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निष्क्रिय लोगों में फिजिकली एक्टिव लोगों की तुलना में मृत्यु का जोखिम 20 गुना ज्यादा, जानें रोज कितनी फिजिकल एक्टिविटी करें

शारीरिक निष्क्रियता नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से होने वाली मृत्यु दर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है. जो लोग सक्रिय नहीं हैं, उनमें पर्याप्त रूप से सक्रिय लोगों की तुलना में मृत्यु का जोखिम 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत ज्यादा है.

निष्क्रिय लोगों में फिजिकली एक्टिव लोगों की तुलना में मृत्यु का जोखिम 20 गुना ज्यादा, जानें रोज कितनी फिजिकल एक्टिविटी करें
फिजिकल इनएक्टिविटी और सेडेंटरी बिहेवियर को बढ़ा रही है.

फिजिकल एक्टिविटी से तात्पर्य सभी प्रकार की एक्टिविटी से है. मध्यम और तीव्रता वाली फिजिकल एक्टिविटी दोनों ही स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं. एक्टिव रहने के पॉपुलर तरीकों में चलना, साइकिल चलाना, व्हीलिंग और खेल शामिल हैं और इन्हें किसी भी स्तर की स्किल और आनंद के लिए किया जा सकता है. फिजिकल एक्टिविटी हेल्थ और वेलबीइंग के लिए फायदेमंद है और इसके विपरीत, फिजिकल इनएक्टिविटीज नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज (एनसीडी) और अन्य हेल्थ रिस्क को बढ़ाती है. साथ में फिजिकल इनएक्टिविटी और सेडेंटरी बिहेवियर को बढ़ा रही है और हेल्थ केयर सिस्टम पर बोझ डाल रहे हैं. फिजिकल एक्टिविटी लेवल में सुधार से हेल्थ और वेलनेस को लाभ होगा और विश्व स्वास्थ्य संगठन से निरंतर मार्गदर्शन और निगरानी.

फिजिकल एक्टिविटी के लाभ और सेडेंटरी बिहेवियर और निष्क्रियता के जोखिम

शारीरिक निष्क्रियता नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से होने वाली मृत्यु दर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है. जो लोग सक्रिय नहीं हैं, उनमें पर्याप्त रूप से सक्रिय लोगों की तुलना में मृत्यु का जोखिम 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत ज्यादा है. रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी नीचे बताई गई चीजों से जुड़ी है:

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बच्चों और टीनएजर्स में: बेहतर शारीरिक फिटनेस, कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ, बोन हेल्थ, मानसिक स्वास्थ्य और शरीर में फैट में कमी;

एडल्ट्स और वृद्धों में: सभी कारणों से होने वाली मृत्यु दर, हार्ट डिजीज डेथ रेट, हाई ब्ड प्रेशर, कैंसर, टाइप-2 डायबिटीज और गिरने का जोखिम कम होता है और मेंटल हेल्थ, कॉग्नेटिव हेल्थ, नींद और शरीर में फैट के माप में सुधार होता है और गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं के लिए प्री-एक्लेमप्सिया, जेस्टेशनल हाईपरटेंशन, जेस्टेशनल डायबिटीज, जेस्टेशनल वजन बढ़ने, प्रसव संबंधी जटिलताओं, प्रसवोत्तर अवसाद और नवजात शिशु की जटिलताओं का जोखिम कम होता है. फिजिकल एक्टिविटी का जन्म के समय वजन या मृत जन्म के जोखिम में कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है.

सेडेंटरी बिहेवियर वह होता है जिसमें जागते समय कम ऊर्जा व्यय होती है जैसे बैठना, लेटे रहना, शिक्षा और मनोरंजन के लिए स्क्रीन के बढ़ते उपयोग के कारण जीवन तेजी से गतिहीन होता जा रहा है. साक्ष्य दर्शाते हैं कि फिजिकल एक्टिविटीज की ज्यादा मात्रा खराब स्वास्थ्य परिणामों से जुड़ी है:

बच्चों और किशोरों में, मोटापा बढ़ जाता है, कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ, फिटनेस और व्यवहारिक आचरण/सपोर्ट सामाजिक व्यवहार खराब हो जाता है और स्लीप ड्यूरेशन कम हो जाती है और वयस्कों में, सभी कारणों से मृत्यु दर, हार्ट डिजीज डेथ रेट और कैंसर मृत्यु दर और हार्ट डिजीज, कैंसर और टाइप-2 डायबिटज की घटनाओं में वृद्धि होती है.

