाई वर्सेस साराभाई' के इंद्रवदन साराभाई के रूप में हर घर में ठहाके बिखेरने वाले, और फिल्मों में अपने यादगार किरदारों से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले दिग्गज अभिनेता सतीश शाह अब हमारे बीच नहीं रहे.74 साल की उम्र में, 25 अक्टूबर को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में किडनी फेलियर के कारण उनका निधन हो गया. इस खबर ने उनके लाखों चाहने वालों और पूरी फिल्म इंडस्ट्री को गहरे सदमे में डाल दिया है.

सतीश शाह का जाना सिर्फ सिनेमा जगत के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी के लिए एक बड़ी क्षति है, जिन्होंने उन्हें स्क्रीन पर देखकर हंसना सीखा. लेकिन उनकी मौत एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या की ओर भी हमारा ध्यान खींचती है - और वो है किडनी का फेल होना. यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर में पनपती है और अक्सर इसके शुरुआती लक्षणों को हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिसका नतीजा जानलेवा हो सकता है. आइए इस लेख में बिल्कुल आसान भाषा में इस गंभीर परेशानी के लक्षणों को समझते हैं...

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क्या होता है किडनी फेलियर?

हमारी किडनी शरीर के लिए एक फ़िल्टर या छन्नी की तरह काम करती है. इसका मुख्य काम खून में से गंदगी, जहरीले पदार्थ और जरूरत से ज़्यादा पानी को बाहर निकालना है. जब किडनी ये काम ठीक से करना बंद कर देती है, तो खून में गंदगी जमा होने लगती है, जो शरीर के दूसरे अंगों को भी नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है. इसी स्थिति को किडनी फेलियर कहते हैं. अगर सही समय पर इसका पता न चले और इलाज शुरू न हो, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है.

शरीर देता है ये वॉर्निंग साइन, भूलकर भी न करें इग्नोर

किडनी खराब होने से पहले हमारा शरीर हमें कई संकेत देता है. अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत अलर्ट हो जाएं-

हर समय थकान और कमज़ोरी

 अगर बिना किसी खास वजह के आपको हर समय थका-थका और कमजोर महसूस हो, तो यह किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है.

पैरों, टखनों और आंखों के नीचे सूजन

 जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में अतिरिक्त पानी और नमक जमा होने लगता है, जिससे सूजन आ जाती है.

पेशाब में बदलाव

 बार-बार पेशाब आना, या बहुत कम आना, पेशाब में झाग बनना या खून आना भी खतरे की घंटी है.

भूख न लगना और उल्टी जैसा महसूस होना

खून में गंदगी जमा होने से भूख मर जाती है और जी मिचलाने लगता है.

स्किन में खुजली या रूखापन

किडनी की समस्या होने पर स्किन बहुत ज़्यादा सूखी हो जाती है और उसमें लगातार खुजली होती है.

सांस लेने में दिक्कत

शरीर में अतिरिक्त तरल फेफड़ों में जमा हो सकता है, जिससे लेटने पर या सोते समय सांस लेने में तकलीफ होती है.

क्यों होती है किडनी फेल? 

हाई ब्लड प्रेशर (High BP)

 लंबे समय तक ब्लड प्रेशर का बढ़ा रहना किडनी की नसों को नुकसान पहुंचाता है.

अनकंट्रोल डायबिटीज (Sugar)

शुगर की बीमारी किडनी की सबसे बड़ी दुश्मन मानी जाती है.

किडनी में बार-बार इन्फेक्शन

बार-बार होने वाले इन्फेक्शन से भी किडनी कमजोर हो जाती है.

किडनी में पथरी

 पथरी या किसी और वजह से पेशाब के रास्ते में रुकावट भी किडनी पर दबाव डालती है.

दर्द की दवाओं का ज्यादा इस्तेमाल

बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक पेनकिलर खाना किडनी के लिए घातक हो सकता है.

किडनी को रखना है फिट तो अपनाएं ये आदतें

पानी पिएं

दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं. यह शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है.

खाने में नमक कम

अपने खाने में नमक, मसालेदार और तली-भुनी चीजें कम करें. हरी सब्जियां, फल और सलाद ज्यादा खाएं.

ब्लड प्रेशर और शुगर पर रखें नजर

अगर आपको बीपी या शुगर की समस्या है, तो नियमित जांच कराएं और डॉक्टर की दी हुई दवाएं समय पर लें.

एक्सरसाइज को बनाएं दोस्त

 रोज़ाना कम से कम 30 मिनट की वॉक, योग या कोई भी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज ज़रूर करें.

शराब और सिगरेट को कहें 'ना'

ये दोनों ही आदतें किडनी पर बहुत बुरा असर डालती हैं.

नियमित जांच है जरूरी

40 की उम्र के बाद साल में एक बार किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) जरूर कराएं ताकि किसी भी समस्या का पता शुरुआत में ही चल सके.
 

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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