Putin Dinner Menu: 4 दिसंबर रूस के राष्ट्रपति पुतिन भारत आए थे, जिसके बाद उनके लिए भव्य भोज की तैयारी की गई थी. इस डिनर में प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत अन्य कई मंत्री शामिल हुए थे. बता दें कि जब कोई देश किसी दूसरे देश के प्रमुख राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या दूसरे किसी विशेष व्यक्ति का औपचारिक स्वागत करता है, तो अक्सर एक भव्य भोज आयोजित किया जाता है. ये खास दावत सिर्फ खाने-पीने के लिए नहीं आयोजित की जाती है. बल्कि इसमें राजनयिक शिष्टाचार, सांस्कृतिक आदर-सत्कार, मेहमाननवाजी और पारंपरिक आतिथ्य का प्रतिनिधित्व भी शामिल होता है. तो चलिए जानते हैं कि इस खास दावत का मेन्यू कौन सेट करता है.
मेन्यू कौन तय करता है
स्टेट-डिनर का प्लान और आयोजन में सरकारी और ऑफिशियल प्रोटोकॉल / हॉउसहोल्ड टीम होती है, जो मेन्यू बनाने से लेकर के सर्विस प्रोटोकॉल तक तय करती है. मेहमानों की डाइटरी और उसकी पसंद और जरूरतों का ध्यान रखा जाता है. उदाहरण के लिए, जिस देश की सरकार कोई आयोजन होस्ट करती है, वहां के शेफ और स्टॉफ मेन्यू तैयार करते हैं. ये मेन्यू मेहमानों की खाने की पसंद, एलर्जी और रिलीजन को देखते हुए तैयार किया जाता है. कुछ मामलों में, मेन्यू में विदेशी मेहमान की पसंद, उनकी संस्कृति को भी ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है.
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मेन्यू तय करने का प्रोसेस (कैसे तय करते हैं कि डिनर में क्या बनेगा?)
- आने वाले मेहमान की डाइट्री प्रेफरेंस और हेल्थ को ध्यान में रखते हुए मेन्यू तैयार करते हैं. आने वाला मेहमान वेजिटेरियन है या नॉनवेजिटेरियन इन सभी चीजों को ध्यान में रखकर मेन्यू को तैयार किया जाता है.
- मेन्यू अक्सर होस्ट देश की पाक परंपरा, सांस्कृतिक विविधता और मेजबानी की छवि को भी दर्शाता है. यह “कुलिनरी डिप्लोमेसी” का हिस्सा होता है.
- मेन्यू को मौसम के हिसाब से भी बनाया जाता है. खाना फ्रेश और मौसमी होने के साथ ही स्थानीय सब्जियां और मसाले चुने जाते हैं.
- इस तरह के आयोजन में कई महत्वपूर्ण लोग, उच्च अधिकारी, कूटनीतिक प्रतिनिधि भी शामिल होते हैं. इसलिए मेन्यू को इन सभी लोगों का ध्यान रखते हुए भी तैयार किया जाता है.
- Vladimir Putin को राष्ट्रपति भवन में जो खाना परोसा गया वो शाकाहारी भारतीय व्यंजनों के साथ तैयार किया गया था. जिसमें सूप, पारंपरिक थाली, पुलाव, मिठाइयाँ जैसी चीजें शामिल थीं.
- खाने के माध्यम से, होस्ट देश अपनी संस्कृति, स्वाद, आतिथ्य की विशेषता दिखाता है, और अतिथि को सम्मान और सुविधा देता है, जिससे डिप्लोमैटिक रिश्ता और बातचीत बेहतर होती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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