गुजरात के आरटीआई एक्टीविस्ट अमित जेठवा की हत्या का मामला
- दीनूभाई सोलंकी की जमानत रद्द की जाए या नहीं,सुप्रीम कोर्ट ये सुनवाई करेगा
- सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2014 में सोलंकी को जमानत दे दी थी
- गुजरात हाईकोर्ट के बाहर अमित जेठवा की हत्या कर दी गई थी
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नई दिल्ली:
गुजरात के RTI एक्टीविस्ट अमित जेठवा की हत्या के मामले में आरोपी बीजेपी के पूर्व MP दीनूभाई सोलंकी की जमानत रद्द की जाए या नहीं, सुप्रीम कोर्ट ये सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2014 में सोलंकी को जमानत दे दी थी.
दरअसल 20 जुलाई 2010 को गुजरात हाईकोर्ट के बाहर अमित जेठवा की हत्या कर दी गई थी. अमित गिर वन क्षेत्र में अवैध माइनिंग के खिलाफ RTI लगा रहे थे. गुजरात पुलिस ने जांच में कहा था कि सोलंकी की हत्या में कोई भूमिका नहीं है. बाद में अमित के पिता की याचिका पर हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.
सोलंकी ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
दरअसल 20 जुलाई 2010 को गुजरात हाईकोर्ट के बाहर अमित जेठवा की हत्या कर दी गई थी. अमित गिर वन क्षेत्र में अवैध माइनिंग के खिलाफ RTI लगा रहे थे. गुजरात पुलिस ने जांच में कहा था कि सोलंकी की हत्या में कोई भूमिका नहीं है. बाद में अमित के पिता की याचिका पर हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.
सोलंकी ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
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