
- हिमाचल प्रदेश में कनाडा की 27 वर्षीय सोलो पायलट मेगन एलिजाबेथ रॉबर्ट की क्रैश लैंडिंग के बाद मौत हो गई है
- घटना धौलाधार की ऊंची पहाड़ियों पर हुई, जहां पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था
- खराब मौसम और दुर्गम इलाके के कारण हेलीकॉप्टर से चार प्रयासों के बाद भी पायलट को खोजने में सफलता नहीं मिली थी
हिमाचल प्रदेश की विश्व प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग घाटी बीड़ बिलिंग में एक दुखद हादसा हुआ है, जिसमें कनाडा की एक 27 वर्षीय महिला सोलो पायलट, मेगन एलिजाबेथ रॉबर्ट, की धौलाधार की ऊंची पहाड़ियों पर क्रैश लैंडिंग के बाद मौत हो गई है. यह घटना शनिवार सुबह घटी थी.
इन दिनों दुनिया भर के सोलो पायलट बीड़ बिलिंग घाटी में डेरा डाले हुए हैं और रोमांचक उड़ानें भर रहे हैं. दुखद है कि पिछले एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी ऐसी दुर्घटना है.
दुर्घटना और रेस्क्यू ऑपरेशन
जानकारी के अनुसार, कनाडा की मेगन एलिजाबेथ रॉबर्ट की क्रैश लैंडिंग शनिवार सुबह धौलाधार की दुर्गम पहाड़ियों पर हुई. बीड़ पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (बीपीए) को सूचना मिलते ही तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. बीपीए ने तुरंत एक पैदल रेस्क्यू टीम घटना स्थल के लिए रवाना की. हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी पायलट को ढूंढने के प्रयास किए गए, लेकिन खराब मौसम और दुर्गमता के कारण चार छोटी उड़ानों के बाद भी सफलता नहीं मिली. माउंटेन ग्राउंड रेस्क्यू टीम जब घटनास्थल पर पहुंची, तो महिला पायलट की मौत की जानकारी मिली.

शव निकालने का चुनौतीपूर्ण कार्य
पायलट मेगन का शव धौलाधार की लगभग 13,000 फीट की ऊंचाई पर पाया गया है. शव को निकालने का कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण है. सोमवार सुबह, रेस्क्यू टीम के सदस्यों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर उतारा गया. अब यह टीम 13,000 फीट की ऊंचाई से महिला के शव को लेकर लगभग 3,000 फीट नीचे की ओर आएगी, जो कि एक कठिन पहाड़ी ट्रैक है.

इसके बाद, इस निचले बिंदु से हेलीकॉप्टर के माध्यम से शव को निकाला जाएगा. पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और स्थानीय प्रशासन इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और सुरक्षित उड़ान भरने के लिए सभी सोलो पायलटों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है.
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