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पपीता की तासीर कैसे होती है गर्म या ठंडी? जानें पके पपीते के 5 बड़े फायदे और खाने का सही तरीका

Papita Ki Taseer Kaisi Hoti Hai: आज हम पपीते की तासीर के भ्रम को दूर करेंगे, और जानेंगे कि इसे खाने का सही समय क्या है ताकि आप इसके बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ उठा सकें.

पपीता की तासीर कैसे होती है गर्म या ठंडी? जानें पके पपीते के 5 बड़े फायदे और खाने का सही तरीका
पके पपीते की तासीर | Pakka Papita ki Taseer Kaisi Hoti Hai

सुबह के नाश्ते में हो या दोपहर के खाने के बाद, पपीता (Papaya) एक ऐसा फल है जिसे अक्सर स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. यह पाचन के लिए रामबाण है और ढेर सारे पोषक तत्वों से भरपूर है. लेकिन भारतीय परंपरा में हमेशा एक सवाल उठता है कि पपीता की तासीर कैसे होती है? क्या यह पेट को ठंडा रखता है या इसकी तासीर गर्म होती है? यह जानना इसलिए भी ज़रूरी है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार, किसी भी भोजन की तासीर हमारे वात, पित्त और कफ दोषों को प्रभावित करती है. आज हम पपीते की तासीर के भ्रम को दूर करेंगे, और जानेंगे कि इसे खाने का सही समय क्या है ताकि आप इसके बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ उठा सकें.

एक्सपर्ट की राय: पपीता की तासीर का सच

पपीते की तासीर को लेकर भ्रम इसलिए है क्योंकि यह दो रूपों में इस्तेमाल होता है: पके पपीते (Ripe Papaya) और कच्चे पपीते (Unripe Papaya) के रूप में.

1. पके पपीते की तासीर | Pakka Papita ki Taseer Kaisi Hoti Hai

तासीर: पका पपीता आमतौर पर तटस्थ (Neutral) से हल्की गर्म प्रकृति का माना जाता है.

प्रभाव: भले ही इसकी तासीर हल्की गर्म हो, लेकिन इसका प्रभाव अक्सर शीतलता देने वाला होता है क्योंकि इसमें पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है. यह पित्त दोष को शांत करता है और पेट को आराम देता है. इसलिए इसे गर्मियों में भी सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है.

2. कच्चे पपीते की तासीर | Kaccha Papita Thanda Hota Hai ya Garam

तासीर: कच्चा या हरा पपीता निश्चित रूप से गर्म तासीर का होता है.

उपयोग: यह गर्माहट वाला प्रभाव ही इसे औषधीय बनाता है. यही कारण है कि आयुर्वेद में कच्चे पपीते का उपयोग दवा के रूप में, खासकर मासिक धर्म (Menstrual Cycle) से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है.

यदि आप पका हुआ, मीठा पपीता खा रहे हैं, तो इसकी तासीर आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी, यह एक संतुलित फल है.

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पपीते के 5 जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ | Papita Khane Ke Fayde

इसकी तासीर चाहे जो भी हो, इसके फायदों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. नियमित रूप से पपीता खाने के 5 बड़े फायदे:

1. पाचन का बादशाह (The Ultimate Digestive Aid) : पपीते में पापेन (Papain) नामक एक शक्तिशाली एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है. यह कब्ज, एसिडिटी, गैस और पेट की सूजन जैसी समस्याओं से तुरंत राहत दिलाता है और आपके पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है.

2. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए (Boosts Immunity) : पपीता विटामिन-सी (Vitamin C) से भरपूर होता है. 100 ग्राम पपीता आपकी दैनिक विटामिन-सी की ज़रूरत को पूरा कर सकता है. विटामिन-सी आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाता है और आपको सर्दी-जुकाम से बचाता है.

3. त्वचा और आँखों के लिए वरदान : पपीता विटामिन-ए (Vitamin A), ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स का भी स्रोत है. विटामिन-ए आँखों की रोशनी (Vision) के लिए ज़रूरी है, जबकि एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे त्वचा चमकदार और जवां बनी रहती है.

4. वज़न घटाने में सहायक : पपीते में कैलोरी बहुत कम होती है और फाइबर की मात्रा अच्छी होती है. यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे आप बार-बार खाने से बचते हैं और वज़न घटाना आसान हो जाता है.

5. मासिक धर्म में सहायक (Aiding Menstruation) : कच्चे पपीते की गर्म तासीर गर्भाशय में संकुचन (Contractions) पैदा कर सकती है. यह महिलाओं को रुके हुए या अनियमित मासिक धर्म (Irregular Periods) को शुरू करने में मदद कर सकता है.

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पपीता खाने का सही समय और सावधानी | Papita Kab Khana Chahiye

सही समय: पपीता खाने का सबसे अच्छा समय नाश्ते में या दोपहर के खाने के बीच में (मिड-डे स्नैक) है. इस समय पाचक एंजाइम सबसे ज़्यादा सक्रिय होते हैं. रात में भारी खाना खाने के तुरंत बाद इसे खाने से बचें.

सावधानियाँ: गर्भवती महिलाओं को पपीते (खासकर कच्चे पपीते) का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें लेटेक्स (Latex) होता है जो गर्भाशय के संकुचन को बढ़ा सकता है और समस्या पैदा कर सकता है.

पपीता की तासीर कैसे होती है (Papita Ki Taseer Kaisi Hoti Hai): इसका सरल उत्तर है कि पका पपीता तटस्थ गुणों वाला, पाचन के लिए सबसे बेहतरीन फल है, जिसे आप बेझिझक अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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