
Benefits Of Naukasana : योग, हमारे शरीर और मेंटल स्टेट को बेहतर बनाने के लिए प्राचीन काल से खास भूमिका निभाता आ रहा है. हर आसन का अपना एक खास उद्देश्य और फायदे होते हैं. आज हम बात करेंगे 'नौकासन' (Boat Pose) के बारे में, जिसे फिजिकल बैलेंस और मेंटल फोकस बढ़ाने के लिए किया जाता है. यह एक बेहतरीन कोर स्ट्रेंथ बढ़ाने वाला आसन है जो न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि सेल्फ कॉन्फिडेंस और स्टेब्लिटी को भी बढ़ाता है. आइए जानें कि नौकासन करने का तरीका क्या है, इसके फायदे क्या हैं और इसे करते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए.
नौकासन के फायदे (Benefits Of Naukasana)
नौकासन करने का तरीका
-नौकासन को करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर बैठ जाइए. इसके बाद, दोनों पैरों को सीधे सामने की ओर फैलाकर रखें. आपके घुटने और पैर एक साथ रहने चाहिए. अब दोनों हाथों को शरीर के पीछे की ओर लेकर आइए और कंधों को खोलकर आराम से रखें. अपनी छाती को धीरे-धीरे थाई से दूर करें और नाभि को अंदर की ओर खींचने की कोशिश करें. इस दौरान आपके कोर (Core) की मांसपेशियां सक्रिय होनी चाहिए.
इसे भी पढ़ें: पुरुषों में सबसे आम है प्रोस्टेट कैंसर, जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
-इसके बाद, अपने पैरों को हवा में उठाएं और इसे मैट के समानांतर लाकर रखें. अब अपने दोनों हाथों को आगे की ओर फैलाएं और इस स्थिति में नौकासन की पूर्ण अवस्था में पहुंचें. इस अवस्था में, कमर को सीधा रखें, नाभि को अंदर की ओर खींचते हुए कंधों को आराम से रखें. ध्यान रखें कि इस दौरान आपकी पीठ सीधी रहे और आपकी सांस नॉर्मल रहे.
-जब आपको लगे कि इस स्थिति में और ज्यादा नहीं रुक सकते हैं, तो धीरे-धीरे अपने घुटनों को छाती की ओर खींचें और पैरों को नीचे की ओर ले आएं. अब आराम से नॉर्मल स्थिति में वापस आ जाइए और गहरी सांस लें.
नौकासन के फायदे
1. कोर की मांसपेशियों को मजबूत करता है: यह आसन पेट, पीठ और जांघ की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है.
2. संतुलन और स्टेबिलिटी में सुधार: नौकासन शरीर के बैलेंस और स्टेबिलिटी को बढ़ाता है, जिससे दूसरी फिजिकल एक्टीविटीज में भी मदद मिलती है.
3. लचीलापन बढ़ाता है: यह आसन आपकी रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, जिससे आप अधिक गतिशील हो सकते हैं.
4. मेंटल स्टेट में सुधार: इस आसन को करते समय मेंटल रूप से फोकस बनाए रखने की जरूरत होती है, जो मेंटल पीस और ध्यान को बढ़ाता है.
5. आत्मविश्वास में वृद्धि: यह आसन शरीर की ताकत और सहनशक्ति को बढ़ाता है, जिससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.
नौकासन करते समय सावधानियां
1. गर्भवती महिलाएं इसे न करें: यह आसन पेट की मांसपेशियों पर दबाव डालता है, जिससे गर्भवती महिलाओं के लिए यह सुरक्षित नहीं है.
2. कमजोर पीठ वाले लोग सावधानी बरतें: अगर आपकी पीठ में कोई समस्या है, तो इस आसन को करते समय एक्स्ट्रा सावधानी बरतें.
3. सांस पर ध्यान दें: नौकासन करते समय अपनी सांसों पर ध्यान रखें, ताकि शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन मिले और आप इस आसन को सही तरीके से कर सकें.
4. गर्मी और ठंड में बचाव: बहुत ज्यादा ठंड या गर्मी में इस आसन का अभ्यास न करें. इस आसन को शांत और आरामदायक वातावरण में करें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं