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National Deworming Day: कृमि संक्रमण का कारण क्या है? जानें नेशनल कृमि दिवस की थीम, रोकथाम और अवेयरनेस के लिए उपाय

National Deworming Day 2025: सरकार द्वारा शुरू किया गया यह अभियान खास तौर पर बच्चों में कृमि संक्रमण को कम करने पर केंद्रित है, यह एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य पूरे देश में कृमि मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य में सुधार करना है.

National Deworming Day: कृमि संक्रमण का कारण क्या है? जानें नेशनल कृमि दिवस की थीम, रोकथाम और अवेयरनेस के लिए उपाय
National Deworming Day: नेशनल कृमि मुक्ति दिवस हर साल 10 फरवरी को मनाया जाता है.

National Deworming Day: नेशनल कृमि मुक्ति दिवस हर साल 10 फरवरी को भारत में मनाया जाता है. यह दिन बच्चों और किशोरों में कृमि संक्रमण के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें कृमि मुक्त करने के लिए मनाया जाता है. कृमि संक्रमण बच्चों की हेल्थ और ग्रोथ को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है. इसलिए इस दिन को मनाना बहुत जरूरी है, ताकि लोगों में इसको लेकर जागरूकता फैले और इससे बचाव के लिए उपायों को जान पाएं. नेशनल कृमि मुक्ति दिवस एक बड़ा दिन है जो बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है. इस दिन को सफल बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए.

नेशनल डीवर्मिंग डे 2025 की थीम

सरकार द्वारा शुरू किया गया यह अभियान खास तौर पर बच्चों में कृमि संक्रमण को कम करने पर केंद्रित है, यह एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य पूरे देश में कृमि मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य में सुधार करना है. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 2025 की थीम है "एसटीएच को खत्म करें: बच्चों के स्वस्थ भविष्य में निवेश करें" रखी गई है.

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एसटीएच मनुष्यों को कैसे संक्रमित करता है?

मिट्टी से फैलने वाले कृमि (एसटीएच) भारत में एक पब्लिक हेल्थ कन्सर्न हैं, जहां एक से 14 वर्ष की आयु के लगभग 230 मिलियन बच्चे कृमि संक्रमण से प्रभावित हैं. एसटीएच का मतलब है मिट्टी से फैलने वाले कृमि, जो परजीवी कृमियों का एक समूह है जो दूषित मिट्टी के संपर्क में आने से मनुष्यों में फैलते हैं.

ये कृमि, जिनमें एस्केरिस लुम्ब्रिकोइड्स (राउंडवॉर्म), ट्राइचुरिस ट्राइचिउरा (व्हिपवॉर्म), एंकिलोस्टोमा डुओडेनल और नेकेटर अमेरिकनस (हुकवॉर्म) जैसी प्रजातियां शामिल हैं, अक्सर खराब स्वच्छता वाले क्षेत्रों में बच्चों को संक्रमित करते हैं. ये संक्रमण एनीमिया और कुपोषण का कारण बन सकते हैं और पोषक तत्वों को अवशोषित करने की उनकी क्षमता को बाधित करके बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा डाल सकते हैं.

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कृमि संक्रमण के कारण | Causes of Worm infestation

  • दूषित भोजन और पानी का सेवन
  • स्वच्छता की कमी
  • मिट्टी के संपर्क में आना
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना

कृमि संक्रमण को रोकने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं:

  • स्वच्छ भोजन और पानी का सेवन करें
  • अच्छी स्वच्छता बनाए रखें
  • मिट्टी के संपर्क से बचें
  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें
  • अवेयरनेस स्ट्रैटजी

कृमि संक्रमण को लेकर अवेयरनेस बढ़ाने के लिए अपनाएं ये तरीके

  • स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना
  • पब्लिक प्लेस पर पोस्टर और बैनर लगाना
  • मीडिया में विज्ञापन चलाना
  • सोशल मीडिया पर अभियान चलाना

नेशनल कृमि मुक्ति दिवस एक बड़ा दिन है जो बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है. इस दिन को सफल बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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