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नीरज चोपड़ा जिस बीमारी का इलाज कराने गए जर्मनी, जानिए कितनी खतरनाक है हर्निया और कैसे होता है इलाज

हर्निया का उपचार उसकी गंभीरता और प्रकार पर निर्भर करता है. कुछ मामूली हर्निया को बिना सर्जरी के कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन ज्यादा मामलों में सर्जरी की जरूरत होती है.

नीरज चोपड़ा जिस बीमारी का इलाज कराने गए जर्मनी, जानिए कितनी खतरनाक है हर्निया और कैसे होता है इलाज
एथलीटों के लिए इंगुइनल हर्निया काफी गंभीर हो सकता है.

Neeraj Chopra Hernia Surgery: भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद कहा था कि उनके दिमाग में कहीं न कहीं उनकी चोट के उभरने का डर था. रिपोर्ट के मुताबिक, नीरज चोपड़ा इंगुइनल हर्निया की पुरानी समस्या से पीड़ित हैं. लंबे समय से चली आ रही इस समस्या के राहत पाने के लिए सर्जरी कराने के लिए जर्मनी गए हैं. एथलीटों के लिए इंगुइनल हर्निया काफी गंभीर हो सकता है और उनके खेल को प्रभावित कर सकता है. डॉक्टरों के अनुसार, इंगुइनल हर्निया को सावधानीपूर्वक मैनेज करने की जरूरत होती है. इंगुइनल हर्निया में एब्डोमिनल सॉफ्ट टिश्यू, कमजोर लोअर एब्डोमिनल वॉल के जरिए ग्रोइन एरिया में दबाव डालते हैं. रिपोर्ट के अनुसार पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन इस समस्या के कारण प्रभावित हुआ था. 26 वर्षीय भाला फेंक स्टार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह लंबे समय से इस समस्या से पीड़ित हैं.

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क्या होती हर्निया की बीमारी | What Is Hernia Disease

हर्निया एक ऐसा मेडिकल कंडिशन है जिसमें शरीर के किसी अंग या टिश्यू का हिस्सा कमजोर मसल्स या टिश्यू के जरिए से बाहर निकल आता है. यह स्थिति अक्सर पेट की दीवार में होती है, लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है. हर्निया कई प्रकार के होते हैं और यह समस्या उम्र, लिंग और लाइफस्टाइल के आधार पर कई लोगों में पाई जा सकती है.

हर्निया के प्रकार (Types of hernia)

इंगुइनल हर्निया (Inguinal Hernia): यह पुरुषों में सबसे आम हर्निया है और पेट के निचले हिस्से में होता है, जहां पेट की दीवार कमजोर होती है.
फेमोरल हर्निया (Femoral Hernia): यह महिलाओं में ज्यादा पाया जाता है और जांघ के ऊपरी हिस्से में होता है.
उम्बिलिकल हर्निया (Umbilical Hernia): यह नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं में देखा जाता है और नाभि के आसपास होता है.
हाइटल हर्निया (Hiatal Hernia): इसमें पेट का हिस्सा डायाफ्राम के माध्यम से छाती की कैविटी में प्रवेश कर जाता है.
इंसीज़नल हर्निया (Incisional Hernia): यह पहले की सर्जरी के बाद टिश्यू के कमजोर हो जाने से होता है.

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हर्निया के लक्षण (Symptoms of Hernia)

  • प्रभावित क्षेत्र में सूजन या उभार
  • दर्द, खासकर जब खांसते, झुकते या भारी सामान उठाते हैं
  • हर्निया क्षेत्र में जलन या भारीपन का अनुभव
  • खाने के बाद पेट में जलन
  • कब्ज या मल त्याग में कठिनाई

हर्निया के कारण (Causes of Hernia)

  • पेट की मांसपेशियों या टिश्यू की कमजोरी
  • भारी वजन उठाने से मसल्स पर बहुत ज्यादा दबाव
  • खांसी या छींक
  • गर्भावस्था, जिससे पेट की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है
  • अचानक वजन बढ़ना या घटाना
  • पुरानी कब्ज, जिससे मल त्याग के दौरान जोर लगाना पड़ता है.

हर्निया का उपचार (Treatment of Hernia)

हर्निया का उपचार उसकी गंभीरता और प्रकार पर निर्भर करता है. कुछ मामूली हर्निया को बिना सर्जरी के कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन ज्यादा मामलों में सर्जरी की जरूरत होती है.

सर्जरी: हर्निया की स्थिति को सुधारने के लिए सर्जरी जरूरी होती है. इसमें हर्निया को सही जगह पर रखकर कमजोर मसल्स या टिश्यू को मजबूत किया जाता है.

लैप्रोस्कोपिक सर्जरी: इसमें छोटे चीरे के माध्यम से हर्निया का इलाज किया जाता है, जिससे रिकवरी का समय कम होता है और दर्द भी कम होता है.

लाइफस्टाइल में बदलाव: वजन कंट्रोल रखने, हेल्दी डाइट लेने और भारी वजन उठाने से बचने जैसे उपाय करके हर्निया के जोखिम को कम किया जा सकता है.

हर्निया एक गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. समय पर पहचान और सही इलाज से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है. अगर आपको हर्निया के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह के अनुसार इलाज कराएं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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