विज्ञापन
This Article is From Jan 05, 2023

Peanut Side Effects: इन 5 लोगों को नहीं करना चाहिए कभी भी मूंगफली का सेवन, जानिए क्या होते हैं नुकसान

Side Effects Of Peanut: कभी भी किसी चीज को बिना सोचे समझे नहीं खाना चाहिए. मूंगफली के नुकसान लंबे समय तक परेशान कर सकते हैं ऐसे में ध्यान रखने वाली बात ये है कि किन लोगों को वाकई मूंगफली का सेवन करने से बचना चाहिए.

Peanut Side Effects: इन 5 लोगों को नहीं करना चाहिए कभी भी मूंगफली का सेवन, जानिए क्या होते हैं नुकसान
Peanut Side Effects: अलर्जी संवेदनशील वाले लोगों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए.

Disadvantages Of Peanut: सर्दियों शुरू होते ही मूंगफली की ठेलियां भी दिखने लग जाती हैं. कौन नहीं चाहता कि इस ठंड में कुरकुरे मूंगफली का आनंद लिया जाय. मूंगफली के स्वास्थ्य लाभ भी अनेक हैं इसलिए इसे सुपरनट भी कहा जाता है. मूंगफली के फायदे इतने हैं कि उनको लिस्टेड करना आसान नहीं है. वहीं आपको बता दें कि ये नट सभी के लिए हेल्दी नहीं है. मूंगफली के नुकसान (Side Effects Of Peanut) भी बहुत हैं. कई लोगों को इसके सेवन से बिल्कुल परहेज करना चाहिए. आप सोच रहे होंगे कि ऐसे लोगों की क्या पहचान है जिन्हें इस नट को नहीं खाना चाहिए. अगर आप भी उस ग्रुप में आते हैं जिन्हें मूंगफली नहीं खानी हैं, तो जान लीजिए आपको कौन से नुकसान हो सकते हैं. जानिए किस तरह के लोगों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए?

सर्दियों में मूंगफली खाने के नुकसान | Disadvantages Of Eating Peanuts In Winter

1) गाउट से पीड़ित रोगी

गाउट प्यूरीन मेटाबॉलिज्म विकार के कारण होने वाली बीमारी है. सभी गाउट रोगी हाइपरयूरिसीमिया से पीड़ित होंगे क्योंकि हाई फैटी डाइट यूरिक एसिड के स्राव को कम करेगा और रोग को बढ़ाएगा, इसलिए गठिया के रोगियों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए.

2) पित्ताशय-उच्छेदन (कोलेसिस्टेक्टोमी) वाले रोगी

शरीर में फैट के पाचन और अवशोषण के लिए पित्त बहुत जरूरी है. भोजन करने के बाद पित्ताशय पित्त को पाचन और अवशोषण की सुविधा के लिए ग्रहणी में स्रावित करता है. हाई-प्रोटीन और हाई फैट वाले फूड्स पित्ताशय पर तीव्र उत्तेजना पैदा करेंगे, जो पित्त के स्राव को बढ़ावा देगा. मूंगफली में निहित तेल वसा के पाचन को प्रभावित करेगा.

सर्दियों में गर्म कपड़े पहनने से आता है पसीना तो Sweating से बचने के लिए इन प्रभावी और आसान तरीकों को अपनाएं

3) गैस्ट्रिक अल्सर, क्रोनिक गैस्ट्रिक रोगी

इनमें से कई रोगी पुराने पेट दर्द, दस्त या अपच और अन्य लक्षणों से पीड़ित होते हैं. इसलिए उन्हें अपनी डेली डाइट में ऑयल और फैटी भोजन कम करना चाहिए. जबकि मूंगफली में प्रोटीन और वसा की मात्रा अधिक होती है, जिसे शरीर द्वारा पचाना और अवशोषित करना मुश्किल होता है, इसलिए यह इन रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं है.

9g513ci8

4) वजन कम करने वाले लोग

मूंगफली कैलोरी और वसा से भरपूर होती है. तली हुई मूंगफली खाने का मतलब है कि आपके शरीर में काफी कैलोरी जमा हो जाती है. इसलिए जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें मूंगफली से दूर रहना चाहिए.

इस डाइट टिप्स को अपनाकर बनाएं रखें अपनी एक्ने फ्री स्किन और चेहरे पर बढ़ाएं चमक

5) हाइपरलिपोप्रोटीनेमिया वाले रोगी

हाइपरलिपोप्रोटीनेमिया रोगियों के लिए डाइट थेरेपी में कैलोरी, सेचुरेटेड फैटी एसिड और कोलेस्ट्रॉल का सेवन कम करना है. मूंगफली एक प्रकार का हाई फैट और हाई कैलोरी वाला भोजन है, जो बहुत अधिक खाने से रोग को बढ़ा देगा, जिससे कोरोनरी हृदय रोग और अन्य हृदय रोग हो सकते हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com