- पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया
- हुमायूं कबीर ने अगले विधानसभा चुनाव में 180 से लेकर सभी 294 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है
- हुमायूं कबीर ने टीएमसी और भाजपा विरोधी सभी ताकतों से एकजुट होकर ग्रैंड अलायंस बनाने की अपील की है
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले हुमायूं कबीर आज अपनी अलग पार्टी का ऐलान करने जा रहे हैं. हुमायूं कबीर ने चुनाव आयोग के पास चुनाव चिह्न की लिस्ट भी भेज दी है. कबीर की लिस्ट में 'टेबल' और 'दो गुलाब' (Twin Rsoe) शामिल है. अगर चुनाव आयोग इन्हें नहीं देता तो वो फिर किसी दूसरे ऑप्शन पर विचार करेंगे. गौरतलब है कि हुमायूं कबीर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 4 दिसंबर को टीएमसी से निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद हुमायूं कबीर ने अलग पार्टी बनाने का ऐलान किया. हुमायूं कबीर का कहना है कि वह पश्चिम बंगाल की 180 सीटों पर या फिर जरूरत पड़ने पर सभी 294 सीटों पर अपने उम्मीवार उतारेंगे. पार्टी के चुनाव चिन्ह के लिए भी हुमायूं कबीर ने अपनी इच्छा जाहिर कर दी है. पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव हैं.
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के विरोधियों से अपील की कि वे एकजुट हों और अगले साल होने वाले अहम विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाने के लिए गठबंधन में चुनाव लड़ें. इसका ऐलान हुमायूं कबीर ने सोमवार को अपनी नई पॉलिटिकल पार्टी की घोषणा से एक दिन पहले किया.
एंटी-TMC और एंटी-BJP लोग एक साथ आएं
हुमायूं कबीर ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैं पश्चिम बंगाल में सभी एंटी-तृणमूल कांग्रेस और एंटी-भाजपा ताकतों को एक साथ आने के लिए बुला रहा हूं. आइए हम अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में एक ग्रैंड अलायंस बनाकर लड़ें. हालांकि, ऐसी कोई भी ताकत खुद को सबसे ऊपर समझती है तो मेरी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. अगर जरूरत पड़ी तो मैं पश्चिम बंगाल की सभी 294 विधानसभा सीटों से उम्मीदवार उतारूंगा. मेरे पास वह ताकत है.' हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका मौजूदा कदम पूरी तरह से पॉलिटिकल है, इसलिए वह कोई भी फैसला करने से पहले कई बार सोचेंगे.
माइनॉरिटी वोटर्स पर नजर, टारगेट 90 सीटें
कबीर ने कहा, 'मेरा काम माइनॉरिटी वोटर्स को एक साथ लाना है. हमारा टारगेट कम से कम 90 सीटों से जीतना है, ताकि मेरी पार्टी अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार बनाने में भूमिका निभा सके. नहीं तो, मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद बनाने का मेरा सपना अधूरा रह सकता है.' वहीं, अल्पसंख्यक-बहुल मुर्शिदाबाद जिले के भरतपुर से सत्तारूढ़ पार्टी के निलंबित विधायक कबीर ने भी अपने नए राजनीतिक दल के लोगो के बारे में बात की, जिसकी घोषणा वह सोमवार को करेंगे.
क्या चुनाव चिन्ह चाहिए?
हुमायूं कबीर ने कहा, 'लोगो के तौर पर मेरी पहली पसंद 'टेबल' है. मेरी दूसरी पसंद 'ट्विन रोजेज' है. अगर मुझे दोनों में से कोई भी नहीं मिला, तो मैं तीसरे ऑप्शन के बारे में सोचूंगा.' उन्होंने अपनी नई पार्टी का नाम नहीं बताया, लेकिन कबीर ने कहा कि नाम कुछ भी हो, 'कांग्रेस' और 'तृणमूल' शब्द उस राजनीतिक दल से नहीं जुड़ेंगे. उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग खुद को उस पार्टी से जोड़ पाएंगे. मेरी पार्टी आम लोगों का प्रतिनिधित्व करेगी. हमारी पार्टी सिर्फ आम लोगों के विकास की बात करेगी.
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