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क्या चेहरा ढककर सोना ठीक है, सर्दियों में मुंह ढककर सोने से क्या होता है? ये 5 नुकसान जानकर आप चौंक जाएंगे!

Muh dhak ke sone ke nuksan: आइये जानते हैं, मुंह ढककर क्यों नहीं सोना चाहिए और इसके पीछे का क्या 'साइंस' है-

क्या चेहरा ढककर सोना ठीक है, सर्दियों में मुंह ढककर सोने से क्या होता है? ये 5 नुकसान जानकर आप चौंक जाएंगे!
Muh dhak ke sone ke nuksan.

ठंड के मौसम में रजाई या कम्बल ओढ़कर सोना किसे पसंद नहीं! हम में से ज़्यादातर लोग ठंड से बचने के लिए, ख़ासकर रात में सोते समय, अपने चेहरे और मुंह को भी कम्बल से अच्छी तरह ढक लेते हैं. हमें लगता है कि इससे हम गर्म और सुरक्षित हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी यह आरामदायक आदत आपकी सेहत के लिए बहुत खतरनाक हो सकती है? रिसर्च क्या कहती है? एक्सपर्ट्स और डॉक्टर हमेशा यह सलाह देते हैं कि मुंह ढककर सोना आपके फेफड़ों और दिमाग के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं है.

आइये जानते हैं, मुंह ढककर क्यों नहीं सोना चाहिए और इसके पीछे का क्या 'साइंस' है-

मुंह ढककर सोने का 'साइंस' क्या है? (What Happens Scientifically?)

जब आप कम्बल या चादर से अपना मुंह पूरी तरह से ढक लेते हैं, तो दो बड़ी चीज़ें होती हैं:

1.  ऑक्सीजन कम: आपके फेफड़ों तक ताज़ी हवा (Fresh Oxygen) कम पहुँचती है.
2.  कार्बन डाइऑक्साइड ज़्यादा: आप जिस हवा को बाहर निकालते हैं, उसमें कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide) ज़्यादा होती है. जब मुंह ढका होता है, तो आप उसी बाहर निकाली हुई हवा को दोबारा अंदर लेते हैं.

इस वजह से आपके शरीर और दिमाग में ऑक्सीजन का स्तर (Oxygen Level) कम होने लगता है और यही ख़तरे की घंटी है.

सर्दियों में मुंह ढककर सोने के 5 बड़े नुकसान | क्या चेहरा ढककर सोना ठीक है?

मुंह ढककर सोने से आपके पूरे शरीर पर बुरा असर पड़ता है.

1. दिमाग और सेहत को खतरा (ऑक्सीजन की कमी)

  • ऑक्सीजन की कमी से सबसे ज़्यादा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है. रात भर कम ऑक्सीजन मिलने से:
  • सुबह उठने पर सिर में भारीपन या दर्द महसूस हो सकता है.
  • नींद पूरी होने के बाद भी आपको थकान महसूस होती है.
  • लंबे समय तक ऐसा करने से दिमाग की कार्यक्षमता (Efficiency) पर बुरा असर पड़ सकता है.

2. नींद की क्वालिटी खराब

कमरे की ताज़ी हवा के बजाय, जब आप गर्म और बासी हवा में सांस लेते हैं, तो आपका शरीर बेचैन होता है. आपका दिमाग बीच-बीच में जागने का सिग्नल देता है, जिससे आपकी गहरी नींद (Deep Sleep) टूट जाती है.

फ़ायदा नहीं: आपको लगेगा कि आप सो रहे हैं, पर आपकी नींद की क्वालिटी घट जाती है.

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3. फेफड़ों और एलर्जी की समस्या

कम्बल और रजाई में अक्सर धूल के कण (Dust Mites) और एलर्जी पैदा करने वाले तत्व होते हैं. जब आप उन्हें ढककर सोते हैं, तो आप उन कणों को सीधे सांस के साथ फेफड़ों में खींचते हैं.

खतरा: अस्थमा (Asthma) और एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए यह स्थिति बहुत ख़तरनाक हो सकती है.

4. त्वचा (स्किन) पर बुरा असर

मुंह ढककर सोने से कम्बल के अंदर गर्मी और नमी (Moisture) बढ़ जाती है. यह गर्म और नम वातावरण आपकी त्वचा के लिए अच्छा नहीं है.

समस्या: इससे चेहरे पर मुँहासे (Acne), दाने या खुजली की समस्या बढ़ सकती है.

5. गर्म, नमी में बैक्टीरिया का जन्म

सांस की गर्मी से कम्बल के अंदर नमी पैदा होती है. यह नमी बैक्टीरिया (Bacteria) और फंगस (Fungus) को तेज़ी से पनपने के लिए एकदम सही जगह देती है. ऐसे में, आप रात भर इन रोगाणुओं (Germs) के बीच सांस लेते रहते हैं.

तो फिर क्या करें? (The Better Way)

ठंड से बचने का सबसे सही तरीका है कि आप अपने कमरे को गर्म रखें और सही तरीके से कम्बल ओढ़ें:

  • लेयरिंग (Layering): भारी कम्बल के बजाय दो-तीन हल्के कम्बल ओढ़ें, जिससे शरीर की गर्मी बनी रहे.
  • गर्म कपड़े: सोते समय टोपी, मोज़े और हल्के गर्म कपड़े पहनें.
  • मुंह खुला रखें: हमेशा अपने मुंह और नाक को कम्बल से बाहर रखें ताकि आप ताज़ी, साफ़ हवा में सांस ले सकें.
     

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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