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Deficiency के चक्कर में ज्यादा न खा लें Vitamin D Supplement, खतरनाक है हाई डोज, हो सकते हैं हार्मोनल बदलाव, एक दिन में कितना विटामिन डी लेना चाहिए?

How much vitamin D is safe per day? दुनिया भर में लगभग 50% आबादी विटामिन डी की कमी का सामना कर रही है. आइए ऐसे में जानते हैं क्या होते हैं लक्षण.

Deficiency के चक्कर में ज्यादा न खा लें Vitamin D Supplement, खतरनाक है हाई डोज, हो सकते हैं हार्मोनल बदलाव, एक दिन में कितना विटामिन डी लेना चाहिए?
How much vitamin D is safe per day? इन लोगों में होती है विटामिन डी की कमी, जानें क्या है लक्षण

 How much vitamin D is safe per day?: हड्डियों के स्वास्थ्य की बात करें तो विटामिन डी का हमेशा से ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है, लेकिन रिसर्च से पता चलता है कि यह हमारे शरीर को आकार देने में एक गहरी भूमिका निभा सकता है. बता दें, एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने विटामिन डी की हाई डोज (Dose of Vitamin D) के प्रभावों के बारे में पता लगाया है, जिसमें उन्होंने बताया कि विटामिन डी (Vitamin D) आपके शरीर को वसा भंडारण (Fat Storage) के बजाय मांसपेशियों की वृद्धि के लिए अतिरिक्त कैलोरी आवंटित करने में मदद कर सकता है. आइए ऐसे में जानते हैं विटामिन डी की हाई डोज से शरीर में क्या बदलाव होते हैं और क्या है विटामिन डी की कमी के लक्षण.

विटामिन डी की हाई डोज से हार्मोनल बदलाव होता है?  (High doses of vitamin D cause hormonal changes)

  • स्टडी के अनुसार विटामिन डी की हाई डोज हार्मोनल बदलाव में असर डालती है. बता दें, अधिक डोज होने से मायोस्टेटिन (Myostatin) नामक हार्मोन को दबा दिया जाता है, जो मांसपेशियों की वृद्धि को रोकता है.
  • फैट मेटाबोलिज्म में सुधार के लिए लेप्टिन सेंसिटिविटी (Sensitivity) में वृद्धि होती है.  बता दें, लेप्टिन  सेंसिटिविटी से तात्पर्य है कि आपका शरीर हार्मोन लेप्टिन के प्रति कितनी अच्छी तरह प्रतिक्रिया करता है, जो भूख और ऊर्जा के बैलेंस को रेगुलेट करने में मदद करता है.
  • आराम करने के बाद भी थकान में वृद्धि होगी.

कितने लोग विटामिन डी की कमी से जूझ रहे हैं?

रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 1 बिलियन लोग विटामिन डी की कमी से पीड़ित हैं. जिसमें लगभग 50% आबादी विटामिन डी की कमी का सामना कर रही है. भारत में, अनुमान बताते हैं कि आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा, संभवतः लगभग 76%, विटामिन डी की कमी से पीड़ित है.

विटामिन D की कमी के लक्षण (Symptoms of Vitamin D Deficiency)

विटामिन डी की कमी से कई तरह के लक्षण प्रकट हो सकते हैं, जो अक्सर शुरुआत में हल्के होते हैं, जैसे थकान, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी और मूड में बदलाव. इसी के साथ अधिक गंभीर लक्षणों में बार-बार बीमार पड़ना, बाल झड़ना, मांसपेशियों की हानि, वजन बढ़ना, दीर्घकालिक बीमारी का खतरा बढ़ जाना और यहां तक कि बच्चों में रिकेट्स या वयस्कों में ऑस्टियोमैलेसिया जैसी हड्डियों की विकृति भी हो सकती है.

किन्हें विटामिन D की कमी हो सकती है? 

  • महिलाएं
  • वृद्ध वयस्क
  • गहरे रंग की त्वचा वाले लोग
  • ऑटोइम्यून या सूजन संबंधी स्थिति का सामना करने वाले लोग

एक दिन में कितना विटामिन डी लेना चाहिए? | How much vitamin D is safe per day?

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विटामिन डी की खुराक को लेकर एक पैरामीटर तय किया है जिसमें नियमित तौर पर विटामिन की खुराक 800 से लेकर 1000 इंटरनेशनल यूनिट निर्धारित की गई है. डॉक्टर ने बताया कि बाजार में आमतौर पर विटामिन डी का जो कैप्सूल मिलता है वो 6000 IG का होता है औऱ ये कैप्सूल शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर बूस्टर डोज के रूप में उपयोग होता है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विटामिन ई की खुराक हफ्ते में एक बार लेने की सलाह दी जाती है. 

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    (अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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