
- उत्तराखंड में भारी बारिश से जन-जीवन प्रभावित, कई स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है.
- यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है.
- गंगा का जलस्तर बढ़ा, ऋषिकेश के घाटों के प्लेटफॉर्म जलमग्न होने लगे हैं.
- सिलाई बैंड के पास भूस्खलन में लापता लोगों की खोजबीन का काम जारी है.
Uttarakhand Rain and Landslide Update: पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रही है. जगह-जगह बादल फटने से अचानक ऐसी सैलाब आ रहा है, जो अपने साथ सब कुछ बहा ले जाने को आतुर नजर आता है. आलम यह है कि विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को भी रोक दिया गया है. उत्तराखंड के साथ-साथ पड़ोसी पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित है. उत्तराखंड के सभी जिलों में मौसम का क्या हाल हैं, आने वाले दिन में मौसम कैसा रहेगा, कहां क्या परेशानी हुई है, पढ़े पूरी अपडेट.
उत्तरकाशी के बलिगढ़ में बादल फटा है. सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन, रुद्रप्रयाग जिले में देर रात से मूसलाधार बारिश हो रही है. आसमान से बरस रही आफत से पहाड़ पर कई जगहों पर भूस्खलन से कई सड़कें भी क्षतिगस्त हुई है.
चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित
प्रदेश में हो रही लगातार भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंकाओं को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित किया गया है. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान मौसम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.

उन्होंने कहा कि यात्रियों की जानमाल की सुरक्षा के मद्देनज़र यह एहतियाती कदम उठाया गया है, ताकि मार्गों पर फंसे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सके. संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और राहत एवं बचाव दलों को सक्रिय किया गया है.
आयुक्त पांडेय ने बताया कि आगे की यात्रा को लेकर निर्णय कल मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के पश्चात लिया जाएगा. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों की ओर प्रस्थान न करें.
गंगा का जलस्तर बढ़ा, ऋषिकेश के घाटों के सभी प्लेटफॉर्म पानी में डूबे
पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. ऋषिकेश में गंगा वार्निग लेबल से 65 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. सभी प्रमुख गंगा घाटों के प्लेटफॉर्म जल में डूबने लगे हैं. पहाड़ों का पानी धीरे-धीरे मैदानी इलाके में जा रहा है. जिससे आने वाले दिनों में उत्तरप्रदेश, बिहार के गंगातटीय जिलों में बाढ़ का खतरा हो सकता है.

सिलाई बैंड के पास भूस्खलन में लापता लोगों की तलाश जारी
उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि सिलाई बैंड के पास हुए भूस्खलन में लापता लोगों की खोज एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. बचाव दल द्वारा घटनास्थल पर लगातार तलाशी और राहत कार्य किए जा रहे हैं. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की चेतावनी के दृष्टिगत चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए रोक दी है.
जनपद में स्थित सभी तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने के लिए पुलिस एवं संबंधित उप जिलाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए है. यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन द्वारा निर्धारित सुरक्षित स्थलों पर ही ठहरें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें.
आदि कैलाश मार्ग फिर हुआ बंद, धारचूला में बारिश की आफत
- आदि कैलाश यात्रा का मार्ग फिर से बंद कर दिया गया है.
- आदि कैलाश यात्रा मार्ग दोबाट में चट्टान दरकने से बंद.
- धारचूला में बारिश आफत बन चुकी है.
- कार्यदाई संस्था सड़क खोलने में जुटी है.
- सड़क खोलने में लग सकता है समय .
- देर रात से धारचूला में हो रही मूसलाधार बारिश है.
रुद्रप्रयाग में देर रात से मूसलाधार बारिश जारी
- रुद्रप्रयाग जिले में देर रात से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है.
- बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
- केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में रोका गया है.
- केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है.
- हाईवे के विजयनगर में ऊपरी पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरा.
- इससे चार से पांच वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है.
- बदरीनाथ हाईवे भी देर रात से सिरोबगड़ में बंद है.
- राजमार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हैं.
सिलाई बैंड के पास हुए भूस्खलन का जानिए ताजा अपडेट
जनपद में देर रात से जारी वर्षा के दृष्टिगत यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पालिगाड़,कुथनोर, झाझरगाड़ के पास तथा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नेताला बिशनपुर,लालढांग, नलूणा में बाधित हुआ है. जिला आपदा प्रबंधन के मुताबिक सिलाई बैंड के पास अतिवृष्टि (भूस्खलन) के कारण 9 मजदूरों के लापता होने की सूचना है. SDRF, NDRF, राजस्व, NH बडकोटा, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस आदि टीमो द्वारा राहत एवं खोज बचाव का कार्य किया जा रहा है.
Raging Saryu river in Bageshwar of Uttarakhand after heavy overnight rainfall in Danpur including Kapkot - Loharkhet - Shama - Saung
— Weatherman Shubham (@shubhamtorres09) June 28, 2025
Video from Basant Verma Ji pic.twitter.com/qwOvpYzC5b
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी प्रशांत आर्य जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र (स्मार्ट कंट्रोल ) पहुंचे. तथा IRS से जुड़े अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए.
सिलाई बैंड में बादल फटने की घटना में 8-9 मजदूर लापता
तहसील बड़कोट के सिलाई बैंड के पास अतिवृष्टि/बादल फटने की सूचना मिलने के बाद SDRF, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पर है. यहां बादल फटने की घटना से 8 से 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं. जिनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चल रहा है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैण्ड के के पास दो-तीन स्थानों पर अवरुद्ध भी है. जिसके संबंध में NH बडकोट को अवगत करा दिया गया है.

