मंत्रालय ने बताया कि 20वें दिन भी संक्रमितों की संख्या में वृद्धि की वजह से देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 5,40,720 हो गई. यह कुल मामलों का 4.47 प्रतिशत है जिससे मरीजों के ठीक होने की दर गिरकर 94.19 प्रतिशत हो गई है.
आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 1,13,93,021 हो गई है, जबकि देश में कोविड-19 से मृत्युदर 1.34 प्रतिशत है.
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख के पार चले गए थे. इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे. वैश्विक महामारी से संक्रमण के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ की संख्या पार कर गए थे.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 29 मार्च तक कुल 24,26,50,025 नमूनों की जांच की गई है जिनमें से 7,85,864 नमूनों की जांच गत रविवार को की गई.
मंत्रालय ने बताया कि गत 24 घंटे में जिन 271 मरीजों की मौत हुई है उनमें महाराष्ट्र के 102, पंजाब के 59, छत्तीसगढ़ के 20 ,कर्नाटक के 16 ,तमिलनाडु के 14 और केरल के 11 मरीज शामिल हैं. आंकड़ों के मुताबिक देश में अबतक कोविड-19 से 1,62,114 मरीजों की जान गई है जिनमें महाराष्ट्र के 54,283, तमिलनाडु के 12,684, कर्नाटक के 12,520, दिल्ली के 11,012, पश्चिम बंगाल के 10,325, उत्तर प्रदेश के 8,790,आंध्र प्रदेश के 7,210 और पंजाब के 6,749 मृतक शामिल हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 70 प्रतिशत मौतें उन लोगों की हुई जो पहले से किसी और बीमारी से पीड़ित थे.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम अपने आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों से मिलान कर रहे हैं.''
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