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क्या एंटी एजिंग दवाओं ने ली शेफाली की जान? डॉक्टर ने क्या कहा...? जानिए Anti Aging Drug के खतरनाक साइडइफेक्ट्स

Anti Aging Drugs Side Effects: इस लेख में एक्सपर्ट डॉक्टर विकास ठाकरान और डॉक्टर अमित बांगिया से जानते हैं कि एंटी एजिंग ड्रग कितने खतरनाक होते हैं और किन बातों का ध्यान रखना सबसे जरूरी है.

क्या एंटी एजिंग दवाओं ने ली शेफाली की जान? डॉक्टर ने क्या कहा...? जानिए Anti Aging Drug के खतरनाक साइडइफेक्ट्स
डॉक्टर ने एंटी एजिंग ड्रग के साइडइफेक्ट्स के बारे में क्या कहा..? यहां जानिए.

Shefali Jariwala Death: 27 जून की देर रात अभिनेत्री-मॉडल और कांटा लगा गर्ल के नाम से फेमस शेफाली जरीवाला की मौत ने उनके परिवार, दोस्तों और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को सदमे में डाल दिया है. बता दें, उनकी मौत के कारण की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह नियमित रूप से एंटी-एजिंग दवाओं के भारी सेवन कर रही थी. इन दवाइयों में विटामिन C और ग्लूटाथियोन (Glutathione) का उपयोग शामिल था. ये त्वचा को जवान दिखने और डिटॉक्सिफिकेशन (Detoxification) के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में आइए एक्सपर्ट डॉक्टर विकास ठाकरान और डॉक्टर अमित बांगिया से जानते हैं कि एंटी एजिंग ड्रग कितने खतरनाक होते हैं और किन बातों का ध्यान रखना सबसे जरूरी है.

एंटी एजिंग दवाओं का दुष्प्रभाव (Side Effects of Anti Aging Drugs)

एक्सपर्ट ने कहा - बढ़ती उम्र को रोका नहीं जा सकता

एक्सपर्ट्स ने बताया, कि फिल्म इंडस्ट्री में रोल पाने के लिए कई अभिनेता और अभिनेत्री एंटी एजिंग मेडिसिन का सेवन करते हैं, ताकि चेहरे पर ग्लो रहे और फिट दिखाई दें. हालांकि यह कहना मुश्किल है कि इन दवा का सेवन करना ठीक है या नहीं, लेकिन ओवरडोज बिल्कुल नहीं होना चाहिए. फिल्म इंडंस्ट्री में काम कर रहे हैं लोगों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बढ़ती उम्र को रोका नहीं जा सकता है, भले ही आप कितनी ही दवा का सेवन क्यों न कर लें, एक समय के बाद चेहरे पर उम्र दिखने लगती है.

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आईवी ड्रिप के जरिए दिए जाने वाले एंटी एजिंग ड्रग

डॉक्टर अमित बांगिया ने बताया कि अगर आप अपने आप से आईवी ड्रिप के जरिए एंटी एजिंग ट्रीटमेंट ले रहे हैं, तो ये खतरनाक हो सकता है. डॉक्टर ने एंटी एजिंग ट्रीटमेंट के नुकसानों के बारे में बता करते हुए कहा कि अगर आप हाई डोज में आईवी ग्लूटाथियोन या प्लाज्मा लिया, या आप बार-बार ले रहे हैं तो इस केस में यह आपके लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है, किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स इंबैलेंस कर सकता है, जिससे कार्डिएक अरेस्ट हो सकता है.