इसके अतिरिक्त स्थान कुथनौर में भी अतिवृष्टि तथा बादल फटने के कारण स्थानीय ग्रामीणों की कृषि भूमि क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. वर्तमान समय में कुथनौर मे स्थिति सामान्य है, किसी प्रकार की कोई जनहानि या पशुहानि नहीं हुई है.
मालूम हो कि उत्तराखंड में 13 जिले हैं. ये जिले दो मंडलों गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल में विभाजित हैं. इन सभी जिलों में बारिश से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हैं.
- अल्मोड़ा
- बागेश्वर
- चमोली
- चंपावत
- देहरादून
- हरिद्वार
- नैनीताल
- पौड़ी गढ़वाल
- पिथौरगढ़
- रुद्रप्रयाग
- टिहरी गढ़वाल
- उधम सिंह नगर
- उत्तरकाशी
अब जानिए हिमाचल के मौसम का हाल
हिमाचल के 6 जिले ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया गया है. 4 जिले चम्बा, कुल्लू, मंडी व शिमला के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. हिमाचल में अब तक 31 लोगों की मौत हुई है. 4 लोग अभी लापता है. जबकि 66 लोग घायल बताए जा रहे हैं. सोलन, कांगड़ा, मंडी व सिरमौर के कुछ हिस्सों में बाढ़ का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
पिछले 24 घंटों में शिमला में हल्की बारिश, जबकि मंडी में 4, बिलासपुर में 0.5, धौलाकुआं में 1 और नेरी में 0.5 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई, वहीं धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई.
हिमाचल में बारिश और बाढ़ से करीब 300 करोड़ का नुकसान
गौरतलब हैं कि हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष मानसून ने 20 जून को दस्तक दी है और अब तक वर्षा जनित घटनाओं में 31 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 4 लोग लापता हैं और 66 लोग घायल हुए हैं. अब तक 300 करोड़ का नुकसान हुआ है. कांगड़ा और कुल्लू जिलों में हाल ही में बादल फटने की घटनाओं के बाद बाढ़ आई थी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी जिलों के डीसी को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
हिमाचल के 4 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट, स्कूल बंद
हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी के निर्देश दिए. इन चारों जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट दिया गया है. मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के कुछ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी को देखते हुए संबंधित जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी रेड अलर्ट के दृष्टिगत अपने-अपने जिलों में सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश तुरंत जारी करें. यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है.
राज्य में अगले 24 घंटों के दौरान व्यापक वर्षा गतिविधि की संभावना जताई गई है. वर्षा की तीव्रता आज शाम से पुनः बढ़ने की संभावना है. बीते 24 घंटों में हुई भारी वर्षा तथा आगामी समय में संभावित भारी से बहुत भारी वर्षा को ध्यान में रखते हुए, मौसम विभाग ने जिला सोलन, सिरमौर, कांगड़ा एवं मंडी के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. राज्य सरकार स्थिति पर लगातार निगरानी रख रही है और लोगों से अपील है कि वे स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें.
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