इजराइल में डॉक्टरों ने एक 12 साल के लड़के की बेहद असामान्य सर्जरी की जिसे "चमत्कार" कहा जा रहा है. द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, साइकिल चलाते समय एक कार की चपेट में आने के बाद लड़के का सिर कट गया था जिसे सर्जन्स ने बाद में सर्जरी से जोड़ दिया.
आउटलेट के अनुसार, सुलेमान हसन को "इंटरनल कॉलेप्स" का सामना करना पड़ा, जब कार दुर्घटना के बाद उनका सिर रीढ़ की हड्डी के टॉप वर्टेब्री से अलग हो गया. इस कंडिशन को वैज्ञानिक रूप से बाई एटलांटो ओसीपिटल जॉइंट डिसलॉकेशन के रूप में जाना जाता है. दुर्घटना के बाद, लड़के को हवाई मार्ग से हादासाह मेडिकल सेंटर ले जाया गया, जहां उसे इमरजेंसी सर्जरी के लिए भेजा गया. डॉक्टरों के अनुसार, उसका सिर "उसकी नेक बेस से लगभग पूरी तरह से अलग हो गया था."
इलाज की देखरेख करने वाले आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. ओहद इनाव ने द टाइम्स ऑफ इजराइल को बताया कि इसमें कई घंटे लग गए और "डैमेज एरिया में नई प्लेटें और फिक्सेशन लगाने की जरूरत हुई. उन्होंने कहा, टीम ने लड़के के जीवन के लिए संघर्ष किया." सर्जनों का यह भी मानना है कि उसकी रिकवरी किसी चमत्कार से कम नहीं थी क्योंकि लड़के के जीवित रहने की केवल 50 प्रतिशत संभावना थी.
प्रक्रिया पिछले महीने हुई, हालांकि, डॉक्टरों ने जुलाई तक इसे सार्वजनिक नहीं किया. श्री हसन को हाल ही में सर्वाइकल स्प्लिंट के कारण अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी और अस्पताल ने कहा कि वे उनकी रिकवरी की निगरानी करना जारी रखेंगे.
डॉ इनाव ने आउटलेट को बताया, "फैक्ट ये है कि ऐसे बच्चे में कोई न्यूरोलॉजिकल कमी, सेंसरी या मोटर डिसफंक्शन नहीं है और वह सामान्य रूप से काम कर रहा है और इतनी लंबी प्रक्रिया के बाद बिना सहायता के चल रहा है, यह कोई छोटी बात नहीं है."
उन्होंने यह भी कहा कि एक्सट्रीमली रेयर सर्जरी के लिए खास डॉक्टरों की जरूरत होती है, "एक एडल्ट के मुकाबले एक बच्चे के सिर का बड़ा आकार का मतलब है कि वे बहुत सेंसटिव हैं." उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल भी सामान्य सर्जरी नहीं है, खासकर बच्चों और टीनेजर के लिए तो बिल्कुल भी नहीं. एक सर्जन को इसे करने के लिए ज्ञान और अनुभव की जरूरत होती है."
लड़के के पिता ने अपने बेटे को किसी भी क्षण नहीं छोड़ा. उन्होंने "अपने इकलौते बेटे" को बचाने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों को धन्यवाद दिया. "आपका धन्यवाद, जब मुश्किलें कम थीं और खतरा साफ दिख रहा था, तब भी उसने अपना जीवन वापस पा लिया. जिस चीज ने उसे बचाया, वह थी ट्रॉमा और ऑर्थोपेडिक्स टीम की प्रोफेशनालिज्म, टेक्नोलॉजी और क्विक डिसीजन लेने की क्षमता. मैं बस इतना कह सकता हूं कि आपका बहुत-बहुत धन्यवाद," उन्होंने मेडिकल स्टाफ को बताया.
Dengue, Malaria, Chikungunya: लक्षण और बचाव के तरीके | Yaga and Deit Tips
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं