यह डायबेटिक-फ्रेंडली रागी रोटी ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में करेगी मदद

डायबिटीज आज एक ऐसी समस्या है जिसका सामना दुनिया भर में काफी लोग कर रहे हैं. डायबिटीज को मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है.

यह डायबेटिक-फ्रेंडली रागी रोटी ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में करेगी मदद

खास बातें

  • डायबिटीज को मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है.
  • डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा कैलोरी वाले खाने से बचना चाहिए.
  • आपकी डाइट डायबिटीज को कंट्रोल करने में एक प्रमुख भूमिका निभाती है.

डायबिटीज आज एक ऐसी समस्या है जिसका सामना दुनिया भर में काफी लोग कर रहे हैं. डायबिटीज को मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है. डायबिटीज (Diabetes) के खतरे को कम करने के लिए ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को कंट्रोल रखना जरूरी होता है. डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा कैलोरी वाले खाने से बचना चाहिए. सही खानपान की मदद से डायबिटीज की समस्या को मैनेज किया जा सकता है. आपकी डाइट डायबिटीज को कंट्रोल करने में एक प्रमुख भूमिका निभाती है. कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों और पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को नियमित अंतराल में फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और बिना चीनी वाले खाद्य पदार्थो का सेवन करना चाहिए.

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क्या खाएं और क्या खाने से बचें, यह काम काफी मुश्किल हो सकता है. लेकिन, हम अपने देसी भोजन में ही कुछ सामग्रियां और सब्जियां डालकर उन्हें स्वस्थ और डायबेटिक-फ्रेंडली मील तैयार किया जा सकता है. रोटी भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है और आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ एक रोटी से ही आप एक पौष्टिक भरा भोजन तैयार कर सकते हैं. हम में से ज्यादातर लोग रोटी बनाने के लिए गेंहू के आटे का इस्तेमाल करते हैं, आप चाहे तो इसकी जगह रागी के आटे को उपयोग में ला सकते हैं. रागी (नचनी) को अक्सर डायबेटिक के मरीजों के लिए सुझाया जाता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर के लेवल को बनाएं रखने में मदद करता है. चावल, मक्का या गेहूं की तुलना में इसके बीजों में पॉलीफेनोल और डाइट्री फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड क्रेविंग को कम करता है और पाचन गति को बनाए रखता है, जिसके फलस्वरूप यह ब्लड शुगर को सुरक्षित सीमा के अंदर रखता है. बैंगलौर बेस्ड नूट्रिशनिस्ट डा. अंजू सूद का कहना है कि "इसे अपने सुबह के भोजन में शामिल करना सबसे अच्छा है और यह दोपहर भोजन तक आपके सिस्टम को बनाए रखने के लिए सही है."

रागी को आप अपनी डाइट में शामिल करने के कई तरीके हो सकते हैं, पर यहां हम स्टफ्ड रागी रोटी का विकल्प लेकर आए हैं जोकि हल्का होने के साथ एक पौष्टिक भरा भोजन है, और डायबिटीज को मैनेज करने वाले तरीकों में से एक है. यह स्वादिष्ट होने के साथ हेल्दी भी है. रागी रोटी में भरी हुई सब्जियां फाइबर युक्त और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं. करेला, विशेष रूप से ऐसी सब्जी है जिसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जैसे कि चारेंटिन, इसे ब्लड शुगर के लेवल को कम करने के लिए जाना जाता है. यहां देखें कि आप रागी रोटी कैसे बना सकते हैं:

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स्टफ्ड रागी रोटी बनाने की विधि:

सामग्री-

- आटा:
- रागी का आटा- 1/2 कप
- गेहूं का आटा- 1/2 कप
- पानी- जरूरत के मुताबिक
- नमक- स्वादानुसार

स्टफिंग के लिए-

- करेला (कटा हुआ) - 1 बड़ा चम्मच
- मेथी के पत्ते (कटा हुए) - 2 बड़े चम्मच
- पालक (कटी हुई) - 2 बड़े चम्मच
- फूलगोभी (कसी हुई) - 2 बड़े चम्मच
- हरी मिर्च (बारीक कटी) - 1 छोटा चम्मच
- अदरक (कटी हुई) - आधा छोटा चम्मच
- नमक- स्वादानुसार
- तेल- 1 चम्मच

आटा तैयार करने के लिए:

1. आटा गूंधने के लिए सारी सामग्री को एक साथ मिला लें. पानी डालें और नरम आटा गूंध् लें.
2. आप जितनी रोटियां बनाना चाहते हैं आटे को उतने भाग में बांटकर अलग रख दें.

स्टफिंग तैयार करने के लिए:

1. सारी सब्जियों के साथ अदरक, हरी मिर्च और नमक डालकर एक स्टफिंग तैयार कर लें.
2. अब आटे की लोई लें और उसे बेल से गोलाकर बेल लें.
3. अब इसके बीच में थोड़ी सी स्टफिंग भरकर चारों तरफ से बंद कर लें. आप चाहे तो इसे अच्छी तरह से बंद करने के लिए थोड़े से तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
4. थोड़ा सा आटा लगाकर इसे दोबारा बेल लें, एक नॉनस्टिक तवे पर इसे डालें और थोड़ा सा घी/तेल लगाकर इसे सेक लें.
5. इसी तरह बाकी रोटियां भी सेक लें और गर्मागर्म सर्व करें.
रोटियां बनाने से पहले यह देख लें तैयार की गई वेजिटेबल स्टफिंग से पानी न निकलने लगें.
आप चाहे तो इस डायबिटिक-फ्रेंडली भोजन को दोपहर के भोजन में भी शामिल कर सकते हैं.

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Disclaimer : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.