Benefits of Yoga For Depression: योग न सिर्फ शरीर को फिट करता है बल्कि हमारे मन को भी शांत भी करता है. मेंटल हेल्थ के लिए योग को बेहद फायदेमंद माना जाता है. योग स्ट्रेस हार्मोन, एड्रेनालाइन और कोर्टिसोल को कंट्रोल करके स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद करता है. लंबे समय से इस हार्मोन्स का हाई लेवल शरीर और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के लिए नुकसानदायी हैं. योग शरीर में स्ट्रेस हार्मोन को कम करने या बैलेंस करने में मदद कर सकता है.
स्ट्रेस से रिकवरी में योग कैसे फायदेमंद है? How Is Yoga Beneficial In Recovery From Stress?
1. रिलैक्स करता है
योग से मन और दिमाग दोनों ही शांत होते हैं और तनाव कम होता है. फिजिकल मोमेंट्स और सांसों पर ध्यान केंद्रित करना स्ट्रेस हार्मोन को कम करते हुए ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और मसल्स के तनाव को कम करने में मदद कर सकता है.
2. बढ़ती है ताकत
योगासन मांसपेशियों को टोन करने, लचीलापन बढ़ाने और ताकत में सुधार करने में मदद करते हैं. योग के दौरान होने वाली एक्टिविटीज शरीर को फिट रखने में मदद करती हैं और शरीर की ताकत बढ़ती है.
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3. शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है
फिजिकल एक्टिविटीज और अलग-अलग पोज करने से शरीर से पसीना बाहर निकलता है. कोशिकाओं में बढ़ी हुई ऑक्सीजन तब शरीर को टॉक्सिन्स से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकती है.
4. कॉन्फिडेंस बढ़ाता है
योग अपनाते समय हमें एक नई फिटनेस चुनौती का सामना करना पड़ता है. जब आप एक नई एक्टिविटीज से निपटते हैं और सीखते हैं कि इसमें धीरे-धीरे सुधार कैसे करें और आखिरकार इसमें महारत कैसे हासिल करें, तो इससे आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है.
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5. आत्म-जागरूकता को बढ़ाता है
योग का अभ्यास माइंडफुलनेस मेडिटेशन के अभ्यास के समान ही है. ये दोनों हमें अपने विचारों को कंट्रोल करने हमारी भावनाओं के अलावा हमारे परिवेश और संवेदी अनुभव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार करते हैं.
6. मूड में सुधार
जबकि योग चिंता की भावनाओं को कम करने में मदद करता है. योग का अभ्यास डिप्रेशन को दूर करता है. योग मुद्राएं GABA को बढ़ाती हैं. गाबा एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो ब्रेन में नर्व सेल्स को अवरुद्ध कर सकता है, जिसे अवसाद का एक कारक माना जाता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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