विज्ञापन
This Article is From May 04, 2023

सर्जरी के बाद कब तक लेनी चाहिए एंटीबायोटिक्स? अमेरिकी रिसर्च में हुआ खुलासा

शोधकर्ताओं ने कहा कि एंटीबायोटिक्स जारी रखने से रोगी को सी डिफिसाइल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिससे गंभीर दस्त भी हो सकती है.

सर्जरी के बाद कब तक लेनी चाहिए एंटीबायोटिक्स? अमेरिकी रिसर्च में हुआ खुलासा
"ये अध्ययन सर्जरी के लिए इंफेक्शन को रोकने के लिए स्ट्रेटजी देता है."

अमेरिकी शोधकर्ताओं के अनुसार सर्जिकल साइट के इंफेक्शन (Surgical Site Infection) को रोकने के लिए सर्जरी से पहले और उसके दौरान दी जाने वाली एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) को मरीज के चीरे को बंद होने तुरंत बाद बंद कर देना चाहिए. शोधकर्ताओं को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि मरीज के चीरे को बंद करने के बाद भी एंटीबायोटिक दवाओं (Antibiotic Medicines) को जारी रखना चाहिए, भले ही उसमें दरारे हों. उन्होंने कहा कि एंटीबायोटिक्स जारी रखने से रोगी को सी डिफिसाइल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिससे गंभीर दस्त भी हो सकती है.

शरीर से गंदे कोलेस्ट्रॉल को निकाल, लीवर को मजबूत रखते हैं ये छोटे बीज, कब्ज के लिए रामबाण और याद्दाश्त बढ़ाने में शानदार

टॉप एक्सर्ट्स ने किया अध्ययन

इंफेक्शन कंट्रोल एंड हॉस्पिटल एपिडेमियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन, सोसाइटी फॉर हेल्थ केयर एपिडेमियोलॉजी ऑफ अमेरिका की लीडरशिप में 5 मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन के टॉप एक्सर्ट्स द्वारा किया गया. ये अध्ययन सर्जरी के लिए इंफेक्शन को रोकने के लिए स्ट्रेटजी देता है.

कई इंफेक्शन को रोकने में मिलेगी मदद

अध्ययन के प्रमुख लेखक माइकल एस, काल्डरवुड और लेबनान, न्यू हैम्पशायर, यूएस में डार्टमाउथ हिचकॉक मेडिकल सेंटर के मुख्य क्वालिटी ऑफिशर ने कहा, "कई सर्जिकल साइट इंफेक्शन को रोका जा सकता है."  शोधकर्ताओं के अनुसार सर्जिकल साइट इंफेक्शन सबसे आम और महंगा हेल्थ केयर इंफेक्शन से जुड़े इंफेक्शन्स में से एक है, जो लगभग एक प्रतिशत से तीन प्रतिशत रोगियों में होता है.

गर्मियों का ये साग जोड़ों में एक बूंद भी जमा नहीं होने देगा यूरिक एसिड, गाउट रोगी झट से डाइट में कर लें शामिल

क्या रहता है रिस्क...

उन्होंने कहा कि सर्जिकल साइट के इंफेक्शन वाले मरीजों की मृत्यु इस तरह के संक्रमण वाले मरीजों की तुलना में 11 गुना अधिक होती है. शोधकर्ताओं ने कहा कि हाई रिस्क वाले रिएक्शन्स के लिए खासतौर से आर्थोपेडिक और कार्डियोथोरेसिक सर्जरी के लिए उन्हें प्री-ऑपरेटिव सेटिंग में एंटी-स्टैफिलोकोकल एजेंट के साथ रोगियों को अलग करना चाहिए.

हाई ब्लड शुगर लेवल वाले रोगियों के लिए पर्सनल्स को डायबिटीज की कंडिशन की परवाह किए बिना 110 और 150 मिलीग्राम / डीएल के बीच पोस्ट-ऑपरेटिव ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करने की सलाह दी जाती है.

Video: कभी नहीं आएगा अचानक हार्ट अटैक! Sr. Cardiologist ने बताए रामबाण उपाय...

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com