एंटी एजिंग दवाइयों के कारण जान के साथ खेलते हैं लोग

एक्सपर्ट ने कहा हर दवा को लेने का अपना नियम है, लेकिन अगर आप इन दवाइयों का सही तरीके से सेवन न करें, तो यह खतरनाक हो सकती है. ऐसे में जो भी इन दवाइयों का सेवन करने की सोच रहा है वह इनके बारे में डिटेल में जानकर ही सेवन करें, वरना ये दवाइयां बाद में नुकसान भी दे सकती हैं. उन्होंने कहा कि एंटी एजिंग दवाइयां और इंजेक्शन आपके ब्लड स्ट्रीम में जाता है, ऐसे में इसे हल्के में लेने की भूल न करें और इस बारे में पूरी जानकारी के लिए सही क्वालिफाइड डॉक्टर से ही संपर्क करें, अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो इसका मतलब ये है कि आप अपनी जान के साथ खेल रहे हैं.

सर्टिफाइड डॉक्टर से लें एंटी एजिंग दवाइयां

एक्सपर्ट ने कहा कि, एंटी एजिंग दवाइयां लेने से पहले सही डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है. आज मार्केट में कई फर्जी डॉक्टर हैं, तो गलत एंटी एजिंग दवाइयां दे रहे हैं, जिससे लोगों की जान भी जा रही है. ऐसे में अगर आप सही डॉक्टर के पास जा रहे हैं तो वह आपको ग्लूटाथियोन (Glutathione) की सही मात्रा के बारे में बताएंगे. इसी के साथ उन्होंने कहा कि अगर किसी को ग्लूटाथियोन से साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं तो इसको लेकर भी सचेत रहना चाहिए. डॉक्टर के पास जाने से पहले उसके बारे में जान लें और किसी भी दवा पर आंख बंद करके भरोसा न करें.

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सोशल मीडिया पर बताई गई बातों पर कम दें ध्यान

एक्सपर्ट ने कहा, सोशल मीडिया पर जमाना है, ऐसे में कई चीजें ये बोलकर शेयर की जाती है कि अगर आपने फलां चीज का सेवन नहीं किया, तो आपको हार्ट अटैक आ सकता है, आप ज्यादा उम्र के दिखने लगेंगे या आपके ज्वाइंट कमजोर हो जाएंगे. लोग इस तरह की वीडियो को देखकर डर जाते हैं और बिना सोचे- समझे पैसे खर्च कर इनका सेवन करते हैं, हालांकि ये ठीक नहीं है. लोगों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि सोशल मीडिया पर दिखाई गई हर डिटेल ठीक नहीं होती है.

सबके लिए सेम नहीं होता है स्क्रीन केयर ट्रीटमेंट

एक्सपर्ट ने बताया कि एंटी एजिंग दवाइयां या स्किन केयर ट्रीटमेंट सबके लिए सेम नहीं होते हैं. अगर किसी इंसान को एक क्रीम से उनके चेहरे पर फायदे नजर आने लगते हैं, तो जरूरी नहीं है कि दूसरे व्यक्ति के लिए वह ठीक हो. लोगों को यह समझना जरूरी है कि हम सभी की स्किन अलग- अलग होती है, ऐसे में हमारे इशूज भी अलग हैं, तो दवाइयां हर पर समान रिएक्ट नहीं करेगी.

किन लक्षण को नहीं करना है नजरअंदाज

एक्सपर्ट ने कहा हर नॉलेज डॉक्टर नहीं दे सकता है, ऐसे में हम सभी को इन दवाइयों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आज सभी को बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) के बारे में जानकारी होनी चाहिए, ताकि इमरजेंसी की स्थिति में हम एक दूसरे की मदद कर सकें.

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बीएलएस क्या है?

बीएलएस इमरजेंसी मेडिकल प्रोसीजर है, जिसमें हार्ट रेट रुकने, सांस लेने में तकलीफ या वायु मार्ग में रुकावट जैसी गंभीर स्थितियों में तत्काल सहायता प्रदान करना सिखाया जाता है. इसी के साथ उन्होंने कहा हम सब की लाइफस्टाइल में काफी बदलाव हो रहा है, ऐसे में खासकर महिलाओं को महीने में एक बार में अपना मेडिकल चेकअप करवाना चाहिए.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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