कोविड-19 महामारी ने न ही केवल शारीरिक बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाला है. अवसाद, नींद की बीमारी और चिंता, COVID-19 के बाद दुनिया भर में व्यापक मुद्दे बन गए हैं. कोविड 19 के बाद लोगों में एंग्जायटी (Anxiety) इशू अधिक देखे जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि इसके क्या कारण हैं और इससे बचने के लिए क्या किया जाना चाहिए.
एंग्जायटी के कारण और बचाव- Causes And Prevention Of Anxiety:
लॉकडाउन का प्रभाव
सामाजिक अलगाव, कई मानसिक स्वास्थ्य चिंताओं के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक होता है. COVID-19 की वजह से लंबे समय तक लॉकडाउन रहा और लोग अपने घरों में बंद रहे इसकी वजह से सामाजिक अलगाव का सामना करना पड़ा.
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चिंताजनक लक्षण क्या हैं?
तेज़ दिल की धड़कन, सांस की तकलीफ, पसीना, और पैनिक डिसऑर्डर जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है और डॉक्टर से मिलना जरूरी है.
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क्या है इलाज-What Is The Treatment:
मान लीजिए कि आप हाल ही में COVID-19 से ठीक हुए हैं, लेकिन अभी भी एंग्जायटी के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, उस स्थिति में, आप सबसे पहले ये समझें कि आप अकेले नहीं है और इस कठिन समय से उबरने के लिए आपका परिवार साथ है. अपने परिवार और दोस्तों से मदद मांगें. आशा न खोएं और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें.
अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर आप एंग्जायटी पर कंट्रोल कर सकते हैं. अगर आप COVID-19 के बाद की एंग्जाइटी से प्रभावित हुए हैं, तो उपचार आपको बेहतर महसूस करने और नियंत्रण हासिल करने में मदद कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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