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रोज कितनी फिजिकल एक्टिविटी करनी चाहिए? | How Much Physical Activity Should One Do Daily?

फिजिकल एक्टिविटी और सेडेंटरी बिहेवियर पर डब्ल्यूएचओ वैश्विक दिशा-निर्देश बच्चों (5 साल और उससे ज्यादा आयु), किशोरों, वयस्कों, वृद्ध वयस्कों, गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं और पुरानी बीमारियों और दिव्यांगताओं से पीड़ित लोगों के लिए सिफारिशें देते हैं. दिशा-निर्देश इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि कोई भी फिजिकल एक्टिविटी न करने से बेहतर है; सभी फिजिकल एक्टिविटीज मायने रखती हैं; सभी एज ग्रुप्स को गतिहीन रहने के समय को सीमित करना चाहिए और मांसपेशियों को मजबूत बनाने से सभी को लाभ होता है.

5 साल से कम आयु के बच्चों के लिए फिजिकल एक्टिविटीज, सेडेंटरी बिहेवियर और नींद पर डब्ल्यूएचओ दिशा-निर्देश 24 घंटे के दिन में उस समय की मात्रा पर सिफारिशें प्रदान करते हैं जो 5 साल से कम आयु के छोटे बच्चों को अपने स्वास्थ्य और कल्याण के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहने या सोने में बिताना चाहिए और इन बच्चों को स्क्रीन-बेस्ड फिजिकल एक्टिविटीज या संयमित समय पर अधिकतम समय बिताना चाहिए.

ग्लोबल स्कैल पर फिजिकल सेडेंटरी का लेवल | Physical sedentary level on a global scale

एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि दुनिया की वयस्क आबादी का लगभग एक तिहाई (31 प्रतिशत), यानी 1.8 बिलियन वयस्क, शारीरिक रूप से निष्क्रिय हैं. यानी वे हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि की ग्लोबल रिकंमेंडेशन को पूरा नहीं करते हैं. यह 2010 और 2022 के बीच 5 प्रतिशत अंकों की वृद्धि है. अगर यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो फिजिकल एक्टिविटी के रिकंमेंडेड लेवल को पूरा नहीं करने वाले वयस्कों का अनुपात 2030 तक 35 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है.

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ग्लोबल लेवल पर आयु और लिंग में अंतर:

महिलाएं पुरुषों की तुलना में औसतन 5 प्रतिशत अंकों से कम सक्रिय हैं. 2000 के बाद से इसमें कोई बदलाव नहीं आया है. 60 वर्ष की आयु के बाद पुरुषों और महिलाओं दोनों में शारीरिक निष्क्रियता का लेवल बढ़ जाता है. 81 प्रतिशत किशोर (11-17 वर्ष की आयु) शारीरिक रूप से निष्क्रिय थे. किशोर लड़कियां किशोर लड़कों की तुलना में कम सक्रिय थीं.

फिजिकल एक्टिविटी लेवल को कैसे बढ़ा सकते हैं? | How Can I Increase My Physical Activity Level?

फिजिकल एक्टिविटी पर डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल एक्टिव प्लान देशों और समुदायों को फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के लिए सिफारिशें प्रदान करती है कि सभी को नियमित रूप से सक्रिय रहने के ज्यादा अवसर मिलें. इन सिफारिशों के उदाहरणों में ऐसी नीतियां शामिल हैं जो पैदल चलने, साइकिल चलाने और गैर-मोटर चालित परिवहन तक पहुंच सुनिश्चित करती हैं; जो स्कूलों, ऑफिस, चाइल्डकैअर सेंटर्स में फिजिकल एक्टिविटी के अवसरों को बढ़ाती हैं.

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फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाने के लिए प्रभावी नीतियों को लागू करने के लिए हेल्थ, ट्रांसपोर्टेसन, शिक्षा, रोजगार, खेल और मनोरंजन और अर्बन प्लान सहित सभी लेवल पर कई सरकारी विभागों में सामूहिक प्रयास की जरूरत होती है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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