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हर्निया को हल्के में न लें, गांठ दिखे तो समय रहते कराएं इलाज, जानिए कितने तरह के होते हैं Hernia

What Is Hernia : अगर आपको कोई गांठ या अजीब उभार दिखे जो उठने-बैठने पर आता-जाता हो, तो उसे हल्के में न लें. शुरुआती जांच और इलाज से हर्निया को आसानी से रोका जा सकता है.

हर्निया को हल्के में न लें, गांठ दिखे तो समय रहते कराएं इलाज, जानिए कितने तरह के होते हैं Hernia
Types of Hernia: इन तरहों का होता है हर्निया, जानें कितना है खतरनाक.

What Is Hernia: हमारे शरीर में कई बार कुछ बदलाव धीरे-धीरे होते हैं, जिन पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो वे बड़ी समस्या बन सकते हैं. हर्निया एक ऐसा ही मामला है. यह कोई सीधा-सपाट रोग नहीं होता, बल्कि यह शरीर की किसी अंदरूनी कमज़ोरी का संकेत देता है. अक्सर लोग इसे मामूली मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि हर्निया की अनदेखी से आगे चलकर सर्जरी तक की नौबत आ सकती है.

हर्निया होता क्या है?

हर्निया तब होता है जब शरीर के अंदर का कोई अंग या टिश्यू अपनी जगह से खिसककर उस जगह से बाहर निकलने लगता है जहां उसे होना चाहिए. यह ज्यादातर पेट या कमर के हिस्से में होता है. यह एक उभार की तरह दिखाई देता है, जो कभी आता है और कभी चला जाता है. कुछ मामलों में दर्द होता है, तो कुछ में नहीं भी.

हर्निया के आम प्रकार (Common types of hernia)

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1. वंक्षण हर्निया (Inguinal Hernia)

यह सबसे आम प्रकार है और ज़्यादातर पुरुषों में होता है. इसमें आंत का कुछ हिस्सा जांघ के ऊपरी हिस्से की ओर निकल आता है.

2. फीमरल हर्निया

यह महिलाओं में ज़्यादा देखा जाता है. इसमें फैटी टिश्यू जांघ के निचले हिस्से की ओर बाहर आता है.

3. हाइटल हर्निया

इसमें पेट का ऊपरी हिस्सा छाती में खिसक जाता है. यह डायाफ्राम में कमज़ोरी के कारण होता है.

4. नाभि हर्निया

यह नाभि के पास होता है और ज़्यादातर बच्चों में जन्म से ही मौजूद रहता है.

5. चीरा हर्निया

यह पेट की पुरानी सर्जरी के निशान से होता है, जहां मांसपेशी कमज़ोर हो गई होती है.

6. वेंट्रल हर्निया

पेट की सामने वाली दीवार के बीच होने वाला हर्निया.

7. पेरिनियल हर्निया

यह दुर्लभ होता है और पेल्विक हिस्से में होता है.

हर्निया के लक्षण

-शरीर के किसी हिस्से में गांठ या उभार जो बैठने, उठने या खांसने पर दिखे.
-उस हिस्से में हल्का दर्द या जलन.
-भारी सामान उठाने पर परेशानी.
-कुछ मामलों में खाना खाने के बाद भारीपन.

इलाज क्या है?

ज्यादातर हर्निया को सर्जरी से ठीक करना पड़ता है. अगर यह शुरू में है और ज़्यादा दिक्कत नहीं दे रहा, तो डॉक्टर कुछ समय तक इंतज़ार कर सकते हैं. लेकिन समय के साथ यह बढ़ता है, इसलिए इलाज ज़रूरी होता है.

सर्जरी दो तरह से होती है:

1. लेप्रोस्कोपिक सर्जरी: इसमें छोटे छेद करके कैमरे और उपकरणों से हर्निया को ठीक किया जाता है.
2. ओपन सर्जरी: इसमें उस हिस्से को खोलकर हर्निया की मरम्मत की जाती है.

कुछ मामलों में, जैसे बच्चों में नाभि हर्निया, यह खुद ही ठीक हो सकता है. लेकिन अगर खुद से ठीक न हो, तो सर्जरी की जरूरत होती है. हाइटल हर्निया में अगर एसिड की समस्या हो तो इलाज किया जाता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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