
- इजरायल की रक्षा क्षमता और आक्रामकता बेजोड़ है, जो उसे शक्तिशाली बनाती है.
- F-35I एडर इजरायल का प्रमुख फाइटर जेट है, जो स्टील्थ तकनीक से लैस है.
- जेरिको III मिसाइल 6,500 किमी तक मार कर सकती है और न्यूक्लियर अटैक की क्षमता भी रखती है.
दुनिया के नक्शे पर एक छोटा सा देश होने के बावजूद, इजरायल की रक्षा और आक्रामक क्षमता बेमिसाल है. अपने पड़ोसियों और विरोधियों के लिए वो एक ऐसी चुनौती है, जिसे आज तक कोई फतह नहीं कर पाया. आकार यानी क्षेत्रफल में ईरान के मुकाबले साढ़े चौहत्तर गुना छोटा, लेकिन हौसले के मामले में कई गुना बड़ा. इजरायल को समझने के लिए इतना ही काफी है, वरना वो आज सैन्य शक्ति के मामले में मध्य पूर्व के सबसे ताकतवर देशों में न गिना जाता.
ताकतवर फाइटर जेट्स
F-35I "एडर" इजरायल का सबसे ताकतवर फाइटर प्लेन है. ये अमेरिका के F-35 ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर का इजरायली एडिशन है. इसकी स्टील्थ क्षमता इसे दुश्मन की नजर से लगभग अदृश्य रखती है. इसे गाइडेड बम और मिसाइलों से लैस किया गया है. इसके बाद F-15I "रा'आम" का नंबर आता है. यह अमेरिका के F-15E स्ट्राइक ईगल का कस्टमाइज्ड इजरायली संस्करण है. यह एक लंबी दूरी का, दो सीटों वाला लड़ाकू विमान है जो 11 टन बारूद बरसा सकता है. इसके अलावा इजरायल के पास अमेरिकी F-16 फाइटिंग फाल्कन का इजरायली संस्करण F-16I "सूफ़ा" है. ये सटीक और विनाशकारी वार करने वाला वो मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जिस पर इजरायल सबसे ज्यादा भरोसा करता है.
मिसाइल क्षमता
मिसाइल क्षमता के मामले में भी इजरायल बेजोड़ है. इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल जेरिको III इजरायल की सबसे ताकतवर मिसाइल है. ये 4,500 से 6,500 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है. जरूरत हो तो इससे न्यूक्लियर अटैक भी किया जा सकता है. इसके बाद नंबर आता है डेलिलाह क्रूज़ मिसाइल का. इसकी रेंज भले ही 250 किलोमीटर के आसपास है, लेकिन यह एयर-लॉन्च क्रूज़ मिसाइल सटीक हमलों के लिए जानी जाती है. इसके अलावा स्पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम भी हैं.
विश्वस्तरीय एयर डिफेंस सिस्टम
जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है, वो है इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम. इजरायल के ऐरो मिसाइल डिफेंस सिस्टम को दुनिया में सबसे शानदार एयर डिफेंस सिस्टम में गिना जाता है. ये लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को इजरायल की सीमा से बाहर मार गिराने में माहिर है. ऐरो मिसाइल डिफेंस सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज़ मिसाइलों, बड़े रॉकेट्स और ड्रोन्स तक को मार गिराता है. हमास या हिज़्बुल्ला जब मिसाइल अटैक करते हैं, तो यही इजरायल के लिए रक्षा कवच बनता है. इसके बाद नंबर आता है आयरन डोम का. इसका हाई सक्सेस रेट इसे इजरायल का सबसे कामयाब एयर डिफेंस सिस्टम बनाता है. ये कम दूरी से दागे गए रॉकेट्स से लेकर तोप के गोले तक को हवा में ही बेकार कर देता है.
मॉडर्न नौसेना और पनडुब्बियां
इज़रायल की नौसेना छोटी तो है, लेकिन बेहद मॉडर्न है. भूमध्य सागर में अपनी सीमा सुरक्षा का काम बखूबी अंजाम देती है. इजरायल के पास एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है, लेकिन पनडुब्बियों के मामले में इजरायल धनी है. इजरायल की डॉल्फिन क्लास पनडुब्बियां परमाणु हमला भी कर सकती हैं. ये दुश्मन की नजर से बचकर लंबी दूरी के मिशन को अंजाम दे सकती हैं. सा'आर 6 क्लास कॉर्वेट्स इजरायल के सबसे नए और उन्नत युद्धपोत हैं. बराक एयर डिफेंस सिस्टम, एंटी-शिप मिसाइलों और एंटी-सबमरीन हथियारों से लैस इस युद्धपोत की मदद से इजरायल समंदर में अपने गैस क्षेत्रों और ट्रेड रूट की हिफाजत करता है.
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