- बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है.
- मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं लेकिन चुनाव लड़ने का फैसला मेरी पार्टी करेगी.
- चिराग ने कहा कि पिछले चुनाव में एनडीए से बाहर रहना स्वीकार किया था.
- लोजपा और नीतीश की पार्टी का यह पहला चुनाव साथ है, जिसमें अनुभव महत्वपूर्ण है.
बिहार चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां एक्शन में आ चुकी है. सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की है कि एनडीए में किस तरह सीट बंटवारा होगा. सीट बंटवारे से लेकर एनडीए में अपनी भूमिका और आगामी चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) नेता चिराग पासवान ने एनडीटीवी संग खुलकर बात की. एनडीटीवी संग बातचीत में चिराग पासवान ने कहा कि यकीनन मैं आगामी चुनाव लड़ने की ख्वाहिश रखता हूं. लेकिन मेरे चुनाव लड़ने पर अंतिम फैसला मेरी पार्टी करेगी, मेरे चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी में मंथन होगा.
चिराग की चुनाव को लेकर नीतीश से क्या बात हुई
चिराग ने कहा कि पीएम जब मंच पर आने वाले थे तब हम साथ खड़े थे. सीएम नीतीश थे, ललन सिंह जी थे और भी बाकी नेता मौजूद थे. इतनी डिटेल्स में कोई बात नहीं हुई. उन्होंने ये कभी नहीं कहा कि चुनाव मत लड़िए. जब हम बात कर रहे थे तो वो भी अपना अनुभव साझा कर रहे थे कि कैसे उन्होंने केंद्र में काम किया औऱ फिर वो राज्य में आए. मैं बिल्कुल चुनाव लड़ना चाहता हूं और मैंने हर जगह इस बात को कहा है. मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं ये मेरी पार्टी तय करेगी. पार्टी ही इस पर मंथन करेगी कि क्या मेरे चुनाव लड़ने से पार्टी को फायदा होगा.
बीजेपी ने मंत्रियों को चुनाव में उतारा...
चिराग ने कहा कि बीजेपी ने कई बार ये आजमाया है कि मंत्रियों को चुनाव में उतारा और इसका फायदा उन्हें मिला. मैं यकीनन तौर पर बिहार जाना चाहता हूं. मेरे चुनाव लड़ने से कौन सा समीकरण खराब हुआ है? पिछली बार जब लड़ा तब स्थिति अलग थी, इसलिए मैंने एनडीए से बाहर रहना स्वीकारा. पार्टी को 6 प्रतिशत का मत मिला, आज जब मैं गठबंधन के साथ हूं मुझे नहीं लगता है मेरे चुनाव से किसी का कोई समीकरण बिगड़ेगा
क्या नीतीश के लिए वोट मांगेंगे
चिराग ने आगे कहा कि जब हमारी पार्टी बनी, तब से लेकर अब तक की परिस्थियां बिल्कुल अलग रही है. लोजपा ने और नीतीश कुमार की पार्टी ने कभी साथ नहीं लड़ा. ये पहला चुनाव है जो हम नीतीश कुमार के साथ लड़ रहे हैं. लेकिन हमारे पास अनुभव है. आज की तारीख में भी मैं मानता हूं कि जैसा हमारा अलांयस है, ये बहुत मजबूत है. अगर आप बिहार उपचुनाव देखे तो जैसे हम जीते जैसे कि बेलागंज में लंबे वक्त बाद जीते.
सीट बंटवारे पर क्या बोले चिराग
अगर अभी मैं इस पर बात करूंगा तो मैं गठबंधन धर्म की मर्यादा को तोडूंगा, मुझे लगता है ये वो तमाम विषय है जिन पर चर्चा होनी जरूरी है. मेरे पास आंकड़ा है, मैं किन सीटों पर लड़ूंगा वो मेरी नजरों में है. हर चुनाव में बहुत सहजता से सीट शेयरिंग हुई. क्वालिटी के आधार पर सीट बंटवारा होगा. मैं चाहूंगा हर वो सीट उस दल के पास जानी चाहिए जहां वो दल सबसे ज्यादा मजबूत है. सम्मानजनक सीटो का बंटवारा होगा , मेरी चुनाव लड़ने की इच्छा है. मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता ये किसी और का नेरेटिव है.
चिराग ने कथावाचक मामले पर क्या कहा
धर्म ऐसा विषय है जिस पर जानकार आदमी ही अपनी बात रख सकते हैं. ये स्वतंत्रता हर धर्म देता है. इसमें भी अगर कोई जात पात देखता है ये बिल्कुल सही नहीं. समाज में कुछ असमाजिक तत्व है जो माहौल खराब करते हैं उसका विरोध जरूरी है. भारत का संविधान आजादी देता है. वहीं उन्होंने कहा कि ये देश संविधान से चलेगा वो ही सबसे ऊपर है.
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