National Pollution Control Day: ये 5 योगासन फेफड़ों को डिटॉक्स करने में हैं कमाल, इस तरीके से करें और पाएं हेल्दी लंग्स!

National Pollution Control Day: प्रदूषण का सबसे ज्यादा बुरा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है. फेफड़ों की देखभाल (Lung Care) नहीं की गई तो प्रदूषण से फेफड़ों की कई समस्याएं हो सकती हैं. हेल्दी फेफड़ों के लिए योग (Yoga For Healthy Lungs) काफी फायदेमंद माना जाता है. अपने डेली रुटीन में योग को शामिल कर फेफड़ों को आसानी से डिटॉक्स किया जा सकता है.

National Pollution Control Day: ये 5 योगासन फेफड़ों को डिटॉक्स करने में हैं कमाल, इस तरीके से करें और पाएं हेल्दी लंग्स!

National Pollution Control Day: कई योग आसान आपके फेफड़ों को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं

खास बातें

  • फेफड़ों को नेचुरल तरीके से डिटॉक्स करने के लिए करें योग.
  • योग फेफड़ों को हेल्दी और मजबूत बनाने में भी मददगार.
  • यहां जानें फेफड़ों से टॉक्सिन्स को बाहर निकलने के लिए कौन से योग करें.

National Pollution Control Day 2020: कई योग आसान आपके फेफड़ों को मजबूत करने, आपके नाक के मार्ग को साफ करने और प्रदूषकों से निपटने में आपकी मदद कर सकते हैं. हर साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है. कोविड-19 (COVID-19) से प्रदूषण तक 2020 आपके फेफड़ों के लिए सबसे खराब वर्ष रहा है. प्रदूषण (Pollution) का सबसे ज्यादा बुरा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है. फेफड़ों की देखभाल (Lung Care) नहीं की गई तो प्रदूषण से फेफड़ों की कई समस्याएं हो सकती हैं. कई लोग सवाल करते हैं कि फेफड़ों को डिटॉक्स कैसे करें? (How To Detox The Lungs) डिटॉक्सीकरण लंग्स को हेल्दी साफ रखने का एक तरीका हो सकता है, लेकिन अगर नेचुरल तरीके से फेफड़ों को डिटॉक्स किया जाए तो आपको बेहतरीन लाभ मिल सकते हैं. फेफड़ों को मजबूत करने के तरीके कई हैं, लेकिन योग से बेहतर कुछ नहीं! योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करना महत्वपूर्ण है. पॉल्यूशन कंट्रोल डे (Pollution Control Day) पर योग के साथ अपने फेफड़ों को हेल्दी रखने की आदत बनाएं. रोजाना 10 मिनट योग आपके फेफड़ों को हमेशा हेल्दी रखने में मदद कर सकता है. हेल्दी फेफड़ों के लिए योग (Yoga For Healthy Lungs) काफी फायदेमंद माना जाता है. 

फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण योगाभ्यास प्राणायाम (Pranayama) है. हम कपालभाति (Kapalbhati Yoga), अनुलोम विलोम से अभ्यास शुरू कर सकते हैं. इसके बाद दो आसन होते हैं जो छाती को खोलने का काम करते हैं. यहां ऐसे 5 आसन बताए गए हैं जो फेफड़ों से विषाक्त पदार्थों को निकालने में आपकी मदद कर सकते हैं.

ये 5 योग आसन करेंगे फेफड़ों को डिटॉक्स | These 5 Yoga Postures Will Detox The Lungs

1. भुजंगासन

- अपनी पीठ के बल लेट जाएं.
- अपने हाथों को अपनी कोहनी के अनुरूप रखें.
- श्वास लें और अपने सिर को ऊपर लाएं, छाती को, अपनी ठुड्डी को ज़मीन की ओर इंगित करें. 
- आपकी कोहनी थोड़ी मुड़ी हुई होनी चाहिए.
- इस स्थिति में रहें और सांस लें, गहरी साँस छोड़ते हुए, अपनी छाती को खोलें.

bhujangasanaNational Pollution Control Day: प्रदूषण सबसे ज्यादा आपको फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है

2. कपालभाति

- आरामदायक ध्यान मुद्रा में बैठें. सिर और रीढ़ सीधी होनी चाहिए, जिसमें हाथ ठोड़ी या ज्ञान मुद्रा में घुटनों पर आराम करते हैं.
- पेट की मांसपेशियों के एक शक्तिशाली संकुचन के साथ दोनों नथुने के माध्यम से सांस छोड़ते हैं. 
- पेट की मांसपेशियों को आराम करने की अनुमति देकर सांस लेना निष्क्रिय रूप से होना चाहिए और सहज होना चाहिए.
- इसे लयबद्ध तरीके से करते रहें.

3. मत्स्यासन

- अपनी पीठ पर लेट जाएं और अपने शरीर के नीचे अपनी बाहों को टक करें.
- श्वास लें, अपने सिर और छाती को ऊपर उठाएं और फिर अपनी पीठ को झुकाते हुए, सिर के मुकुट को जमीन पर टिकाएं.
- संतुलन बनाए रखने के लिए अपनी कोहनी का उपयोग करें.
- सांस लेना और सांस छोड़ना छाती को गहराई से खोलना.

matsyasana

National Pollution Control Day: मत्स्यासन आपको फेफड़ों को डिटॉक्स करने में मदद कर सकता है 

4. धनुरासन

- शुरुआत करने के लिए, फर्श पर अपने पेट के सामने चटाई पर लेटें.
- अब अपने पैरों को अपने कूल्हों की ओर झुकें और अपनी हथेलियों से अपनी एड़ियों को पकड़ें.
- अपने पैरों और बाहों को जितना हो सके ऊपर उठाएं.
- ऊपर देखें और जब तक आप कर सकते हैं, तब तक मुद्रा में ही रहने की कोशिश करें.

5. अनिलोम विलोम

- अपनी रीढ़ की हड्डी के साथ एक आरामदायक मुद्रा में बैठें, अपनी आंखें बंद करें और कुछ गहरी सांस लें.
- आपके दाहिने हाथ की उंगलियां विष्णु मुद्रा में होनी चाहिए. 
- तर्जनी और मध्यमा अंगुली हथेली में घुसी हुई हो और बाकी तीन उंगलियां बाहर की ओर निकली हों. 
- अपने दाहिने हाथ को अपनी नाक पर लाएं, बाएं हाथ को अपने घुटने पर रखें.
- अपनी बायीं नाक से श्वास लें, दाहिनी नाक को बंद रखें और फिर दोनों नाक को बंद करें, कुछ सेकंड के लिए श्वास को बनाए रखें.
- दाहिनी नाक से पूरी तरह से सांस छोड़ें.
- दाहिनी नाक से सांस लें, एक सेकंड के लिए सांस छोड़ें और बायी नाक से पूरी तरह से सास छोड़ें.
- इस क्रिया को दो मिनट तक जारी रखें

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.