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This Article is From Dec 26, 2023

भारत में बनी मलेरिया की इस वैक्सीन को मिली मंजूरी, WHO ने प्रीक्वालिफाइड लिस्ट में किया शामिल

Malaria Vaccine: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO ने मलेरिया के जरूरी वैक्सीन की लिस्ट में दूसरा मलेरिया टीका भी शामिल कर लिया है, जो भारत के सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया में बना है.

भारत में बनी मलेरिया की इस वैक्सीन को मिली मंजूरी, WHO ने प्रीक्वालिफाइड लिस्ट में किया शामिल
मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलती है.

Malaria Vaccine In India: मलेरिया एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से होती है. इस बीमारी में ठंड लगकर बुखार आना सामान्य लक्षण माना जाता है. इसकी चपेट में ज्यादातर बच्चे आते हैं. मलेरिया की इस लड़ाई में बच्चों की सुरक्षा के लिए एक और वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है, जिसका नाम है R21 वैक्सीन. इस वैक्सीन से पहले RTS, S/AS01 वैक्सीन को पिछले साल जुलाई 2022 में मंजूरी दी गई थी. उसके बाद अब R21/ मैट्रिक्स-M मलेरिया वैक्सीन ( R21/ Matrix-M malaria vaccine) को मंजूरी दी गई है. इसके लिए अक्टूबर 2023 में सिफारिश की गई थी.

भारत में बनी वैक्सीन को WHO ने लिस्ट में किया शामिल (Malaria Vaccine Adds Who In Prequalified List)

उम्मीद की किरण 

WHO की तरफ से इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद से यह उम्मीद बढ़ गई है कि इस वैक्सीन की कम कीमत और आसानी से उपलब्धता, सभी को सुरक्षा प्रदान करेगी. मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलती है, हालांकि समय रहते इसका इलाज कराया जाए तो इससे छुटकारा पाया जा सकता है.

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मलेरिया क्या है? (What is Malaria?)

मलेरिया एक जानलेवा संक्रामक रोग है जो आमतौर पर प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होता है, जो संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलता है. मलेरिया के सामान्य लक्षण में ठंड लगकर बुखार आना, सिर दर्द होना शामिल हैं. जब ये बीमारी गंभीर रूप लेती है तो इंसान को दौरे पड़ते हैं, सांस लेने में दिक्कत होती है और बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है.

क्या है प्री क्वालिफाइड वैक्सीन का मतलब?

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार अगर किसी वैक्सीन के टेस्टिंग सैंपल्स, इवेलुएशन से रिलेटेड डाटा, रेलीवेंट मैन्युफैक्चरिंग साइट का इंस्पेक्शन WHO की तरफ से किया गया हो और उसका रिजल्ट पॉजिटिव आता है तो इन्हें WHO की तरफ से प्री क्वालिफाइड वैक्सीन की लिस्ट में शामिल किया जाता है.

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2022 में दुनियाभर में कितने मलेरिया के मामले सामने आए?

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मच्छर जनित बीमारी मलेरिया ने ज्यादातर अफ्रीका क्षेत्र जैसे क्षेत्रों को प्रभावित किया है. जहां बच्चों पर इसका असर ज्यादा है. हर साल लगभग पांच लाख बच्चों की इस बीमारी से मौत हो जाती है. 2022 में लगभग 85 देशों में मलेरिया से लगभग 608,000 मौतें दर्ज की गईं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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