Stomach Cleansing Drinks: हमारी खाना खाने की परंपरा कभी नहीं टूटती है और न टूटनी चाहिए, लेकिन पेट की सफाई करना भी बहुत जरूरी है. कुछ ड्रिंक्स हैं जिनका सेवन कर नेचुरल तरीके से पेट और बॉडी को डिटॉक्स किया जा सकता है. क्योंकि ज्यादातर बीमारियां हमारे पेट से ही पैदा होती है, इसलिए क्लीजिंग बहुत जरूरी है. आयुर्वेदिक उपचार कई गंभीर बीमारियों और पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों के लिए भी एक समाधान है. समग्र स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए कई आयुर्वेदिक चीजों का भी सेवन किया जा सकता है. शरीर के लिए नियमित डिटॉक्स और क्लींजिंग जरूरी है और आयुर्वेद इसके लिए कमाल कर सकता है. डिटॉक्स डाइट मुख्य रूप से शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने, समग्र स्वास्थ्य में सुधार और वजन कम करने में भी मदद करती है.
बिजी लाइफस्टाइल वाले और अनहेल्दी फूड्स का सेवन करने वाले लोगों के लिए समय-समय पर एक डिटॉक्स की निश्चित रूप से जरूरत होती है. आयुर्वेदिक डिटॉक्स डाइट के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ बताए जाते हैं. यहां कुछ फूड्स और ड्रिंक्स हैं जो आपके शरीर की गंदगी को बाहर निकाल सकते हैं.
पेट की बीमारियों से बचने के लिए डिटॉक्स ड्रिंक्स | Detox Drinks To Avoid Stomach Ailments
1. तुलसी और अदरक डिटॉक्स ड्रिंक
कई भारतीय घरों में तुलसी और अदरक डिटॉक्स ड्रिंक का सेवन किया जाता है. दोनों सामग्रियां आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए बेहद फायदेमंद हैं. तुलसी के पत्ते प्राकृतिक डिटॉक्स के लिए बेहतरीन हैं क्योंकि यह आपके शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को शुद्ध करता है. शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए अदरक एक सुपर फूड भी है. इस डिटॉक्स ड्रिंक को सुबह सबसे पहले पिएं क्योंकि यह आपके शरीर को फिर से जीवंत करेगा और आपको तरोताजा महसूस कराएगा.
2. सरिवा
सरिवा को भारतीय सरसापैरिला भी कहा जाता है. यह मुख्य रूप से ओलिगोस्पर्मिया, गैस्ट्रिटिस, एनोरेक्सिया और मेनोरेजिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है. सरिवा के पौधे को शरीर के लिए डिटॉक्सिफायर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इस जड़ी बूटी के सेवन से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. आप सरिवा को पानी में उबाल कर ठंडा कर सकते हैं. और, आप पीने से पहले घोल में शहद या गुड़ भी मिला सकते हैं.
3. नीम
नीम के पत्ते स्वाद में कड़वे हो सकते हैं, लेकिन ये आपके लीवर के लिए फायदेमंद माने जाते हैं और पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं. नियमित रूप से नीम के पत्ते खाने से आंतों में बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीव मर सकते हैं. दरअसल, यह कोलन को साफ करने में भी मदद करता है, इसलिए शरीर के कई अंगों के लिए डिटॉक्सिफायर की भूमिका निभाता है. इसमें जीवाणुरोधी, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीसेप्टिक और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो अन्य लाभ प्रदान करते हैं.
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4. त्रिफला
त्रिफला शरीर को डिटॉक्स करने के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक घटक भी है. यह बेहतर पाचन और मल त्याग में मदद करता है. त्रिफला एक हल्का रेचक है और विषहरण के लिए बहुत अच्छा है. त्रिफला का सेवन रात को सोने से पहले करना सबसे अच्छा होता है. इस चूर्ण को खाने से पहले गर्म पानी में मिलाकर भी लिया जा सकता है.
5. हल्दी और शहद
हल्दी वाला दूध शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है, इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर, इस हल्दी वाले दूध का सेवन रात को सोने से पहले करना चाहिए. हल्दी और शहद में सुखदायक और डिटॉक्सीफाइंग गुण होते हैं जो आपके लिए मददगार हो सकते हैं.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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