Effect of dengue on the brain and nervous system: देश में जारी मॉनसून सीजन के बीच कई राज्यों में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्य खासतौर पर प्रभावित हैं. म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली के तरफ से जुड़ी लेटेस्ट आंकड़े के मुताबिक, राजधानी में 30 जून तक डेंगू मरीज की कुल संख्या 246 तक पहुंच गई, जबकि इस समय तक 2023 में यह आंकड़ा सिर्फ 122 था. मच्छर के काटने से होने वाली इस बीमारी में आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण देखे जाते हैं, लेकिन इस बीमारी के चलते मरीज का दिमाग और नर्वस सिस्टम भी बुरी तरह प्रभावित हो सकता है. आइए जानते हैं कि डेंगू आपके दिमाग को किस तरह प्रभावित कर सकता है.
यही भी पढ़ें : Malaria Symptoms and Prevention: बरसात में बढ़ जाता है मलेरिया का प्रकोप, तेज बुखार के साथ आने वाली इस बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव
नर्वस सिस्टम पर बुरा प्रभाव (Effect on the nervous system)
फोर्टिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम के प्रमुख निदेशक और न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चीफ डॉ. प्रवीण गुप्ता ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान बताया, "मुख्य रूप से फ्लू जैसे लक्षण पैदा करने वाला डेंगू के न्यूरोलॉजिकल प्रभाव बेहद गंभीर होते हैं जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है." उन्होंने आगे कहा, "न्यूरोलॉजी को प्रभावित करने वाले डेंगू की वजह से मरीज में एन्सेफलाइटिस, मेनिनजाइटिस और मायलाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती है. ब्लड और दिमाग के बीच के बैरियर को पार करने वाले वायरस की वजह से इस तरह की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में सूजन और संक्रमण होता है. हालांकि, डेंगू के ये न्यूरोलॉजिकल प्रभाव ज्यादा आम नहीं है."
ब्रेन पर दुष्प्रभाव (Side effects on the brain)
डेंगू के कुछ केस में मरीज के दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. बेंगलुरु के एस्टर आरवी हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी के प्रमुख, वरिष्ठ सलाहकार डॉ. श्रीकांत स्वामी ने आईएएनएस को बताया, "मरीजों की चेतना का स्तर बदल सकता है और बात करने में कठिनाई, स्ट्रोक या दौरे पड़ सकते हैं और प्लेटलेट काउंट कम होने के कारण मस्तिष्क में रक्तस्राव भी हो सकता है."
मानसून के दौरान डेंगू के बढ़ते केस और इससे जुड़े न्यूरोलॉजिकल जटिलताओं को कम करने के लिए एक्सपर्ट्स ने शुरुआती दौर में बीमारी की पहचान और उपचार पर जोर दिया है. हेल्थ केयर सिस्टम को डेंगू के मरीजों के न्यूरोलॉजिकल हेल्थ पर भी कड़ी नजर बनाए रखनी चाहिए खासतौर पर जब संक्रमण दर पीक पर हो.
लोगों को डेंगू के लक्षण और बचाव के उपायों को लेकर जागरूक करना बेहद जरूरी है. डेंगू की रोकथाम के लिए जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को मच्छरों से बचने का के लिए प्रेरित करना चाहिए.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं