National Doctors Day 2019 : आज राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे है. भारत में हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स दिवस (National Doctor Day, July 1) मनाया जाता है. डॉक्टर को भगवान के समान मानने वाले इस देश में डाक्टर्स के योगदान को सम्मान देने के लिए हर साल इसी दिन डाक्टर दिवस (National Doctors' Day is celebrated on July) मनाया जाता है. केंद्र सरकार ने 1991 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी. हर साल डॉक्टर्स डे को एक थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल डॉक्टर दिवस की थीम (National Doctor's Day 2019 Theme) हैं 'डॉक्टरों के प्रति हिंसा को लेकर जीरो सहनशीलता' (Zero tolerance to violence against doctors and clinical establishment). बीते कुछ समय से डॉक्टर्स के प्रति हिंसक प्रवृति को देखते हुए इस बार यह थीम तय की गई है. कुछ समय पहले ही पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ हिंसक घटनाएं सामने आई, जिसके बाद देशभर के डॉक्टर्स में आक्रोश व गुस्सा देखा गया.
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क्यों मनाते हैं डॉक्टर डे (Why Doctor's Day Is Celebrated On July 1 In India)
भारत में हर 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे (National Doctor Day, July 1) मनाया जाता है. डॉक्टर्स डे मनाने के पीछे एक कहानी है. इस दिन को देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधानचंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है. इस दिन उनका जन्मदिन होता है और इसी दिन डॉ. बिधानचंद्र रॉय की पुण्यतिथि भी है. उनके सम्मान में इसी दिन पूरी चिकित्सा बिरादरी का सम्मान कर श्रद्धांजलि दी जाती है.
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Doctor's Day: इस दिन को देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधानचंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है.
कौन थे डॉ बिधानचंद्र रॉय?
यकीनन आपको यह तो पता ही होगा कि डॉ बिधानचंद्र रॉय कौन थे. अगर आपको उनके बारे में और जानना है तो हम बता दें कि डॉ. बिधानचंद्र रॉय ने चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया. उन्होंने लंदन के प्रतिष्ठित सेंट बार्थोलोम्यू अस्पताल से डॉक्टरी की पढ़ाई की कोशिश की, लेकिन उस समय उनके भारतीय होने के चलते उन्हें दाखिला नहीं दिया गया, बिधानचंद्र नहीं मानें और तकरीबन डेढ़ महीने तक डीन के पास आवेदन करते रहे, आखिर में डीन ने हार मानकर 30वीं बार में उनका आवेदन स्वीकार कर लिया. अपनी निष्ठा के चलते रॉय ने सवा दो साल में ही रॉय ने डिग्री लेकर एक साथ फिजिशन और सर्जन की रॉयल कॉलेज की सदस्यता पाई. ऐसा बहुत ही कम लोग कर पाते थे. पढ़ाई के बाद भारत लौटकर डॉक्टर रॉय ने चिकित्सा के क्षेत्र में विस्तृत काम किए. डॉक्टर बिधानचंद्र का जन्म 1 जुलाई, 1882 को हुआ था और उनका निधन भी 1 जुलाई के दिन साल 1962 में हुआ था.
Happy Doctors Day 2019!
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